नई दिल्ली: आने वाले दिनों में मरीज़ के तीमारदारों को डॉक्टरों से मारपीट करना महंगा पड़ेगा. सज़ा और भारी जुर्माने का प्रावधान के साथ इसका मसौदा स्वास्थ्य मंत्रालय ने तैयार कर लिया है. इस बात की जानकारी केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने दी. साथ में यह भी कहा कि मसौदा को कुछ ही दिनों में फीडबैक के लिए पब्लिक फोरम के बीच डाला जाएगा. स्वास्थ्य मंत्रालय ने ये मसौदा रेजिडेंट डॉक्टर्स और इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के साथ मिलकर बनाया है.
फिलहाल जो प्रस्ताव हैं उसके मुताबिक-
- सालभर की सज़ा से लेकर 7 साल तक कि सजा का प्रावधान
- एक लाख से लेकर 5 लाख तक मुआवजे की बात
- अगर हॉस्पिटल या उसके इक्विपमेंट को नुकसान तो उसके कॉस्ट से दोगुना पैसा वसूलने का प्रावधान
फेडरेशन ऑफ रेजिडेंट डॉक्टर एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ सुमेद सन्दनशिव के मुताबिक दिल्ली में साल भर के भीतर करीब 60-70 घटनाएं डॉक्टर के साथ मारपीट की हुई हैं और इसको लेकर राजधानी में ही दर्जन से भी ज़्यादा बार डॉक्टर हड़ताल कर चुके हैं. लोकनायक अस्पताल में तो मरीज़ों को तीन बार अस्पताल की वजह से परेशानी हुई है.
वहीं, 17 राज्यों में रेजिडेंट डॉक्टर्स को लेकर काम करने वाली यूनाइटेड रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ मनु गौतम की मानें तो देशभर में मौखिक या शारीरिक रूप से हर दिन औसतन एक डॉक्टर इसका शिकार हो रहा है. पर, इस बात पर ज़ोर दिया कि ज़्यादातर मामले रिपोर्ट ही नहीं होते. हाल ही में कोलकाता में डॉ के साथ मारपीट की घटना ने देशभर में सुर्खियां बटोरी थी। सख्त कानून की मांग लंबे अरसे से हो रही थी.