जेटली को कल दी जाएगी अंतिम विदाई, पीएम मोदी ने बहरीन में कहा- आज मेरा दोस्त अरुण चला गया

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बहरीन में भारतीय समुदाय को संबोधित करते हुए कहा कि ये अगस्त महीना...कुछ दिन पहले हमारी पूर्व विदेश मंत्री बहन सुषमा जी चलीं गईं. आज मेरा दोस्त अरुण (अरुण जेटली) चला गया.

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नई दिल्ली: पूर्व वित्त मंत्री और बीजेपी के वरिष्ठ नेता अरुण जेटली को रविवार को अंतिम विदाई दी जाएगी. जेटली ने शनिवार को एम्स में दोपहर 12 बजकर सात मिनट पर अंतिम सांस ली. वह 9 अगस्त से अस्पताल में भर्ती थे. जेटली का पार्थिव शरीर रविवार सुबह 11 से 1 बजे तक बीजेपी कार्यालय पर अंतिम दर्शन के लिए रखा जाएगा. उसके बाद दोपहर 1.30 बजे अंतिम यात्रा बीजेपी मुख्यालय से निगम बोध घाट के लिए शुरू होगी. 2.30 बजे अंतिम संस्कार किया जाएगा.

बहरीन से पीएम मोदी ने जताया दुख

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रात के करीब 10 बजे बहरीन में भारतीय समुदाय को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने जेटली के निधन पर दुख जताया. पीएम मोदी ने कहा कि आज मेरा दोस्त अरुण चला गया. उन्होंने कहा, ”एक तरफ बहरीन उत्साह और उमंग से भरा हुआ है. देश कृष्ण जन्माष्टमी का उत्सव मना रहा है.

उसी वक्त मैं अपने भीतर गहरा शोक, गहरा दर्द दबाकर आपके बीच खड़ा हूं. विद्यार्थी काल से जिस दोस्त के साथ मिलकर चले, राजनीतिक यात्रा साथ-साथ चली. हर पल एक दूसरे के साथ जुड़े रहना, साथ मिलकर सपनों को सजाना, सपनों को निभाना, ऐसा लंबा सफर जिस दोस्त के साथ तय किया, वह भारत का पूर्व रक्षामंत्री, पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली आज ही अपना देह छोड़ दिया.”

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पीएम ने आगे कहा, ”मैं कल्पना नहीं कर सकता हूं कि मैं इतना दूर यहां बैठा हूं और मेरा दोस्त चला गया. एक भारी व्यथा दुख के साथ. ये अगस्त महीना…कुछ दिन पहले हमारी पूर्व विदेश मंत्री बहन सुषमा जी चलीं गईं. आज मेरा दोस्त अरुण चला गया. मेरे सामने दुविधा का पल है. एक तरफ कर्तव्य भाव से बंधा हूं, दूसरी तरफ दोस्ती का सिलसिला भावनाओं से भरा हुआ है. मैं आज बहरीन की धरती से भाई अरुण को नमन करता हूं. इस दुख की घड़ी में भगवान उनके परिवारवालों को शक्ति दें, मैं इसकी कामना करता हूं.”

 

दिग्गजों ने घर जाकर दी श्रद्धांजलि

शनिवार को अरुण जेटली का पार्थिव शरीर नई दिल्ली के कैलाश कॉलोनी स्थित उनके आवास पर ले जाया गया. जहां विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं, बीजेपी कार्यकर्ताओं और उनके प्रशंसकों ने जेटली को अंतिम विदाई दी. राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी सहित विभिन्न नेताओं ने उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित किए. नेताओं ने इस दौरान श्रद्धासुमन अर्पित किये और पुष्पचक्र चढ़ाया.

 

केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह, निर्मला सीतारमण पीयूष गोयल, हर्षवर्धन, जितेंद्र सिंह और एस. जयशंकर के अलावा बीजेपी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी, पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष जे पी नड्डा सहित विभिन्न नेताओं ने जेटली को अंतिम विदाई दी. कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, राहुल गांधी, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, गुलाम नबी आजाद, अहमद पटेल, दिग्विजय सिंह, ज्योतिरादित्य सिंधिया, राजीव शुक्ला के अलावा केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान और उनके पुत्र चिराग पासवान ने भी दिवंगत नेता को अंतिम विदाई दी .

योगी आदित्यनाथ और अरविंद केजरीवाल, नवीन पटनायक, कमलनाथ समेत विभिन्न मुख्यमंत्रियों ने उनके आवास पर जा कर उन्हें श्रद्धांजलि दी . रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, ‘‘वह अंतरराष्ट्रीय मंच पर भी प्रसिद्ध थे. मंत्री रहते हुए देश उनके योगदान को कभी नहीं भूल सकता है . वह देश और पार्टी के लिए संपत्ति थे . अब वह हमारे बीच नहीं हैं और मैं उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं.’’

 

अहमद पटेल ने कहा हालांकि जेटली दूसरी पार्टी में थे, जिसकी अलग विचारधारा है लेकिन उनका सबके साथ सद्भाव था . कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘उनकी तरह के बहुत कम लोग हैं . उनके निधन से न केवल बीजेपी को बल्कि देश को भी क्षति हुई है .’’

 

दिवंगत पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की गोद ली गयी पुत्री नमिता कौल ने भी जेटली के पार्थिव शरीर पर पुष्प चक्र चढ़ाया . दिवंगत बीजेपी नेता सुषमा स्वराज की बेटी बांसुरी स्वराज भी जेटली के आवास पर पहुंचीं. केजरीवाल ने कहा, ‘‘जेटली देश के बेहतरीन राजनेताओं में से एक थे . वह एक महान व्यक्ति और प्रखर वक्ता थे . मेरे साथ उनके अच्छे संबंध थे और इस नुकसान की भारपाई किसी तरह से नहीं होगी. दिल्ली को उनकी कमी खलेगी .’’

 

ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने जेटली को ‘‘शानदार सांसद एवं बेहतरीन मंत्री’’ के रूप में याद किया, जिनकी कमी कई लोग महसूस करेंगे . उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने जेटली को ‘‘संवेदनशील’’ व्यक्ति, प्रखर वक्ता और कुशल राजनेता बताया जिन्होंने रक्षा, कानून सहित कई अन्य विभाग पूरी दक्षता के साथ निभाई.

अरुण जेटली को मुश्किल वक्त का साथी बताकर भावुक हुए अमित शाह, कहा- उनके निधन से अत्यंत दुखी हूं

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नई दिल्ली: पूर्व वित्त मंत्री और बीजेपी के वरिष्ठ नेता अरुण जेटली के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए गृहमंत्री अमित शाह भावुक हो गए. उन्होंने पुराने दिनों को याद करते हुए कहा कि जब-जब भी मेरे ऊपर संकट आया हमेशा जेटली साथ खड़े रहे और ढांढस बंधाया. इस दौरान अमित शाह की आंखें नम हो गई.

 

अमित शाह ने कहा, ”अरुण जेटली का नहीं रहना हम सब देशभर के बीजेपी कार्यकर्ताओं के लिए सहन नहीं होने वाला आघात है. जेटली 70 के दशक से काम कर रहे थे. इमरजेंसी के दौरान 19 महीने तक जेल में रहे. उसके बाद सुप्रीम कोर्ट के अंदर ढेर सारी जन समस्याओं को उन्होंने उठाया, भ्रष्टाचार के मामले उठाए. एक सांसद के नाते भी जनता की आवाज बने.”

 

उन्होंने कहा, ”जनधन, नोटबंदी, जीएसटी को लागू करने में भूमिका निभाई. मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में रक्षा मंत्री और वित्त मंत्रालय का दायित्व उन्होंने निभाया. आज एक अच्छे प्रशासक को भारत के लोकतंत्र ने गंवाया है.”

 

गृहमंत्री ने कहा, ”मेरे व्यक्तिगत जीवन में जब-जब भी संकट आए अरुण जेटली साथ खड़े रहे और उन्होंने ढांढस बंधाया. परिवार को भी कई बार संकट के दिनों में हौसला दिया. कई कार्यकर्ताओं को भी इसी तरह का लाभ मिला. प्रभु उनकी आत्मा को शांति दे.”

अमित शाह ने जेटली के आवास पर जाकर उन्हें श्रद्धांजलि दी और परिवार वालों के प्रति संवेदना जताई. इससे पहले उन्होंने ट्वीट कर कहा, ”अरुण जेटली के निधन से अत्यंत दुःखी हूँ, जेटली जी का जाना मेरे लिये एक व्यक्तिगत क्षति है. उनके रूप में मैंने न सिर्फ संगठन का एक वरिष्ठ नेता खोया है बल्कि परिवार का एक ऐसा अभिन्न सदस्य भी खोया है जिनका साथ और मार्गदर्शन मुझे वर्षो तक प्राप्त होता रहा.”

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