सेना पर टिप्पणी से घिरीं शेहला रशीद तो अब कहा- जांच करा ले सेना
जम्मू-कश्मीर में आज खुले स्कूल-कॉलेज14 दिन बाद खुले हैं स्कूल-कॉलेजघाटी में अभी भी तैनात हैं हजारों सुरक्षाबल5 अगस्त को हटाया गया था अनुच्छेद 370सुरक्षा व्यवस्था पर अमित शाह ने की बैठक
श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर में अब हालात धीरे-धीरे सामान्य हो रहे हैं. सोमवार को घाटी में करीब दो हफ्ते के बाद स्कूल-कॉलेज खुले, हालांकि, स्कूल पहुंचने वाले बच्चों की संख्या काफी कम ही रही. धीरे-धीरे श्रीनगर में लैंडलाइन की सुविधा भी शुरू की जा रही है, हालांकि अभी इंटरनेट पर रोक लगी हुई है. इस सभी के बीच सोमवार को ही गृह मंत्री अमित शाह ने जम्मू-कश्मीर के मसले पर बैठक की, उनके साथ NSA अजीत डोभाल भी बैठक में मौजूद रहे. इस बीच शेहला राशिद ने कश्मीर में मानवाधिकारों के उल्लंघन की बात कहते हुए जांच की मांग की है.
My reaction to the controversy:
All of my tweets are based on conversations with people. My thread highlights the positive work of the administration too. Let the Army conduct a fair and impartial probe and I'm willing to share the details of the incidents mentioned with them.
— Shehla Rashid شہلا رشید (@Shehla_Rashid) August 19, 2019
Don't let the topic of my arrest divert your attention from the human rights abuse going on in #Kashmir right now. These abuses are not in the service of the nation, but in service of the ruling party's political agenda. If I do get arrested, share this thread with the world: https://t.co/TlxnvOn2ZM
— Shehla Rashid شہلا رشید (@Shehla_Rashid) August 19, 2019
शेहला ने की मांग, घाटी में कथित मानवाधिकार उल्लंघन की हो जांच
एक्टिविस्ट शेहला राशिद ने मांग की है कि जम्मू-कश्मीर में सेना द्वारा कथित मानवाधिकार के उल्लंघन के आरोपों की जांच करवाई जाए. शेहला राशिद ने ट्वीट में दावा किया है कि वे जो भी ट्वीट कर रही हैं, लोगों से बातचीत पर आधारित है. शेहला ने कहा कि वे अपने ट्वीट में प्रशासन द्वारा किए जा रहे अच्छे कामों की भी चर्चा कर रही है. शेहला ने कहा कि आर्मी को इन आरोपों की निष्पक्ष जांच करवानी चाहिए अगर आर्मी ऐसा करती है तो वे उन घटनाओं के बारे में विस्तार से जानकारी देने को तैयार है जसकी चर्चा उन्होंने अपने ट्वीट पर की है.
कश्मीर में हालात सामान्य
रिपोर्ट के मुताबिक जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद-370 हटने के बाद इस वक्त कश्मीर में हालात सामान्य है, अबतक हिंसा की कोई खबर नहीं है. मीटिंग में जम्मू के हालात पर भी चर्चा हुई. सूत्रों के मुताबिक जम्मू में जिंदगी पूरी तरह से पटरी पर आ गई है. हालांकि जम्मू क्षेत्र के कुछ इलाकों में अभी भी इंटरनेट सेवा बहाल नहीं की गई है.
जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा इंतजामों का जायजा
गृह मंत्रालय में जम्मू-कश्मीर की ताजा हालात को लेकर चल रही बैठक खत्म हो गई है. इस बैठक में गृह मंत्री अमित शाह, एनएनए अजीत डोभाल, गृह सचिव राजीव गौबा, आईबी चीफ अरविंद कुमार मौजूद रहे. सूत्रों ने बताया कि खुफिया अधिकारियों ने राज्य की मौजूदा स्थिति से गृह मंत्रालय को अवगत कराया. कश्मीर में 190 स्कूल खुलने के बाद गृह मंत्री अमित शाह और एनएसए अजित डोभाल ने स्थिति का जायजा लिया, सुरक्षा इंतजामों की समीक्षा की।
जम्मू-कश्मीर पर अमित शाह की बैठक, घाटी से लौटे अजित डोभाल भी शामिल
जम्मू-कश्मीर की मौजूदा स्थिति को लेकर गृह मंत्री अमित शाह और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल की बैठक हो रही है. इस बैठक में घाटी की ताजा स्थिति का जायजा लिया जा रहा है. बता दें कि अजित डोभाल काफी दिनों तक जम्मू-कश्मीर में ही थे और वहां की स्थिति पर करीब से नज़र बनाए हुए थे. अजित डोभाल दो दिन पहले से ही घाटी से दिल्ली लौटे हैं. इस बैठक में अमित शाह, अजित डोभाल के अलावा गृह सचिव और अन्य बड़े अधिकारी शामिल रहे. गृह मंत्रालय में ये बैठक करीब आधे घंटे तक चली. गौरतलब है कि आज करीब 14 दिन बाद घाटी में स्कूल-कॉलेज खुले हैं. कड़ी सुरक्षा के बीच स्कूल-कॉलेज खुले हैं, हालांकि काफी कम संख्या में बच्चे स्कूल पहुंचे थे.
गुलाम नबी आजाद का मोदी सरकार पर निशाना
राज्यसभा में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आज़ाद ने एक बार फिर कश्मीर के मसले पर केंद्र सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने मांग की है कि अब 15 दिन हो चुके हैं जब जम्मू-कश्मीर के दो पूर्व मुख्यमंत्रियों को बंदी बनाया हुआ है. ऐसे में उन्हें तुरंत छोड़ना चाहिए और घाटी के लोगों पर लगी पाबंदियों को हटाना चाहिए. उन्होंने कहा कि भारत सरकार ने जम्मू-कश्मीर में डर का माहौल बनाया हुआ है.
अलगाववादी नेता की मदद करने वालों पर गिरी गाज
जम्मू-कश्मीर में इंटरनेट की सुविधा बंद है. इसके बावजूद अलगाववादी नेता सैयद अली शाह गिलानी ने कुछ ट्वीट किए थे, अब इसी मामले में हुई कार्रवाई के तहत BSNL के दो अधिकारियों पर गाज गिरी है. क्योंकि पूरे प्रदेश के लिए जब इंटरनेट की सुविधा बंद थी तो फिर अलगाववादी नेता के पास फोन और इंटरनेट की सुविधा किस तरह पहुंची. बता दें कि अनुच्छेद 370 हटने के बाद गिलानी ने कुछ ऐसे ट्वीट किए थे, जो भड़काऊ थे. हालांकि, बाद में उनका ट्विटर अकाउंट सस्पेंड कर दिया गया था.
राजौरी में भी खुल गए हैं स्कूल…
जम्मू-कश्मीर के राजौरी में भी स्कूल खुलने शुरू हो गए हैं और बच्चे पहुंच रहे हैं. आज दो हफ्ते के बाद स्कूल-कॉलेज खुले हैं. स्कूलों के आसपास सुरक्षा काफी बढ़ाई गई है.
Jammu & Kashmir: Schools re-open in RAJOURI district today. pic.twitter.com/l0bnshkDUi
— ANI (@ANI) August 19, 2019
अफवाह पर ना दें ध्यान…
जम्मू-कश्मीर के गृह विभाग की तरफ से सोमवार सुबह एक बयान जारी किया गया है. पुलिस के द्वारा बताया गया है कि एक अफवाह फैलाई जा रही है कि जम्मू-कश्मीर पुलिस के हथियार जब्त किए जा रहे हैं, लेकिन ये अफवाह गलत हैं. गृह विभाग की तरफ से अपील की गई है कि इस तरह की किसी खबर पर विश्वास ना करें.
Public at large is further advised not to believe in such rumours/ baseless news and not to further spread such news without verifying from authentic sources: Home Secy, J&K
— DIPR-J&K (@diprjk) August 19, 2019
घाटी में कॉलेज में एग्जाम की सुविधा पर विचार किया जाएगा, साथ ही जितने दिन स्कूल बंद रहे उतने दिन के लिए एक्सट्रा क्लास चलाई जाएगी.