एफएटीएफ की पाकिस्तान को कड़ी चेतावनी, आतंक पर चार महीने में मांगा एक्शन प्लान
चीन, तुर्की और मलयेशिया के समर्थन की वजह से पाकिस्तान के ग्रे लिस्ट में ही है। अंरराष्ट्रीय संस्था के नियमों के अनुसार कोई भी देश किन्हीं तीन देशों का समर्थन हासिल करके ब्लैकलिस्ट होने से बच सकता है। इस मामले पर पाकिस्तान को चीन, तुर्की और मलयेशिया का समर्थन मिला जिसके कारण वह फिलहाल ग्रे लिस्ट में ही रहेगा।
पाकिस्तान को वित्तीय कार्रवाई कार्यबल (एफएटीएफ) से पाकिस्तान को किसी भी तरह की राहत नहीं मिली है। उसे ग्रे लिस्ट में ही रखा गया है और 27 बिंदुओं को पूरा करने के लिए फरवरी 2020 तक का समय दिया गया है। यदि वह दी गई समयावधि तक आतंकी फंडिंग और मनी लांड्रिंग पर ठोस कार्रवाई नहीं करता है तो एफएटीएफ उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेगा।
एफएटीएफ ने पाकिस्तान से कहा है कि वह फरवरी 2020 तक अपनी पूरी कार्ययोजना को तेजी से पूरा करने का एक्शन प्लान दे। यदि वह निश्चित समयावधि के अंतर्गत ठोस कदम नहीं उठाता है तो एफएटीएफ उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेगी। जिसमें एफएटीएफ के सदस्यों से पाकिस्तान के साथ व्यापारिक संबंधों/ लेन-देन पर विशेष ध्यान देने का आग्रह करना शामिल है।
Financial Action Task Force(FATF): ..including urging members to advise their financial institutions to give special attention to business relations/transactions with Pakistan. (2/2) https://t.co/YqwkdjFgPQ
— ANI (@ANI) October 18, 2019
चीन, तुर्की और मलयेशिया के समर्थन की वजह से पाकिस्तान के ग्रे लिस्ट में ही है। अंरराष्ट्रीय संस्था के नियमों के अनुसार कोई भी देश किन्हीं तीन देशों का समर्थन हासिल करके ब्लैकलिस्ट होने से बच सकता है। इस मामले पर पाकिस्तान को चीन, तुर्की और मलयेशिया का समर्थन मिला जिसके कारण वह फिलहाल ग्रे लिस्ट में ही रहेगा।
इससे पहले पाकिस्तान के आर्थिक मामलों के मंत्री हम्माद अजहर के नेतृत्व वाले प्रतिनिधिमंडल ने बैठक में कहा था कि पाकिस्तान ने 27 में से 20 बिंदुओं पर सकारात्मक प्रगति की है। एफएटीएफ ने पाकिस्तान के उठाए गए कदमों और कई क्षेत्रों में इसकी प्रगति पर संतोष जताया।
इसके अलावा चीन, तुर्की और मलयेशिया ने पाकिस्तान के उठाए गए कदमों की सराहना की। भारत ने पाकिस्तान को ब्लैकलिस्ट करने की मांग की है। भारत का कहना है कि उसने हाफिज सईद को फ्रीज खातों से पैसे निकालने की मंजूरी दी है।
एफएटीएफ ने मनी लांड्रिंग और आतंकी फंडिंग के खिलाफ कार्रवाई पूरी करने के लिए पाकिस्तान को अक्तूबर तक का समय दिया था। इस बैठक में 205 देशों के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया।एफएटीएफ की इस बैठक में 205 देशों के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया।