नई दिल्ली: गणपति बप्पा की अपने घर में 10 दिनों तक यथाशक्ति सत्कार, सेवा और पूजा के बाद आज गणेश विसर्जन किया जाएगा. कई लोग गणेश चतुर्थी के अगले दिन भी गणेश विसर्जन करते है, जिसे डेढ़ दिन के गणपति का विसर्जन कहा जाता है. लेकिन अनंत चतुर्दशी के दिन गणपति विजर्सन की परंपरा सबसे ज्यादा प्रचलित है. गणेश चतुर्थी के 10 दिन बाद यानी कि 11वें दिन अनंत चतुर्दशी आती है और इस दिन पूरे धूमधाम से गणपति विसर्जन किया जाता है. हिंदू पंचांग के मुतबिक अनंत चतुर्दशी हर साल भादो माह शुक्ल पक्ष की चौदस यानी कि 14वें दिन मनाई जाती है. गणेश चतुर्थी के 10 दिन बाद 11वें दिन अनंत चतुर्दशी आती है और इसी दिन विधि-विधान से गणेश विसर्जन किया जाता है.
गणेश चतुर्थी के दिन घरों और पांडालों में गणेश प्रतिमा की स्थापना हुई थी. गणेश उत्सव का ये त्योहार महाराष्ट्र खासकर मुबंई में बेहद धूमधाम से मनाया जाता है. विसर्जन से पहले गणपति पंडालों में फिल्मी सितारों की भी भीड़ लगी. मुंबई में दर्शन के लिए कई फिल्मी सितारे पहुंचे.
दिल्ली में यमुना में नहीं होगा मूर्तियों का विसर्जन
बता दें कि दिल्ली में गणेश उत्सव के दौरान इस बार यमुना में मूर्तियों का विसर्जन नहीं होगा. NGT के आदेश के बाद आर्टिफिशियल तालाबों में विसर्जन किया जाएगा. यमुना में मूर्ति विसर्जन को रोकने के लिए फैसला लिया गया है. विसर्जन के बाद नगर निगम मूर्तियों को जमीन में दबा देगा. प्रदूषण में कमी लाने के लिए ये फैसला लिया गया है.