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डीजीसीए की जांच में डिप्टी चीफ फ्लाइट इंस्ट्रक्टर की कोताही सामने आई, अकादमी को कारण बताओ नोटिस
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6 अक्टूबर को सेसना 172 विकाराबाद में क्रैश हो गया था, हादसे में अमनप्रीत कौर और प्रकाश विशाल की मृत्यु हो गई
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ट्रेनिंग अकादमी की एंट्री बुक के मुताबिक, फ्लाइट का संचालन केवल अमनप्रीत को ही करना था
नई दिल्ली. डायरेक्टोरेट जनरल ऑफ सिविल एविएशन (डीजीसीए) ने सोमवार को तेलंगाना के विकाराबाद में हुए ट्रेनर विमान हादसे की रिपोर्ट पेश की। डीजीसीए के मुताबिक, इस हादसे में जान गंवाने वाला एक पायलट विमान में बैठने के लिए अधिकृत ही नहीं था। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि पायलट ट्रेनिंग अकादमी को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है।
सेसना 172 ट्रेनर एयरक्राफ्ट ने 6 अक्टूबर को बेगमबेट से कर्नाटक के गोबुर के लिए उड़ान भरी थी। भारी बारिश के दौरान यह विमान विकाराबाद के सुल्तानपुर में क्रैश हो गया था। हादसे में अमनप्रीत कौर और प्रकाश विशाल की मौत हो गई थी।
ट्रेनिंग अकादमी को जवाब देने के लिए 7 दिन का वक्त
डीजीसीए ने शुरुआती जांच के बाद विंग एविएशन प्राइवेट लिमिटेड को जवाब देने के लिए 7 दिन का वक्त दिया है। इसके डिप्टी चीफ फ्लाइट इंस्ट्रक्टर रौनक सिरील की ट्रेनिंग एक्सरसाइज पर रोक लगा दी है। डीजीसीए ने बताया- इस फ्लाइट को सिरील ने अधिकृत किया था। लेकिन, बुक एंट्री के मुताबिक, फ्लाइट का संचालन केवल अमनप्रीत को ही करना था।
डिप्टी चीफ फ्लाइंग इंस्ट्रक्टर ने कर्तव्यों का पालन नहीं किया- डीजीसीए
डीजीसीए ने कहा- बुक एंट्री के बावजूद एयरक्राफ्ट में दूसरे पायलट (विशाल) की मौजूदगी दिखाती है कि सीरिल ने अपने कर्तव्यों का सही तरह से निर्वहन नहीं किया। उसने अकादमी के प्रशिक्षण और कार्यपद्यति के नियमों को पालन नहीं किया। सीरिल को अगले आदेश तक डिप्टी चीफ फ्लाइंग इंस्ट्रक्टर के तौर पर काम करने से रोका जाता है।
डीजीसीए के मुताबिक, अकादमी के पास विमान उड़ाने की ट्रेनिंग देने के लिए 26 अक्टूबर 2020 तक का लाइसेंस है। कारण बताओ नोटिस इसलिए जारी किया गया, क्योंकि उनके अधिकारी की कोताही इस अकादमी की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल उठाती है।