जी-7 समिट /मोदी ने कहा- कश्मीर पर किसी देश को कष्ट नहीं देना चाहते, ट्रम्प बोले- भारत-पाक मसला सुलझा सकते हैं
ट्रम्प से मुलाकात के बाद मोदी ने कहा- कश्मीर भारत और पाकिस्तान का द्विपक्षीय मसला जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने के बाद मोदी पहली बार किसी अंतरराष्ट्रीय मंच पर दुनिया के नेताओं से मिले इससे पहले यूएन में भारत साफ कर चुका है कि जम्मू-कश्मीर का विशेष दर्जा खत्म करना हमारा आंतरिक मामला
पेरिस. फ्रांस में हो रहे जी-7 शिखर सम्मेलन में सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की बैठक हुई. इस अहम बैठक में कश्मीर का भी मुद्दा उठा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस वैश्विक मंच से साफ संदेश दिया कि कश्मीर का मुद्दा भारत और पाकिस्तान के बीच का है. इस मामले पर किसी भी तीसरी देश की दखल भारत को मंजूर नहीं है.
US President Donald Trump during bilateral meeting with Prime Minister Narendra Modi at #G7Summit: We are talking about trade, we're talking about military & many different things. We had some great discussions, we were together last night for dinner & I learned a lot about India pic.twitter.com/vyOgkyMY6F
— ANI (@ANI) August 26, 2019
द्विपक्षीय वार्ता के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि जब भी मौका मिलता है हम मिलते हैं. पीएम मोदी ने कहा कि कई विषयों पर गहराई से बातचीत होती है. दोनों नेताओं की ये मुलाकात जी-7 सम्मेलन में हो रही है.
#WATCH Immediate Playout: Bilateral meeting between PM Modi & US Pres Trump at #G7Summit https://t.co/zW5W8wKqLh
— ANI (@ANI) August 26, 2019
बियारिट्ज में जी-7 समिट के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के बीच मुलाकात हुई। इसके बाद दोनों नेताओं ने साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस की। मोदी ने कहा कि कश्मीर भारत और पाकिस्तान का द्विपक्षीय मसला है और हम इस पर किसी भी देश की मध्यस्थता नहीं चाहते। ट्रम्प ने कहा कि पिछली रात कश्मीर पर मोदी से बात हुई थी। उन्हें भरोसा है कि हालात उनके नियंत्रण में हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि भारत और पाकिस्तान मिलकर अपनी समस्याएं सुलझा सकते हैं।
#WATCH France: US President Donald Trump jokes with Prime Minister Narendra Modi during the bilateral meeting on the sidelines of #G7Summit. Trump says, "He (PM Modi) actually speaks very good English, he just doesn't want to talk" pic.twitter.com/ee66jWb1GQ
— ANI (@ANI) August 26, 2019
मोदी-ट्रम्प की साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस
- मोदी ने कहा- ट्रम्प से मुलाकात अहम है। उन्होंने टेलिफोन कर मुझे बधाई दी थी। भारत और अमेरिका दोनों लोकतांत्रिक मूल्यों से चलने वाले देश हैं। भारत और अमेरिका की व्यापार के क्षेत्र में लगातार बातचीत हुई। हम अमेरिका के सुझावों का स्वागत करते हैं। भारतीय समुदाय अमेरिका में भारी इनवेस्टमेंट कर रहा है।
- भारतीय पीएम ने कहा- भारत और पाक के बीच कई द्विपक्षीय मसले हैं। पाकिस्तान का प्रधानमंत्री बनने के बाद इमरान को मैंने फोन किया था। उनसे कहा था कि भारत-पाक के बीच कई द्विपक्षीय मसले हैं। दोनों देशों को गरीबी, अशिक्षा के खिलाफ लड़ना है। हम दोनों को मिलकर आतंकवाद के खिलाफ भी लड़ना है और दोनों देशों की अवाम की भलाई के लिए काम करना है।
- उन्होंने कहा- भारत और पाक के सभी मसले द्वपक्षीय हैं इसलिए हम दुनिया के किसी भी देश को कष्ट नहीं देना चाहते हैं। भारत और पाकिस्तान 1947 से पहले एक थे। हम अभी भी साथ मिलकर अपनी समस्याओं पर चर्चा कर सकते हैं।
#WATCH: US President Donald Trump during bilateral meet with PM Modi at #G7Summit says,"We spoke last night about Kashmir, Prime Minister really feels he has it under control. They speak with Pakistan and I'm sure that they will be able to do something that will be very good." pic.twitter.com/FhydcW4uK1
— ANI (@ANI) August 26, 2019
मोदी ने जैव विविधता पर सत्र को संबोधित किया
रविवार को भारत के प्रधानमंत्री मोदी ने यहां जैव विविधता, महासागर और जलवायु के मुद्दे पर रखे गए एक सत्र को संबोधित किया। इसके बाद वे जर्मनी की चांसलर एंजेला मर्केल और फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों से भी मिले। इससे पहले मोदी ने संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस और ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘महासचिव के साथ बातचीत शानदार रही। उनके साथ कई अहम मुद्दों पर चर्चा हुई। हमने जलवायु परिवर्तन रोकने वाले प्रयासों को भी तेज करने पर चर्चा की।’’
जॉनसन के प्रधानमंत्री बनने के बाद मोदी से यह उनकी पहली मुलाकात थी। मोदी ने बताया कि ब्रिटेन के साथ कई मुद्दों व्यापार, रक्षा और नई खोजों को लेकर चर्चा हुई। भारत और ब्रिटेन के रिश्ते आने वाले वक्त में और मजबूत होंगे, जिसका फायदा दोनों देशों के लोगों को मिलेगा। मोदी ने एशेज सीरीज के तीसरे टेस्ट में इंग्लैंड की जोरदार जीत पर जॉनसन को बधाई दी। बीते हफ्ते दोनों नेताओं की फोन पर बात हुई थी। इसमें जॉनसन ने कश्मीर मुद्दे को भारत-पाक का द्विपक्षीय मसला बताया था।
गुटेरेस ने तनाव कम करने की अपील की थी
अनुच्छेद 370 खत्म करने के बाद मोदी की अंतरराष्ट्रीय नेताओं के साथ यह पहली मुलाकात थी। जम्मू-कश्मीर दो भागों में विभाजन के फैसले के बाद गुटेरेस ने भारत और पाकिस्तान को ज्यादा संयम बरतने के लिए कहा था। गुटेरेस शिमला समझौते का जिक्र कर चुके हैं, जिसके मुताबिक कश्मीर मुद्दा केवल द्विपक्षीय बातचीत से ही हल होगा और इसमें किसी तीसरे पक्ष की मध्यस्थता नहीं होगी।
भारत लगातार अंतरराष्ट्रीय बिरादरी से यही कह रहा है कि अनुच्छेद 370 हटाना उसका आंतरिक मामला है। पाकिस्तान इस सच को स्वीकार करे, यही बेहतर होगा।
मोदी कई नेताओं से मिलेंगे
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने बताया, ‘‘जी-7 समिट में प्रधानमंत्री मोदी को एक खास सहयोगी के तौर पर आमंत्रित किया गया है। मोदी जलवायु परिवर्तन, जैवविविधता, सामुद्रिक और डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन से जुड़े कई सत्रों में हिस्सा लेंगे। इसके अलावा वे दुनिया के कई नेताओं से मुलाकात भी करेंगे।’’
बहरीन और यूएई के दौरे पर गए थे मोदी
मोदी 23 अगस्त को संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के दौरे पर गए थे। न्होंने अबु धाबी के क्राउन प्रिंस, शेख मोहम्मद बिन जायद से मुलाकात की। मोदी को यूएई में सर्वोच्च सम्मान ‘ऑर्डर ऑफ जायद’ से सम्मानित किया गया।
24 अगस्त को मोदी बहरीन पहुंचे। यहां क्राउन प्रिंस सलमान बिन हमाद ने शनिवार को ‘द किंग हमाद ऑर्डर ऑफ द रेनेसां’ से सम्मानित किया। फ्रांस रवाना होने से पहले प्रधानमंत्री ने श्रीनाथ मंदिर के दर्शन किए। दोनों नेताओं के बीच भारत और बहरीन की दोस्ती, व्यापारिक संबंधों और सांस्कृतिक आदान-प्रदान को लेकर बातचीत हुई।