कश्मीर में स्थिति शांतिपूर्ण, जिन इलाकों से पाबंदियां हटीं वहां आज खुलेंगे हाई स्कूल
कश्मीर के शिक्षा निदेशक युनिस मलिक ने बताया कि शिक्षकों की उपस्थिति में भी काफी वृद्धि हुई है. उन्होंने बताया कि घाटी में 3037 प्राथमिक विद्यालय और 774 माध्यमिक विद्यालय फिर से खुल गये हैं.
नई दिल्ली: अनुच्छेद 370 हटने के बाद से पाबंदियों के बीच कश्मीर में स्थिति शांतिपूर्ण बनी हुई है. जिन इलाकों से पाबंदियां हट गई हैं, उन इलाकों में आज से हाई स्कूल खुलेंगे. प्राइमरी स्कूल और मिडिल स्कूल पहले ही खोले जा चुके हैं. गुरुवार तक 10 और पुलिस स्टेशन खोल दिए जाएंगे. मंगलवार को बाजार और स्कूल बंद रहे. घाटी में अधिकतर इलाकों से प्रतिबंध हटा लिए गए हैं लेकिन कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए सुरक्षा कर्मी वहां तैनात हैं.
स्कूलों की स्थिति के बारे में कश्मीर के शिक्षा निदेशक युनिस मलिक ने बताया कि घाटी में 3037 प्राथमिक विद्यालय और 774 माध्यमिक विद्यालय फिर से खुल गये हैं. शिक्षकों की उपस्थिति में भी काफी वृद्धि हुई है. श्रीनगर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक हसीब मुगल ने स्थिति का ब्यौरा देते हुए कहा कि घाटी में कहीं से भी किसी बड़ी अप्रिय घटना की खबर नहीं है.
संचार सेवाओं में एक हद तक छूट दी गई है. स्थिति बेहतर होने के बाद अधिकतर स्थानों पर लैंडलाइन टेलीफोन सेवाएं बहाल की गई हैं. लाल चौक और प्रेस एन्कलेव में सेवाएं अब भी निलंबित है. बीएसएनएल और अन्य निजी इंटरनेट सेवाओं सहित मोबाइल टेलीफोन सेवाएं और इंटरनेट सेवाएं अभी निलंबित हैं. जम्मू कश्मीर की सूचना एवं जन संपर्क निदेशक सेहरीश असगर ने कहा कि अधिक इलाकों में लैंडलाइन टेलीफोन कनेक्शन को बहाल करने के लिए घाटी में और भी टेलीफोन एक्सचेंज खोलने के लिए कदम उठाये जा रहे हैं.
उन्होंने कहा कि कश्मीर घाटी में सार्वजनिक परिवहन सेवाएं बहाल करने के लिए कोशिशें की जा रही हैं.” असगर ने कहा, ‘‘जहां-जहां पाबंदियां हटा दी गई हैं वहां दुकानें खोली जा सकती हैं.’’ दरअसल, उनसे पूछा गया कि व्यापारिक प्रतिष्ठान कब खुलेंगे. उन्होंने कहा कि घाटी में प्राथमिक एवं माध्यमिक विद्यालय खुल गए हैं और पिछले कुछ दिनों में उनमें छात्रों की उपस्थिति भी बढ़ी है.
केन्द्र सरकार ने पांच अगस्त जम्मू-कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 के अधिकतर प्रावधान हटाने और जम्मू-कश्मीर और लद्दाख को अलग-अलग केन्द्र शासित प्रदेश बनाने का फैसला किया था जिसके बाद ये सेवाएं निलंबित कर दी गई थीं. श्रीनगर में सड़कों पर निजी वाहनों की आवाजाही बढ़ी है. निजी शैक्षणिक संस्थान बंद फिलाहल बंद हैं.
आर्टिकल 370 पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई आज
जम्मू कश्मीर का विशेष दर्जा खत्म करने वाले संविधान संशोधन को चुनौती देने वाली याचिकाओं पर सुप्रीम कोर्ट आज सुनवाई करेगा. मसले से जुड़ी 10 से ज़्यादा याचिकाएं सुनवाई के लिए लगी हैं. इनमें अनुच्छेद 370 को बेअसर करने वाले संविधान संशोधन को गलत बताया गया है.
विधानसभा के प्रस्ताव के बिना राज्य को 2 हिस्सों में बांटने को भी अवैध कहा गया है. चीफ जस्टिस रंजन गोगोई, जस्टिस एस ए बोबड़े और एस अब्दुल नज़ीर की बेंच इसके साथ ही राज्य में धारा 144 लगाने, मोबाइल-इंटरनेट सेवा बंद करने जैसी बातों से लोगों को हो रही दिक्कत पर भी सुनवाई करेगी. CPM नेता यूसुफ तारिगामी को हिरासत में रखे जाने के खिलाफ उनकी पार्टी के महासचिव सीताराम येचुरी की याचिका भी सुनवाई की लिस्ट में है.