ओवैसी का रविशंकर प्रसाद पर पलटवार, कहा- संविधान में हिंदू देवी-देवताओं की तस्वीरें ही नहीं, टीपू और अकबर की भी हैं
ओवैसी ने कहा है कि संविधान में सिर्फ हिंदू देवता ही नहीं, बल्कि टीपू सुल्तान, शिवाजी, अकबर, गुरु गोविंद सिंह और गांधीजी का भी चित्रण है.
नई दिल्ली: ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद पर निशाना साधा है. उन्होंने रविशंकर प्रसाद के उस बयान को लेकर उनपर हमला बोला जिसमें उन्होंने कहा था कि बीजेपी ने हिंदू देवी-देवताओं की तस्वीरों के साथ संविधान का प्रकाशन किया होता तो हल्ला मच जाता.
Sir you’re the Law Minister. @rsprasad at least you could’ve OPENED the text to see how our constitution drafters celebrated our diversity. Not just Hindu gods but also Tipu Sultan, Shivaji, Akbar, Guru Gobind Singh & Gandhiji were also illustrated
But you just saw Hindu gods? https://t.co/OH2SEUnqOd pic.twitter.com/QZY9QxQUHC
— Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) September 12, 2019
असदुद्दीन ओवैसी ने कहा, ” सर आप कानून मंत्री हैं, कम से कम आपको हमारा संविधान खोल कर देखना चाहिए था कि हमारे संविधान का मसौदा तैयार करने वालों ने हमारी विविधता का जश्न मनाया था. सिर्फ हिंदू देवता ही नहीं, बल्कि टीपू सुल्तान, शिवाजी, अकबर, गुरु गोविंद सिंह और गांधीजी का भी चित्रण किया गया था.”
बता दें कि केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने बुधवार को कहा था कि अगर बीजेपी ने हिंदू देवी-देवताओं की तस्वीरों के साथ संविधान का प्रकाशन किया होता, तो चीख-पुकार मच जाती लेकिन 1950 में इसे अनुचित नहीं माना गया.’
प्रसाद बीजेपी की नगर इकाई की ओर से आयोजित कार्यक्रम ‘राष्ट्रीय एकता मिशन’ को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने कहा, मान लीजिए अगर आज हम संविधान का प्रारूप तैयार करते और इन तस्वीरों को उसपर चित्रित करते तो चीख-पुकार मच जाती और यह कहा जाता कि भारत हिंदू राष्ट्र बन रहा है और धर्मनिरपेक्षता को खत्म किया जा रहा है. प्रसाद ने कहा, ”हमारे संविधान निर्माताओं ने देश को धर्मनिरपेक्ष नहीं कहा क्योंकि वे जानते थे कि देश की आत्मा धर्मनिरपेक्ष है. जैसे ऋग्वेद कहता है कि सत्य एक है लेकिन विद्वान उसे अलग-अलग तरीके से परिभाषित करते हैं.”