सिख लड़की को पाकिस्तान ने परिवार के हवाले नहीं किया, विधायक सिरसा का दावा-लौटाया नहीं, सिर्फ दूर से दिखाया
पाकिस्तान में 19 साल की एक सिख लड़की का कथित तौर पर अपहरण कर लिया गया और देश के पंजाब प्रांत में एक मुस्लिम व्यक्ति से शादी कराने से पहले उसे इस्लाम कुबूल करवाया गया.
नई दिल्ली: पाकिस्तान में सिख लड़की के धर्म परिवर्तन मामले में नया मोड़ आ गया है. धर्मांतरण के लिए अगवा सिख बेटी को परिवार के हवाले करने पर पाकिस्तान ने झूठी खबर दी है. दिल्ली के विधायक और दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष मनजिंदर सिंह सिरसा ने दावा किया है कि लड़की परिवार को लौटाई नहीं गई, बल्कि सिर्फ दूर से दिखाई गई. इससे पहले खबर आई थी कि पाकिस्तान ने लड़की को उसके परिवार को सौंप दिया है.
मनजिंदर सिंह सिरसा ने क्या ट्वीट किया है?
मनजिंदर सिंह सिरसा ने ट्वीट करके दावा किया है, ‘’यह पाकिस्तान की प्रोपगैंडा मशीनरी का झूठ है. जगजीत कौर के माता-पिता को उनकी बेटी को गवर्नर हाउस में दूर से दिखाया गया था. पाकिस्तान ने झूठी ख़बरें फैलाईं, ताकि सिख लाहौर में होने वाले सिख सम्मेलन के दौरान विरोध प्रदर्शन न करें. लड़की अभी तक अपने माता-पिता के पास नहीं लौटी है.’’
शादी कराने से पहले लड़की को इस्लाम कुबूल करवाया गया
बता दें कि पाकिस्तान में 19 साल की एक सिख लड़की का कथित तौर पर अपहरण कर लिया गया और देश के पंजाब प्रांत में एक मुस्लिम व्यक्ति से शादी कराने से पहले उसे इस्लाम कुबूल करवाया गया. ननकाना सिटी पुलिस के जांच अधिकारी मुहम्मद जमील ने बताया कि इस मामले में छह लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है. संदिग्धों में से एक अरसलान को गिरफ्तार कर लिया गया है. वह सिख लड़की से शादी करने वाले मुख्य संदिग्ध मोहम्मद हसन का दोस्त है.
लड़की के वकील ने अदालत के समक्ष अपने बयान में कहा कि उसने इस्लाम धर्म अपना लिया और अपनी मर्जी से हसन से शादी की. वहीं एक वीडियो संदेश में लड़की के परिवार ने दावा किया है कि उसका अपहरण कर लिया गया और जबरन धर्म परिवर्तन कराया गया. परिवार ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान से मदद मांगी है.
विदेश मंत्रालय ने पाक सरकार से तत्काल समाधान को कहा
भारत ने कहा है कि पाकिस्तान में एक सिख लड़की को अगवा कर उसे जबरन मुसलमान बनाये जाने का मुद्दा उसने पाकिस्तान के सामने उठाया है और उससे तुरंत उसके समाधान के लिए कदम उठाने को कहा है.
इस घटना के बारे में मीडिया द्वारा पूछे जाने पर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा कि इस घटना को लेकर मंत्रालय को सिखों के धार्मिक संगठनों समेत भारत के नागरिक समाज के विभिन्न वर्गों से कई प्रतिवेदन मिले हैं. उन्होंने कहा, ‘‘ हमने पाकिस्तान सरकार के साथ ये चिंताएं साझा की हैं और उससे तुरंत समाधान के लिए कदम उठाने को कहा है.’’