कर्ज-भुखमरी से डूब चुके पाक की धमकी- कश्मीर मुद्दे पर हम किसी भी हद तक जा सकते हैं
सेना प्रमुख कमर बाजवा के हवाले से लिखा, "पाकिस्तानी आर्मी कश्मीरियों के संघर्ष में अंत तक उनके साथ खड़ी रहेगी. हम पूरी तरह से तैयार हैं और इस संबंध में हम अपनी प्रतिबद्धताएं पूरी करने के लिए किसी भी हद तक जा सकते हैं."
इस्लामाबाद। जम्मू-कश्मीर का विशेष राज्य का दर्जा खत्म करने के मोदी सरकार के फैसले के बाद पाकिस्तान के राजनीतिक खेमे से लेकर सैन्य मोर्चे तक खलबली मची हुई है. पाकिस्तान पर अरबों डालर का कर्ज चढ़ा है तो आधी आबादी भुखमरी की शिकार हो रही है। इस स्थिति में पाकिस्तान के राष्ट्रपति आरिफ अल्वी ने मंगलवार को कश्मीर में बदलते घटनाक्रमों को लेकर संसद का संयुक्त सत्र बुलाया तो दूसरी तरफ पाकिस्तान के सेना प्रमुख कमर जावेद बाजवा ने भी इसी मुद्दे पर कॉर्प्स कमांडरों की बैठक की.
मंगलवार को कॉर्प्स कमांडरों की बैठक खत्म होने के बाद पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता मेजर जनरल आसिफ गफूर ने ट्वीट किया, “कश्मीर मुद्दे पर भारत की कार्रवाई को खारिज करने के सरकार के फैसले का सेना पूरी तरह से समर्थन करती है. दशकों पहले अनुच्छेद-370 और 35-ए के जरिए जम्मू-कश्मीर के अधिग्रहण को कानूनी बनाने की भारतीय कोशिशों को पाकिस्तान ने कभी मान्यता नहीं दी, अब भारत ने खुद ही इन्हें हटा दिया है.”
उन्होंने सेना प्रमुख कमर बाजवा के हवाले से लिखा, “पाकिस्तानी आर्मी कश्मीरियों के संघर्ष में अंत तक उनके साथ खड़ी रहेगी. हम पूरी तरह से तैयार हैं और इस संबंध में हम अपनी प्रतिबद्धताएं पूरी करने के लिए किसी भी हद तक जा सकते हैं.”
इमरान खान की सरकार के मंत्री फवाद चौधरी ने भी जंग की धमकी दी है. उन्होंने कहा, भारत, पाकिस्तान को फिलिस्तीन बनाने की कोशिश कर रहा है. संसद में बेकार के मसलों पर उलझने के बजाय हमें भारत का जवाब खून, आंसू और पसीने से देना होगा. हमें जंग के लिए तैयार रहना होगा.
पाकिस्तान विश्व भर के नेताओं से भारत के खिलाफ समर्थन जुटाने की कोशिश कर रहा है लेकिन नाकामयाब रहा है. सदाबहार दोस्त चीन की तरफ से भी कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है. वहीं, अमेरिका ने सीमा पर सभी पक्षों से शांति बनाए रखने की अपील की.
पाक प्रधानमंत्री इमरान खान ने मलेशिया और तुर्की के राष्ट्राध्यक्षों से फोन पर बात की और कश्मीर में अनुच्छेद-370 को खत्म करने के भारत के इस कदम को अवैध करार दिया. उन्होंने कहा कि इससे घाटी की शांति नष्ट हो जाएगी.
जम्मू-कश्मीर के स्पेशल स्टेटस को खत्म करने के भारत सरकार के फैसले को लेकर इस्लामिक सहयोग संगठन (OIC) मंगलवार को जेद्दाह में एक बैठक बुलाई गई है. पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी बैठक में कश्मीर मसले पर पाकिस्तान का पक्ष रखेंगे.
मोदी सरकार के कश्मीर पर अप्रत्याशित ऐलान के बाद पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने अपने बयान में कहा था, ‘कश्मीर का मुद्दा एक अंतराष्ट्रीय विवाद है. भारत सरकार कश्मीर पर कोई एकपक्षीय फैसला नहीं कर सकती है. यह फैसला न तो पाकिस्तान को मंजूर है, न ही जम्मू और कश्मीर को लोगों को.’ पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने कहा था कि भारत अगर अनुच्छेद 35-ए से छेड़छाड़ करता है तो कश्मीर की समस्या बढ़ जाएगी. उन्होंने इसे एक खतरनाक खेल की शुरुआत बताया था.