पांच प्लेटफाॅर्मों का होगा बछवाडा़ रेलवे जंक्शन , मेन बिल्डिंग निर्माण में ठेकेदार ने मचा रखी है लूट खसूट
दोहरीकरण का कार्य पुर्ण होने के पश्चात हाजीपुर व सोनपुर में बढते रेल कार्यालयों के दायरे एवं जमीन की कमी के कारण बछवाडा़ के बडे़ रेल भूखंड पर कालोनी का निर्माण कराने की कार्ययोजना है ।
राकेश कुमार यादव
बछवाडा़ (बेगूसराय)। पुर्व मध्य रेल (हाजीपुर) अंतर्गत सोनपुर डिविजन के बरौनी जंक्शन के गिरते स्तर एवं घटते जनसुविधाओं का फायदा बछवाडा़ जंक्शन को मिलने लगा है । युं तो बछवाडा़ जंक्शन सोनपुर डिविजन के डी ग्रेड स्टेशनों में से एक था ।
मगर यात्रियों की बढती भीड़ एवं रेल टिकटों के बिक्री में भयंकर इजाफा देख स्टेशन ग्रेडिंग को बढा दिया है । साथ हीं यात्री सुविधाओं में बढोतरी के साथ-साथ इस जंक्शन की कायाकल्प की दिशा में भी कार्य प्रारंभ कर दिया गया है। फिलहाल रेल प्रशासन के द्वारा स्टेशन मेन बिल्डिंग सह मुख्य द्वार एवं वेटिंग हाॅल का निर्माण कार्य युद्ध स्तर पर कराया जा रहा है ।
रेल प्रशासन की जल्दबाजी का फायदा उठाते हुए निर्माण कार्य को अंजाम दे रहे ठेकेदार /कंश्ट्रक्शन कंम्पनी नें घटिया एवं गुणवत्ता रहित निर्माण कराया जा है , साथ ही विभागीय इंजिनियर को मेल में लेकर बडे़ पैमाने पर सरकारी राशि के की लुट खसोट की सुचना है ।
सुत्र बताते हैं कि रेल प्रशासन द्वारा मेन बिल्डिंग एवं मुख्य द्वार के निर्माण के साथ-साथ 02अतिरिक्त नये प्लेटफॉर्म एवं प्लेटफॉर्म सं० 01 को उंचीकरण की भी योजना है । जबकि पुर्व में हीं प्लेटफॉर्म सं० 02 एवं 03 के उंचीकरण का कार्य पुर्ण करा लिया गया है । इस प्रकार बछवाडा़ रेलवे जंक्शन कुल पांच प्लेटफॉर्मों का हो जाएगा ।
उधर बछवाडा़ ~हाजीपुर रेल खण्ड के रेलवे लाइन दोहरीकरण का कार्य भी प्रगति पर है । जिसमें बछवाडा़ से विद्यापतिनगर के बीच दोहरीकरण का कार्य पुर्ण करवाकर तत्काल परिचालन भी प्रारंभ कर लिया गया है । मगर इस दोहरीकरण कार्य में ठेकेदार द्वारा उपयोग की गयी बलुई मिट्टी के कारण भविष्य में खतरा उत्पन्न होने की शत-प्रतिशत संभावना है ।
विभागीय सुत्रों का कहना है कि दोहरीकरण का कार्य पुर्ण होने के पश्चात हाजीपुर व सोनपुर में बढते रेल कार्यालयों के दायरे एवं जमीन की कमी के कारण बछवाडा़ के बडे़ रेल भूखंड पर कालोनी का निर्माण कराने की कार्ययोजना है । इन सारे कार्ययोजनाओं के बीच वर्तमान में चल रहे मेन बिल्डिंग एवं मुख्य द्वार के निर्माण में अगर ससमय अंकुश नहीं लगाया गया तो घटिया एवं गुणवत्ता रहित निर्माण के फलस्वरूप हजारों यात्रियों एवं सैकड़ों रेल कर्मियों के जानमाल का खतरा निश्चित है।