नई दिल्ली। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (United National Security Council) में जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 को हटाए जाने को लेकर बंद कमरे में चर्चा हुई. इस बैठक के बाद संयुक्त राष्ट्र में भारत के राजदूत सैयद अकबरूद्दीन ने पत्रकारों के सवालों के जवाब दिए. उन्होंने जवाब की शुरुआत पाकिस्तानी पत्रकारों के सवालों से की और सभी के सधे हुए जवाब दिए.
#WATCH: Syed Akbaruddin, India’s Ambassador to UN says,"so, let me start by coming across to you and shaking hands. All three of you," to a Pakistani journalist when asked,"when will you begin a dialogue with Pakistan?" pic.twitter.com/0s06XAaasl
— ANI (@ANI) August 16, 2019
सैयद अकबरूद्दीन ने कहा कि अनुच्छेद 370 हटाना भारत का आंतरिक मामला है और जम्मू-कश्मीर के विकास के लिए यह कदम उठाया गया है. उन्होंने कहा कि सिर्फ भारत ही तय कर सकता है कि वो आंतरिक मसलों को कैसे हल करेगा. जहां तक कश्मीर में तनाव का सवाल है भारत ने बेहतरीन काम किया है और सोमवार से राज्य में सभी स्कूल-कॉलेज खुल जाएंगे.
अकबरूद्दीन ने आगे कहा कि बाहर के लोगों को इस फैसले (अनुच्छेद 370 हटाने का फैसला) से कोई मतलब नहीं है. हिंसा किसी भी समस्या का हल नहीं है. उन्होंने बिना नाम लिए पाकिस्तान पर निशाना साधा और कहा कि एक देश जेहाद और हिंसा की बात कर रहा है, जबकि इससे कोई हल नहीं निकल सकता. उन्होंने कहा कि हम पाकिस्तान के साथ शांति वार्ता के लिए हमेशा तैयार रहे हैं हालांकि, आतंकवाद इसमें हमेशा से अड़चन रहा है.
अकबरूद्दीन ने कहा कि भारत लोकतांत्रिक तरीके से जम्मू-कश्मीर के हालात ठीक करने की कोशिश कर रहा है. किसी भी अंतरराष्ट्रीय संस्था ने नहीं कहा है कि भारत मानवाधिकारों का उल्लंघन कर रहा है. हमारा संविधान एक खुली किताब है. लोकतंत्र के बारे में हमारा अनुभव कई देशों से ज्यादा है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि भारतीय सुरक्षा एजेंसियां और राज्य की प्रशासनिक शक्तियां एहतियातन कई कदम उठा रही हैं. आप लोग तसल्ली रखिए जल्दी ही राज्य में सब कुछ पहले जैसा सामान्य हो जाएगा. बता दें कि सुरक्षा परिषद के सदस्य देशों ने बैठक में भारत-पाक दोनों देशों से शांति बरतने की अपील की और ऐसा कुछ न करने के लिए कहा जिससे क्षेत्र में अशांति पैदा हो.