जम्मू कश्मीर में धारा 370 हटाने के बाद हर तरफ हाथ-पैर मार रहा पाकिस्तान, अब अंतरराष्ट्रीय कोर्ट में उठाएगा कश्मीर मुद्दा

पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय कोर्ट में जम्मू कश्मीर के मुद्दे को उठाएगा. इससे पहले पाकिस्तान ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) में कश्मीर का मुद्दा उठाया था लेकिन वहां पर पाकिस्तान को मुंह की खानी पड़ी.

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नई दिल्ली/ इस्लामाबाद।  जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद से पाकिस्तान बौखलाया हुआ है. वह इस मामले को अंतरराष्ट्रीय मंच पर उठाने की पूरी कोशिश कर रहा है. अब पाकिस्तान ने जम्मू कश्मीर के मुद्दे को लेकर अंतरराष्ट्रीय कोर्ट का रुख करने का फैसला किया है.

पाकिस्तानी मीडिया का दावा है कि अब पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय कोर्ट में जम्मू कश्मीर के मुद्दे को उठाएगा. इससे पहले पाकिस्तान ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) में कश्मीर का मुद्दा उठाया था लेकिन वहां पर पाकिस्तान को मुंह की खानी पड़ी.

 


मोदी-ट्रंप के बाद राजनाथ की US रक्षा मंत्री से बात, कहा- कश्मीर अंदरूनी मसला

 

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से फोन पर हुई बातचीत के एक दिन बाद रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने अमेरिकी रक्षा मंत्री मार्क एस्पर से बात की है. सूत्रों के मुताबिक दोनों के बीच अनुच्छेद 370 और कश्मीर पर बात हुई. इस बातचीत में राजनाथ सिंह ने कहा कि कश्मीर का मुद्दा एक आंतरिक मामला है. साथ ही भारत ने इस बात पर भी जोर दिया कि यह एक संप्रभु मुद्दा है.

सूत्रों का कहना है कि मार्क ने भारत के रुख से सहमति जताई और कहा कि कश्मीर एक द्विपक्षीय मुद्दा है. साथ ही दोनों पक्षों के बीच मेजर डिफेंस पार्टनर फ्रेमवर्क (एमडीपी) के तहत रक्षा संबंधों को गहरा बनाने पर भी चर्चा की गई.

इससे पहले भारत और पाकिस्तान के बीच जारी तनाव के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से लंबी बातचीत की. लगभग 30 मिनट तक चली इस बातचीत के दौरान पीएम मोदी ने पाकिस्तान का नाम लिए बिना क्षेत्र में तनाव पैदा करने का आरोप लगाया. दोनों नेताओं के बीच क्षेत्रीय शांति के अलावा द्विपक्षीय मुद्दों पर भी चर्चा हुई.

प्रधानमंत्री ने पाकिस्तान का नाम लिए बिना कहा कि ‘कुछ नेताओं द्वारा’ भारत के खिलाफ भड़काऊ बयानबाजी क्षेत्रीय शांति के लिए लाभकारी नहीं है. राष्ट्रपति ट्रंप से बातचीत के दौरान पीएम नरेंद्र मोदी ने आतंक और हिंसा से मुक्त वातावरण के निर्माण पर जोर दिया और कहा कि ऐसे वातावरण में सीमा पार आतंकवाद की कोई जगह नहीं होनी चाहिए.

पीएम मोदी से बात के बाद डोनाल्ड ट्रंप ने पाकिस्तान के पीएम इमरान खान से बात की. पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने दावा किया कि राष्ट्रपति ट्रंप ने इमरान खान से फोन पर बात की. शाह महमूद कुरैशी ने कहा कि पाकिस्तान को उम्मीद है कि ट्रंप और अमेरिका कश्मीर मसले में अपनी भूमिका निभाएंगे.


370 हटने के बाद कश्मीर में पहला एनकाउंटर, 16 दिन बाद घाटी में चलीं गोलियां

 

कश्मीर में 5 अगस्त के बाद पहला एनकाउंटर हुआ है. (फाइल फोटो-एएनआई)

जम्मू और कश्मीर के बारामूला में सुरक्षा बलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़ हुई है. पुलिस के मुताबिक इलाके को घेर लिया गया है. कश्मीर से धारा 370 हटाने के बाद ये पहला एनकाउंटर है. यानी कि कश्मीर में 16 दिन बाद गोलियां चलीं हैं.


अभिनंदन को गिरफ्तार करने वाले पाकिस्तानी कमांडो को सुरक्षाबलों ने किया ढेर

भारतीय वायुसेना के पायलट विंग कमांडर अभिनंदन वर्धमान को पकड़ने वाले पाकिस्तानी कमांडो को सुरक्षाबलों ने सीमा पर ढेर कर दिया है. नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर भारतीय सुरक्षाबलों की गोलीबारी में सूबेदार अहमद खान मारा गया. इसी साल फरवरी में वायुसेना के पायलट अभिनंदन का विमान पाकिस्तान में दुर्घटनाग्रस्त हो गया था, जिसके बाद उन्हें वहां पकड़ लिया गया था.

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तानी सेना के स्पेशल सर्विस ग्रुप के एक सूबेदार अहमद खान को भारतीय सेना ने नियंत्रण रेखा के नकियाल सेक्टर में 17 अगस्त को उस वक्त मार गिराया, जब वह भारत में घुसपैठियों की एंट्री कराने की कोशिशें कर रहा था. पाकिस्तान ने जब 27 फरवरी को अभिनंदन के पकड़े जाने की तस्वीरों जारी कीं तब उसमें दाढ़ीवाले सैनिक अहमद खान को भारतीय पायलट के पीछे खड़ा देखा जा सकता है.

वायुसेना के पायलट अभिनंदन (फाइल फोटो)

भारतीय वायुसेना ने पुलवामा आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान को करारा जवाब देते हुए बालाकोट में एयर स्ट्राइक की थी. सेना की इस कार्रवाई में सीमा पार से चल रहे कई आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया गया था. इसके एक्शन के अगले ही दिन पाकिस्तानी सुरक्षाबलों ने अभिनंदन को उस वक्त पकड़ा था, जब उनका मिग 21 विमान पाकिस्तानी विमान का पीछा करते समय क्रैश हो गया था.

ऐसी जानकारी है कि अहमद खान नौशेरा, सुंदरबनी और पल्लन वाला सेक्टरों में घुसपैठ करवाता था. जैश-ए-मोहम्मद के आतंकियों को भारतीय सीमा में प्रवेश कराकर खान और उसके साथी कश्मीर में आतंकी वारदातों को अंजान देने की फिराक में रहते थे.

जम्मू-कश्मीर से धारा 370 हटने के बाद पाकिस्तान लगातार सीज फायर का उल्लंघन कर रहा है जिसका माकूल जवाब भारतीय सुरक्षाबलों की ओर से दिया जा रहा है. इस जवाबी कार्रवाई और घुसपैठ को रोकने के प्रयास में जवानों ने बड़ी सफलता हासिल की है.


ओवैसी का PM मोदी पर निशाना- कश्मीर द्विपक्षीय मुद्दा तो ट्रंप को क्यों किया फोन

असदुद्दीन ओवैसी (फाइल फोटो-आजतक)

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से फोन पर बातचीत को लेकर AIMIM नेता असदुद्दीन ओवैसी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा है. ओवैसी ने मंगलवार को कहा कि अगर कश्मीर द्विपक्षीय मुद्दा है तो प्रधानमंत्री मोदी को ट्रंप से बातचीत करने की क्या जरूरत थी और क्यों वह इस बारे में अमेरिका से शिकायत कर रहे हैं. पीएम मोदी और ट्रंप के बीच सोमवार को फोन पर करीब आधे घंटे बातचीत हुई थी जिसमें क्षेत्रीय मुद्दों समेत व्यापार और द्विपक्षीय संबंधों को लेकर चर्चा की गई.

पीएम मोदी की इस बातचीत से ओवैसी काफी नाराज दिखे और उन्होंने कहा कि हम शुरुआत से कह रहे हैं कि कश्मीर द्विपक्षीय मुद्दा है और इस बारे में भारत का रुख काफी पहले से साफ है. बावजूद इसके पीएम मोदी को ट्रंप से बातचीत करने की क्या जरूरत थी और क्यों वह इस बारे में शिकायत कर रहे हैं.

ट्रंप से क्या बोले मोदी?

अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप से फोन पर हुई बातचीत में पीएम मोदी ने क्षेत्रीय शांति पर चर्चा की साथ ही उन्होंने पाकिस्तान का नाम लिए बिना कहा कि ‘कुछ नेताओं की ओर से’ भारत के खिलाफ भड़काऊ बयानबाजी क्षेत्रीय शांति के लिए खतरा है. पीएम मोदी का इशारा साफ तौर पर पाकिस्तान की ओर था क्योंकि कश्मीर से धारा 370 हटने के बाद पड़ोसी देश बौखलाया हुआ है. पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के लेकर वहां के तमाम मंत्री और नेता भारत के खिलाफ लगातार जहर उगल रहे हैं.

प्रधानमंत्री मोदी ने अपनी बातचीत में आतंक और हिंसा से मुक्त माहौल बनाने पर भी जोर दिया. उन्होंने कहा कि सीमा पार आतंकवाद की कोई जगह नहीं होनी चाहिए. पाकिस्तान कश्मीर में सुरक्षाबलों की तैनाती के बाद से सीमा पर लगातार सीजफायर का उल्लंघन कर रहा है तो इसके जवाब में भारतीय सेना की ओर से भी बॉर्डर पर कार्रवाई की जा रही है.

दशकों से रुख पर कायम

भारत सरकार आज से नहीं बल्कि दशकों से कश्मीर पर अपने रुख पर कायम है. पूर्व की सरकारों से लेकर मौजूदा मोदी सरकार भी तमाम वैश्विक मंचों से यह साफ कर चुकी है कि कश्मीर द्विपक्षीय मुद्दा है और इसमें किसी तीसरे पक्ष का हस्तक्षेप स्वीकार नहीं किया जाएगा. साथ ही भारत का कहना है कि आतंकवाद पर लगाम लगाए बगैर पाकिस्तान के साथ किसी तरह की बातचीत संभव नहीं है. इसके उलट पाकिस्तान द्विपक्षीय बातचीत में कश्मीर को तीसरे पक्ष के रूप में शामिल करना चाहता है जिसपर भारत को सख्त एतराज है.

कश्मीर पर मध्यस्थता के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप की ओर से भी प्रस्ताव दिया गया था लेकिन भारत सरकार ने संसद से उस प्रस्ताव को खारिज करते हुए अपना पक्ष साफ कर दिया है. अब पाकिस्तान दुनिया के कई देशों के सामने कश्मीर के मुद्दे को उठा चुका है लेकिन हर बार उसे मुंह की खानी पड़ी है.

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