Article 370: अब्दुल बासित पर भड़कीं शोभा डे, खुद को बताया देशभक्त
पाकिस्तान के पूर्व उच्चायुक्त के दावों पर शोभा डे का जवाब- मुझे, भारत को बदनाम करने के लिए गढ़ रहे कहानी पाकिस्तान के पूर्व उच्चायुक्त के दावों पर शोभा डे ने कहा कि वह देशभक्त भारतीय हैं और बासित के दावों से “बुरी तरह अपमानित” महसूस कर रही हैं.
नई दिल्ली। भारत में पाकिस्तान के पूर्व राजदूत अब्दुल बासित के एक बयान से भारत में हड़कंप मच गया है। बासित के निशाने पर थीं जानी-मानी लेखिका शोभा डे। बासित ने शोभा डे की राष्ट्र के प्रति ईमानदारी पर सवाल उठाया तो लेखिका ने भी वीडियो जारी कर जवाब दिया। पढ़िए पूरा किस्सा –
अब्दुल साबित का आरोप: अब्दुल बासित ने एक इंटरव्यू में कहा कि आतंकी बुरहान वानी की भारतीय सेना के साथ मुठभेड़ में मौत के बाद शोभा डे ने उनके कहने पर पाकिस्तान के समर्थन में एक लेख लिखा था। यह 2016 का मामला है। शोभा डे ने इस आर्टिकल के माध्यम से कश्मीर के समाधान के लिए जनमत संग्रह की वकालत की। इसी आर्टिकल को लेकर अब्दुल बासित ने दावा किया कि यह उनके कहने के बाद ही शोभा डे ने लिखा था। आर्टिकल में वो सभी बातें कही गईं थीं, जो आए दिन पाकिस्तान बोलता है।
#WATCH Columnist Shobhaa De responds to claims by Former Pakistan High Commissioner to India, Abdul Basit, that he managed to influence her writings on Kashmir pic.twitter.com/784dub1wBW
— ANI (@ANI) August 12, 2019
शोभा डे का जवाब: सोशल मीडिया पर बहस छिड़ी तो शोभा डे को सामने आना पड़ा। उन्होंने वीडियो जारी कर कहा, ‘मैं अब्दुल बासित के इस दावे पर कोई रिप्लाय नहीं करती, लेकिन झूठ का पर्दाफाश करना जरूरी है।अब्दुल बासित न केवल मुझे बदनाम करने के लिए बल्कि भारत को बदनाम करने के लिए यह झूठी कहानी बना रहे हैं।’
‘मैं केवल एक बार उस व्यक्ति से मिली हूं। यह तब की बात है जब उसने खुद को आकर थोपने की कोशिश की और एक छोटे से समूह में घुस आया। यह बात इस साल जनवरी जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल के दौरान एक पब्लिशिंग पार्टी की है।’
बकौल शोभा, अब्दुल बासित ने उस दौरान चर्चा में कई मुद्दे छेड़ने चाहे लकिन जैसे ही चीन का जिक्र हुआ वो भाग खड़ा हुआ। ये पहला मौका था जब मेरा उससे आमना सामना हुआ। मैं ऑन रिकॉर्ड कहना चाहती हूं कि वह बहुत खतरनाक खेल खेल रहा है। हम सच्चाई में विश्वास रखते हैं। हम सब देशभक्त और सच्चे भारतीय हैं। मुझे बहुत इंसल्ट महसूस हो रहा है कि उसने यह बात करने की हिम्मत कैसे दिखाई।