पीएमसी घोटाला / एचडीआईएल के प्रमोटरों ने कहा- बैंक के 4355 करोड़ की भरपाई के लिए हमारी 18 अटैच संपत्तियां बेच दें
पीएमसी घोटाले में बुधवार को बैंक के पूर्व निदेशक सुरजीत सिंह अरोड़ा पूछताछ के बाद गिरफ्तार मुंबई पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा ने इस मामले में अब तक पांच लोगों को गिरफ्तार किया है प्रवर्तन निदेशालय ने जांच के दौरान मुंबई में छापेमारी कर एचडीआईएल की संपत्तियां जब्त की थीं
मुंबई.पंजाब एंड महाराष्ट्र को-ऑपरेटिव (पीएमसी) बैंक घोटाले में आरोपी रियल एस्टेट कंपनी एचडीआईएल के प्रमोटर अपनी अटैच संपत्ति बेचकर रकम चुकाने के लिए तैयार हैं। कंपनी पर बैंक अधिकारियों के साथ सांठगांठ कर 4355 करोड़ रुपए घोटाले का आरोप है। बुधवार को एडीआईएल के प्रमोटर राकेश और सारंग वाधवान ने वित्त मंत्रालय, आरबीआई और जांच एजेंसियों को पत्र लिखा। इसमें उन्होंने अपनी रोल्स रॉयस और एयरक्राफ्ट समेत 18 अटैच संपत्तियों को नीलाम करने की बात कही है।
मुंबई पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) ने पीएमसी बैंक घोटाले को लेकर केस दर्ज किया है। बुधवार को पुलिस ने पीएमसी बैंक के पूर्व निदेशक सुरजीत सिंह अरोड़ा को गिरफ्तार कर लिया। यह घोटाले में पांचवीं बड़ी गिरफ्तारी है। इससे पहले एचडीआईएल के प्रमोटर राकेश और सारंग वाधवान (पिता-पुत्र), बैंक के पूर्व चेयरमैन वरयाम सिंह और पूर्व एमडी जॉय थॉमस भी पकड़े जा चुके हैं।
क्या है पीएमसी बैंक घोटाला?
बैंक में लोन घोटाले की वजह से आरबीआई ने पिछले महीने पीएमसी पर 6 महीने का प्रतिबंध लगा दिया और ग्राहकों के लिए रकम निकासी की सीमा 1000 रुपए तय कर दी थी। बाद में ये लिमिट 10 हजार और फिर 25 हजार और सोमवार को 40 हजार रुपए की गई। प्रतिबंध लागू रहने तक खाताधारक बैंक से केवल 40 हजार रुपए ही निकाल सकेंगे। घोटाले की वजह से हजारों खाताधारकों का पैसा बैंक में फंस गया है। आरबीआई के आदेश के खिलाफ खाताधारक लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं।