नई दिल्ली: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह आज अपनी फ्रांस यात्रा के लिए रवाना हो गए. अपने दौरे पर राजनाथ फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों से मुलाकात करेंगे. उसके बाद पेरिस से डेढ़ घंटे दूर बोर्डो के मेरिगनेक के हवाई अड्डे पर लड़ाकू विमान राफेल के हैंडिंग ओवर सेरेमनी में हिस्सा लेंगे.
यानि राजनाथ उन 36 राफेल विमानों के बेड़े में से पहला राफेल विमान भारत को सौंपने के समारोह में हिस्सा लेंगे जिसका समझौता साल 2015 में भारत सरकार और फ्रांस सरकार के बीच हुआ था. पीएम मोदी ने भारतीय वायुसेना में लड़ाकू विमानों की घटती संख्या को देखते हुए 36 राफेल विमानों का खरीदने का समझौता किया था.
रक्षा मंत्री @rajnathsingh फ्रांस रवाना हो गए। फ्रांस सरकार उन्हें 36 लड़ाकू विमानों की खेप में से पहला राफेल विमान सौपेगी। 8 अक्टूबर को दशहरे के दिन राजनाथ सिंह राफेल विमान और उसमें लगे शस्त्रों का पूजन भी करेगें। इसी दिन वायुसेना दिवस भी है। pic.twitter.com/ITCzNXXyc9
— Vikas Bhadauria (ABP News) (@vikasbha) October 7, 2019
राफेल में मिसाइल लगाने वाली कंपनी बोली, ‘भारत को मिलेगी ऐसी ताकत जो कभी ना थी’
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह फ्रांसीसी लड़ाकू विमान राफेल को रिसीव करने के लिए पेरिस रवाना हो गए हैं. दशहरा के अवसर पर भारतीय वायुसेना को राफेल लड़ाकू विमान मिलेगा, जिससे भारत की ताकत और भी मजबूत होगी. इन विमानों के लिए अत्याधुनिक मिसाइल तैयार करने वाली यूरोपियन कंपनी MBDA का कहना है कि भारत को मिलने वाले लड़ाकू विमान ताकतवर होंगे, साथ ही ये ऐसी ताकत भारतीय वायुसेना को देंगे, जो पहले कभी ना थी.
कंपनी के अनुसार, इस विमान में सबसे अत्याधुनिक मिसाइल लगी होंगी जो कि दुश्मन को तबाह करने में मदद करेंगी. इसमें जो दो मिसाइलें लगेंगी वो Meteor और Scalp missile होंगी . इसके जरिए एयर-टू-एयर मिसाइल, विजुअल रेंज जैसी ताकत होंगी, जो भारत को मिलने वाले 36 राफेल विमान में होंगी. MBDA के भारत प्रमुख लॉइक पिडेवाचे ने कहा कि भारत को नई कैपेबिलिटी वाला राफेल विमान मिलेगा, जिसमें ऐसी टेक्नोलॉजी होगी जो भारत के पास पहले नहीं थी. इससे भारतीय वायुसेना की ताकत बढ़ेगी.