मुंबई. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार शाम मुंबई के बीकेसी ग्राउंड मेंचुनावी सभा को संबोधित किया। उन्होंने कहा, ‘‘93 मुंबई बम धमाके के घाव हम भूल नहीं सकते। धमाके में मारे गए लोगों के परिवारों के साथ उस समय की सरकारों ने न्याय नहीं किया। उसकी वजह अब सामने आ रही है। दोषियों को पकड़ने के बजाए उनके साथ कभी मिर्ची का व्यापार कभी मिर्ची के साथ व्यापार।’’
शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने कहा- इस बार की दिवाली ‘भगवा दिवाली’ होगी। अगले महीने एक और दिवाली होगी, जो खासकर अयोध्या में मनाई जाएगी। कुछ और स्थानों पर भी मनाई जाएगी। यह ‘राम मंदिर दिवाली’ होगी।
चुनावी माहौल में भाजपा-शिवसेना की यह पहली बड़ी संयुक्त चुनावी सभा थी। इसमें शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीसभी शामिल हुए।शनिवार को चुनाव प्रचार का आखिरी दिन है।21 अक्टूबर को हरियाणा की 90 और महाराष्ट्र की 288 विधानसभा सीटों पर मतदान होने हैं। दोनों राज्यों के चुनावी परिणाम 24 अक्टूबर को आएंगे।
रैली में यह भी बोले मोदी-
- ‘‘10 साल तक जिन्होंने भारत की अर्थव्यवस्था, बैंकिंग व्यवस्था को बर्बाद किया, उनमें से आज कोई तिहाड़ में हैतो कोई मुंबई की जेल में। अभी तो ये सफाई अभियान की शुरुआत है, आगे और तेज काम होने वाला है।’’
- ‘‘आपने महाराष्ट्र में कई भ्रष्ट सरकारों का दौर भी देखा है और अब एक भरोसेमंद सरकार का भी दौर देख रहे हैं। याद करिए उन्होंने हमारे वीर सैनिकों के परिवारों तक को भी नहीं छोड़ा। आदर्श के नाम पर भी उन्होंने उन्हें धोखा दे दिया। इन भ्रष्ट सरकारों के तरीके भी भ्रष्टतम रहे। पहले की भ्रष्ट सरकार भ्रष्टाचारियों के सपनों को पूरा करने के लिए काम करती थी।’’
- ‘‘किसानों को सिंचाई के नाम पर इन्होंने महाराष्ट्र को घोटालों से सींच दिया था। आज की सरकार लोगों को सपनों को पूरा करने के लिए काम कर रही है। पिछले 5 सालों के दौरान हम पर चाहे केंद्र की सरकार हो या राज्य की सरकारों भ्रष्टाचार का एक दाग भी नहीं लगा।’’
- ‘‘परियोजनाओं को लटकाकर उनसे पैसा निचोड़ा, मुद्दा बनाकर लोगों को भरमाया। वहीं ईमानदार और भरोसेमंद फडणवीस सरकार महाराष्ट्र के विकास को गति दे रही है ताकि आपलोगों को सुविधाएं जल्द से जल्द मिले।’’
- ‘‘कांग्रेस ने जो सरकारें इस देश में चलाईं, उनकी सोच जनता को कंट्रोल करने की रही, जनता को सरकारों पर आश्रित करने की रही। जबकि भाजपा-महायुति की राजनीति के मूल में जन भागीदारी है, जन सशक्तिकरण है।’’
- ‘‘जिन लोगों ने हमारे अपने लोगों को मारा वो भाग निकले और उसकी वजह अब सामने आ रही हैं। ये लोग दोषियों को पकड़ने के बजाय मिर्ची का व्यवसाय कर रहे हैं। कभी मिर्ची का व्यवसाय, कभी मिर्ची से व्यवसाय।’’