Paris Police Attack: पेरिस पुलिस मुख्यालय पर चाकू से हमला, चार अधिकारियों की मौत; हमलावर ढेर
शुरुआती रिपोर्ट्स के मुताबिक कार्यस्थल पर विवाद को इन हत्याओं की वजह माना जा रहा है। उल्लेखनीय है कि बुधवार को ही काम की बेहतर परिस्थितियों की मांग करते हुए हजारों पुलिसकर्मियों ने पेरिस में मार्च निकाला था क्योंकि पिछले एक साल में दर्जनों पुलिसकर्मी आत्महत्या कर चुके हैं। पुलिस यूनियन के नेता जीन मार्क बेल्युल ने घटना को आतंकी के बजाय आपराधिक करार दिया।
पेरिस, एजेंसियां। Paris Police Attack फ्रांस की राजधानी पेरिस के मध्य में स्थित पुलिस मुख्यालय में गुरुवार दोपहर वहीं काम करने वाले एक कर्मचारी (45) ने अपने चार सहकर्मियों की छुरा मारकर हत्या कर दी। एक अन्य कर्मचारी गंभीर रूप से घायल है। हमलावर किसी और को नुकसान पहुंचाता इससे पहले ही एक पुलिस अधिकारी ने उसे मार गिराया। एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, हमलावर ने हाल ही में इस्लाम धर्म अपनाया था।
पेरिस के प्रोसीक्यूटर रेमी हेटिज ने बताया कि हमलावर पुलिस खुफिया इकाई के सूचना प्रौद्योगिकी (आइटी) विभाग में कार्यरत था। उन्होंने बताया कि मारे गए लोगों में तीन पुलिस अधिकारी और एक प्रशासनिक सहायक है। फ्रांस के आंतरिक मंत्री क्रिस्टोफ कास्टानेर ने बताया कि हमलावर पुलिस में 2003 से काम कर रहा था और उसके बर्ताव में कभी कोई समस्या दिखाई नहीं दी। उन्होंने कहा कि उन्हें नहीं लगता कि यह आतंकी कार्रवाई है।लंचटाइम में हुए इस हमले के बाद पुलिस मुख्यालय की घेराबंदी कर दी गई। राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रों ने भी पुलिस मुख्यालय का दौरा किया। वहीं, आंतरिक मंत्री कास्टानेर ने ग्रीस और तुर्की की अपनी यात्रा स्थगित कर दी।
मेट्रो स्टेशन को सुरक्षा कारणों से बंद
वहीं, पेरिस के परिवहन विभाग ने कहा है कि पुलिस मुख्यालय के निकटतम मेट्रो स्टेशन को सुरक्षा कारणों के चलते बंद कर दिया गया है। मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक पेरिस पुलिस मुख्यालय के आसपास की जगह को पुलिस ने अपने कब्जे में ले लिया है।
हमलावर के घर की तलाशी
प्रोसीक्यूटर रेमी हेटिज ने बताया कि मामले की जांच शुरू कर दी गई है और हमलावर के घर की तलाशी ली जा रही है। इसके अलावा आतंकरोधी जांचकर्ता आतंकी लिंक के नजरिये से इस बात का मूल्यांकन कर रहे हैं कि वास्तव में क्या हुआ होगा।
शुरुआती रिपोर्ट्स के मुताबिक कार्यस्थल पर विवाद को इन हत्याओं की वजह माना जा रहा है। उल्लेखनीय है कि बुधवार को ही काम की बेहतर परिस्थितियों की मांग करते हुए हजारों पुलिसकर्मियों ने पेरिस में मार्च निकाला था क्योंकि पिछले एक साल में दर्जनों पुलिसकर्मी आत्महत्या कर चुके हैं। पुलिस यूनियन के नेता जीन मार्क बेल्युल ने घटना को आतंकी के बजाय आपराधिक करार दिया।