चंद्रयान-2 / पाक मंत्री को डीआरडीओ चेयरमैन का जवाब- अब तक कुछ नहीं करने वाले मिशन की जटिलता क्या समझेंगे

7 सितंबर की रात चंद्रयान-2 के लैंडर विक्रम का चांद पर लैंडिंग से महज 69 सेकंड पहले पृथ्वी से संपर्क टूट गया था। इसके बाद पाकिस्तान के विज्ञान और तकनीक मंत्री फवाद चौधरी ने मिशन का मजाक उड़ाया था। उन्होंने ट्वीट किया कि खिलौना मून की बजाय मुंबई में उतर गया होगा। चौधरी ने लिखा- डियर इंडिया! जो काम नहीं आता, उसमें पंगा नहीं लेते। उफ, मैं वाकई यह महान लम्हा देखने से चूक गया।

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  • 7 सितंबर की रात चंद्रयान-2 के लैंडर विक्रम का चांद पर लैंडिंग से महज 69 सेकंड पहले पृथ्वी से संपर्क टूटा था
  • इसके बाद पाक मंत्री फवाद चौधरी ने मिशन का मजाक उड़ाया, जिसकी पाकिस्तानियों ने ही निंदा की थी

नई दिल्ली. डिफेंस रिसर्च एंड डेवलपमेंट ऑर्गनाइजेशन (डीआरडीओ) के अध्यक्ष जी. सतीश रेड्‌डी ने पाकिस्तान के मंत्री के चंद्रयान-2 का मजाक उड़ाने पर पलटवार किया। रेड्डी ने रविवार को कहा कि अंतरिक्ष के क्षेत्र में जिन्होंने अब तक कुछ नहीं किया, वे इस मिशन की जटिलता क्या समझेंगे। चंद्रयान-2 एक जटिल मिशन था। इसकी तारीफ वहीं लोग कर सकते हैं, जिन्होंने ऐसा कुछ काम किया हो।

 

7 सितंबर की रात चंद्रयान-2 के लैंडर विक्रम का चांद पर लैंडिंग से महज 69 सेकंड पहले पृथ्वी से संपर्क टूट गया था। इसके बाद पाकिस्तान के विज्ञान और तकनीक मंत्री फवाद चौधरी ने मिशन का मजाक उड़ाया था। उन्होंने ट्वीट किया कि खिलौना मून की बजाय मुंबई में उतर गया होगा। चौधरी ने लिखा- डियर इंडिया! जो काम नहीं आता, उसमें पंगा नहीं लेते। उफ, मैं वाकई यह महान लम्हा देखने से चूक गया।

पाक यूजर्स ने लिखा- यह बचकाना बयान

चौधरी के इस बयान की पाकिस्तान में ही निंदा की गई। सोशल मीडिया पर पाक यूजर्स ने लिखा कि यह बचकाना बयान है। कुछ ने कहा कि भारत की अंतरिक्ष क्षमता के आगे अगर हम खुद को आंकेंगे तो बौने साबित हो जाएंगे।

‘प्रधानमंत्री ने वैज्ञानिकों का हौसला बढ़ाया’

बेंगलुरु में इसरो चीफ के सिवन के भावुक होने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा उन्हें गले लगाने पर रेड्डी ने कहा कि प्रधानमंत्री का ऐसा करना अच्छी बात है। इससे मिशन में शामिल वैज्ञानिकों का हौसला बढ़ेगा। इसके बाद वैज्ञानिक फिर से मिशन के लिए काम करेंगे।

चंद्रमा पर विक्रम लैंडर का पता लगा- इसरो

इसरो के चेयरमैन डॉ. के सिवन ने रविवार को बताया कि चंद्रमा पर विक्रम लैंडर का पता लग चुका है। ऑर्बिटर ने लैंडर की कुछ तस्वीरें (थर्मल इमेज) ली हैं। विक्रम से संपर्क की कोशिशें जारी हैं। हालांकि, ऑर्बिटर के द्वारा ली गईं लैंडर की तस्वीरें इसरो तक पहुंचना बाकी हैं। लेकिन, विशेषज्ञों का कहना है कि दोबारा संपर्क स्थापित करने का वक्त गुजर चुका है और इसकी संभावनाएं बहुत कम हैं।

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