सरकार ने कहा- अर्थव्यवस्था में सुस्ती के निशान फौरी, जल्द तेज़ होगी रफ्तार

प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि कई बार मंदी एक चक्रीय अवस्था होती है. इसमें बहुत घबराने की जरूत नहीं है क्योंकि भारतीय अर्थव्यवस्था के आधारभूत मानक मजबूत हैं. हालांकि, विपक्षी कांग्रेस ने सरकार की सफलताओं पर सवालिया निशान के कई तीर दागे.

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नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव 2019 में जीत हासिल कर सत्ता में दोबारा लौटी नरेंद्र मोदी सरकार ने केंद्र की कुर्सी पर 100 दिन पूरे कर लिए. मगर सौ दिनों के इस जश्न का मजा अर्थव्यवस्था की सेहत पर उभरे सवालों ने किरकिरा कर दिया. हालांकि, अपनी उपलब्धियों में कठोर परिश्रम और बड़े निर्णयों को गिनाने उतरी सरकार ने कहा कि अर्थव्यवस्था की परेशानी वक्ती है. भारत की अर्थव्यवस्था के मूलभूत मानक दुरुस्त हैं और जल्द ही विकास दर की गाड़ी तेज रफ्तार पर भी लौट आएगी.

केंद्रीय सूचना प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि कई बार मंदी एक चक्रीय अवस्था होती है. इसमें बहुत घबराने की जरूत नहीं है क्योंकि भारतीय अर्थव्यवस्था के आधारभूत मानक मजबूत हैं. भारत को हासिल हुआ प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) चीन से कहीं ज्यादा है. उम्मीद है कि इस एफडीआई से निवेश और बाजार जल्द मजबूत होगा. साथ ही कुछ ही दिनों में अर्थव्यवस्था अधिक ताकतवर होगी.

इतना ही नहीं रोजगार के सवालों पर जावड़ेकर ने विश्वविद्यालयों व उच्च शिक्षा क्षेत्र में पिछले कुछ महीनों के दौरान शुरु हुई शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया गिनाते हुए मीडिया से ही प्रतिप्रश्न किया. उन्होंने आर्थिक मंदी को वैश्विक फैक्टर बताते हुए यह भी कहा कि अमेरिका जैसी अर्थव्यवस्था को भी मुश्किलों का समाना करना पड़ता है.

हालांकि करीब 40 मिनट तक चली सूचना प्रसारण मंत्री की प्रेस कॉन्फ्रेंस में मीडिया के अधिकतर सवाल आर्थिक मंदी के मामलों से ही जुड़े थे. इस बीच मसरूफियत का हवाला दे मंत्री जी को साथ बैठे अधिकारियों को कहना भी पड़ा कि अब प्रेस कॉन्फ्रेंस खत्म भी कराएं.

 

सरकार के सौ दिनों की उपलब्धियों पर प्रकाश जावड़ेकर ने अनुच्छेद 370 और 35ए खत्म करने जैसे फैसलों और उपलब्धियों को गिनाने वाली खास बुकलेट भी जारी की. वहीं अपनी सरकार की कामयाबियों को गिनाने के लिए खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रोहतक में हुई जन आशीर्वाद रैली के दौरान आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक कदम से लेकर तीन तलाक खत्म करने, स्वास्थ्य क्षेत्र की बेहतरी और बैंकिंग व्यवस्था को मजबूत करने जैसे फैसले जमकर गिनाए.

 

लोगों की नौकरियां जा रही हैं- कांग्रेस
हालांकि, विपक्षी कांग्रेस ने सरकार की सफलताओं पर सवालिया निशान के कई तीर दागे. राहुल गांधी और प्रियंका गांधी ने तंज के ट्वीट दागे वहीं वरिष्ठ कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल ने बाकायदा प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अर्थव्यवस्था की सेहत पर मोदी सरकार की अनदेखी के आरोप के साथ सवाल उठाए.

कांग्रेस ने अर्थव्यव्सथा की नाकामी पर सरकार को कठघरे में खड़ा करते हुए आरोप लगाए कि लोगों की नौकरियां जा रही हैं लेकिन इसकी ओर किसी का ध्यान नहीं है. हालांकि सरकार को घेरने की कोशिशों के बीच अपने नेताओं के खिलाफ हुई कार्रवाई को लेकर कांग्रेस का दर्द भी छलक गया.


पार्टी नेता सिब्बल ने कहा की राजनीतिक विरोधियों के खिलाफ बदले की कार्रवाई हो रही है. सरकार ED और CBI का दुरूपयोग कर रही है. कश्मीर के हालात पर भी कांग्रेस ने कटाक्ष किया.

 

35A व अनुच्छेद 370 सरकार का ऐतिहासिक कदम- जावड़ेकर
हालांकि, सरकार का पक्ष रखने उतरे जावड़ेकर ने कहा कि जम्मू-कश्मीर के केवल 14 थाना क्षेत्रों में धारा 144 लगी है. ऐसे में व्यापक पाबंदी के आरोप निराधार हैं. जावड़ेकर ने कहा कि मोदी सरकार ने तरक्की, पारदर्शिता, जनभागीदारी और विश्व में साख बढ़ाने वाले निर्णय लिए.

किसानों व छोटे व्यापारियों की पेंशन जैसे कदम उठाए जिनसे बड़ी संख्या में आबादी लाभान्वित हो. सूचना प्रसारण मंत्री ने 35A व अनुच्छेद 370 हटाने के फैसले को सरकार का ऐतिहासिक कदम करार देते हुए इस बात पर ज़ोर दिया कि इससे न केवल जम्मू-कश्मीर के भारत में एकीकरण को मजबूत करने में मदद मिलेगी बल्कि सूबे में विकास की रफ्तार बढ़ाने में भी कारगर होगी.

उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि अनुच्छेद370 हटाए जाने के कई दिनों के भीतर कोई बड़ी आतंकी घटना नहीं हुई है और न ही जानमाल का कोई नुकसान हुआ है. जावड़ेकर ने चंद्रयान-2 मिशन लॉन्च घटनाक्रम में इसरो के वैज्ञानिकों को गले लगाकर पीएम के ढाढ़स बंधाने को नेतृत्व के संवेदनशीलता की निशानी भी करार दिया.

 

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