देश को संबोधित करेंगे PM मोदी, सभी पार्टियों से भी कर सकते हैं मुलाकात

केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने राज्यसभा में जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने का संकल्प पेश कर दिया है. लद्दाख अब जम्मू और कश्मीर का हिस्सा नहीं होगा. अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कई प्रदेशों के मुख्यमंत्रियों से मुलाकात करेंगे.

  • अनुच्छेद 370 पर बड़े फैसले के बाद पीएम देश को करेंगे संबोधित
  • लद्दाख जम्मू-कश्मीर से होगा अलग
  • जम्मू-कश्मीर पर केंद्र का निर्णायक फैसला

नई दिल्ली/ श्रीनगर। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने राज्यसभा में जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 को हटाने और लद्दाख को अलग करने का संकल्प पेश किया. इस ऐलान के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सात अगस्त को सभी पार्टियों की मीटिंग बुलाई है. इसी दिन एनडीए के सांसदों से पीएम मोदी और गृहमंत्री अमित शाह मिलेंगे. इसके बाद पीएम मोदी देश को संबोधित करेंगे. माना जा रहा है कि पीएम मोदी इसी दिन पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल, असम समेत कई प्रदेशों के मुख्यमंत्रियों से बात करेंगे.

 

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जम्मू-कश्मीर को लेकर मोदी सरकार ने ऐतिहासिक उठाया है. केंद्र सरकार के फैसले के बाद जम्मू-कश्मीर अब एक केंद्र शासित प्रदेश बन गया है. केंद्र के फैसले के बाद अब संविधान के अनुच्छेद 370 का प्रभाव कम कर दिया गया है. इसके कुछ बेहद जरूरी उपबंधों को रद्द कर दिया गया है. इसके अलावा केंद्र सरकार ने लद्दाख को जम्मू-कश्मीर से अलग कर दिया है, यानी लद्दाख अब एक अलग राज्य होगा.

नरेंद्र मोदी सरकार ने जम्मू-कश्मीर के पुनर्गठन विधेयक को पेश किया है. इसके तहत जम्मू-कश्मीर से लद्दाख को अलग कर दिया गया है. लद्दाख को बिना विधानसभा केंद्र शासित प्रदेश का दर्जा दिया गया है.

अमित शाह की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि लद्दाख के लोगों की लंबे समय से मांग रही है कि लद्दाख को केंद्र शासित राज्य का दर्ज दिया जाए, ताकि यहां रहने वाले लोग अपने लक्ष्यों को हासिल कर सकें. रिपोर्ट के मुताबिक जम्मू-कश्मीर को अलग से केंद्र शासित प्रदेश का दर्जा दिया गया है. जम्मू-कश्मीर राज्य में विधानसभा होगी.


राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का वो आदेश जिसने कश्मीर से हटाई धारा 370

जम्मू-कश्मीर को लेकर मोदी सरकार ने ऐतिहासिक कदम उठा दिया है. जम्मू-कश्मीर अब एक केंद्र शासित प्रदेश बन गया है. साथ ही घाटी को धारा 370 के जरिए जो विशेषाधिकार मिले हुए थे, वह भी खत्म हो गए हैं. इसके अलावा केंद्र सरकार ने लद्दाख को जम्मू-कश्मीर से अलग कर दिया है, यानी लद्दाख अब एक अलग राज्य होगा.
जम्मू-कश्मीर: नेता बता रहे हैं सबसे खराब दौर, जायरा ने कहा- वक्त गुजर जाएगा

जम्मू-कश्मीर में के मौजूदा हालात पर पूरे देश का ध्यान है. जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्रियों उमर अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती के मुताबिक़ उन्हें हाउस अरेस्ट कर लिया गया है. कश्मीर के मौजूदा हालात पर दोनों नेताओं ने कई ट्वीट किए और कहा कि कश्मीर के इतिहास में इस वक्त सबसे खराब हालात हैं.

इस मामले पर एक्ट्रेस जायरा वसीम ने कहा, “यह वक्त भी गुजर जाएगा.” बताते चलें कि जायरा का ये ट्वीट काफी लंबे वक्त बाद आया है. जायरा ने पिछले दिनों धर्म की दुहाई देते हुए बॉलीवुड छोड़ने का ऐलान किया था. उनकी आलोचना भी हुई थी. जायरा वसीम, कश्मीर की ही हैं. जायरा के अलावा भी तमाम सितारे जम्मू कश्मीर को लेकर ट्वीट कर रहे हैं.

एक्टर संजय सूरी ने लिखा, “कश्मीर में मौजूद सभी लोग अपना ख्याल रखें.” अनुपम खेर ने भी लिखा, “कश्मीर मामले का हल शुरू हो गया है.” अनुपम के ट्वीट पर काफी बवाल भी मचा हुआ है.

रिपोर्ट्स हैं कि कश्मीर में सुरक्षा के लिहाज से सरकार की ओर से कई फैसले लिए गए हैं. इंटरनेट सेवाओं को बंद करने की खबरें सामने आ रही हैं. इससे पहले अमरनाथ यात्रा को सरकार ने रद्द कर दिया और कश्मीर में सभी पर्यटकों को तुरंत कश्मीर छोड़ने का आदेश दिया.

राज्यसभा में PDP सांसदों ने फाड़े कपड़े, धरने पर बैठे गुलाम नबी आजाद

 

 

बसपा ने किया प्रस्ताव का समर्थन

जम्मू कश्मीर आरक्षण और पुनर्गठन बिल को बसपा ने समर्थन दिया है. सपा के रामगोपाल ने इसे असंवैधानिक बताते हुए कहा कि अगर आपने 2 हिस्सों में बांट दिया है जो जम्मू कश्मीर में आरक्षण कैसे लागू होगा. कांग्रेस और टीएमसी इस बिल के कड़े विरोध में है. प्रस्ताव के समर्थन में बीजेपी सांसद भूपेंद्र यादव ने कहा कि यह प्रावधान अस्थाई था जिसे हटाना देश की एकता और अखंडता के लिए काफी जरूरी था, ऐसा सिक्किम को भारत में शामिल करने के लिए भी किया गया था.

370 ने कश्मीर को भारत से नहीं जुड़ने दिया: अमित शाह

अमित शाह ने कहा कि 370 के कारण जम्मू कश्मीर के लोग गरीबी में जीने को मजबूर हैं और उन्हें आरक्षण का फायदा नहीं मिल रहा है. इसी अनुच्छेध के कारण कश्मीर के 3 परिवारों ने कश्मीर को  सालों तक लूटा है. उन्होंने कहा कि अनुच्छेद 370 से कश्मीर को भारत के साथ नहीं जोड़ा है बल्कि राजा हरि सिंह ने संधि साइन की थी, धारा 370 कश्मीर के भारत से जुड़ने से पहले ही आ चुकी थी. इसी धारा ने कश्मीर को भारत के साथ जुड़ने ही नहीं दिया. अगर यह गैर संवैधानिक है तो विवाद न करते हुए चर्चा करें और हम इसके लिए तैयार हैं. धारा 370 अस्थाई थी और इसे कभी न कभी हटना था लेकिन पिछली सरकारों ने वोट बैंक के लिए इसे हटाने की हिम्मत नहीं की. कैबिनेट ने आज हिम्मत दिखाकर और जम्मू कश्मीर के लोगों के हित के लिए यह फैसला लिया है.
कश्मीर में लाखों लोगों ने कुर्बानियां दी: आजाद
राज्यसभा में गुलाम नबी आजाद ने कहा कि अनुच्छेद 370 के तहत ही जम्मू कश्मीर को भारत के साथ जोड़ा गया था और इसके पीछे लाखों लोगों ने कुर्बानियां दी है. उन्होंने कहा कि हजारों नेताओं ने अपने नेता और कार्यकर्ता खो दिए हैं. आजाद ने कहा कि 1947 से हजारों आम नागरिकों की जान गई हैं. जम्मू कश्मीर को भारत के साथ रखने के लिए हजारों बलिदान हुए हैं. उन्होंने कहा कि जम्मू कश्मीर और लद्दाख के लोग हर हालत में भारत के साथ खड़े रहे. आजाद ने कहा कि यह ऐतिहासिक दिन है और यह कोई आम बात नहीं है. उन्होंने कहा कि मैं इस कानून का कड़े शब्दों में विरोध करता हूं और हम भारत के संविधान की रक्षा के लिए अपनी जान की बाजी लगा देंगे लेकिन हम उस एक्ट का विरोध करते हैं जो हिन्दुस्तान के संविधान को जलाते हैं. बीजेपी ने इसी संविधान की हत्या की है और जिसे अनुच्छेद 370 ने भारत को कश्मीर दिया, उसे ही बीजेपी ने खत्म कर दिया.

पीडीपी सांसदों ने फाड़े कपड़े

राज्यसभा में अमित शाह के बयान के बाद हंगामा जारी है. वाइको ने कहा कि देश में फिर से इमरजेंसी के हालात आ गए हैं इसके बाद सभापति ने कहा कि हालात इमरजेंसी के नहीं अरजेंसी के हैं. उन्होंने हंगामा कर रहे सांसदों से अपने सीट पर जाने के लिए कहा लेकिन कोई भी सांसद वापस जाने को तैयार नहीं है. सदन में पीडीपी सांसदों ने अपने कपड़े फाड़ दिए हैं और सभापति ने उन्हें सदन से बाहर जाने के लिए कहा है. गुलाम नबी आजाद वहीं धरने पर बैठ गए हैं.

 

राइटर चेतन भगत ने जम्मू-कश्मीर पर किया ट्वीट, बोले- आखिरकार कश्मीर आजाद हो गया

अमित शाह के इस ऐलान के बाद राज्यसभा में जमकर हंगामा हो रहा है. अमित शाह ने बताया कि जम्मू-कश्मीर अलग केंद्र शासित प्रदेश बनेगा और लद्दाख को अलग केंद्र शासित प्रदेश बनाया जाएगा. इस तरह जम्मू-कश्मीर मसले को लेकर सोशल मीडिया से लेकर हर जगह खूब रिएक्शन आ रहे हैं. राइटर चेतन भगत (Chetan Bhagat) ने भी एक के बाद एक कई ट्वीट किए हैं और उन्होंने लिखा है कि आखिरकार आज कश्मीर आजाद हो गया है.

कश्मीर पर बड़ा फैसला: धारा 370 हटने पर महबूबा मुफ्ती बोलीं- आज भारतीय लोकतंत्र का स्याह दिन

जम्मू-कश्मीर से धारा 370 खत्म करने और उसका बंटवारा करके केंद्र शासित प्रदेश बाने के ऐलान के बाद पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने कहा कि आज का दिन भारतीय लोकतंत्र का स्याह दिन है. केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने सोमवार सुबह राज्यसभा में जम्मू-कश्मीर से धारा 370 खत्म करने की सिफारिश की. इसके बाद राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने इसे मंजूरी दे दी. इसके साथ ही जम्मू-कश्मीर से विशेष राज्य का दर्ज छिन गया. अमित शाह ने लद्दाख के लिये केंद्र शासित प्रदेश के गठन की घोषणा की जहां चंडीगढ़ की तरह से विधानसभा नहीं होगी. शाह ने राज्यसभा में घोषणा की कि कश्मीर और जम्मू डिवीजन विधान के साथ एक अलग केंद्र शासित प्रदेश होगा जहां दिल्ली और पुडुचेरी की तरह विधानसभा होगी.

इसके बाद महबूबा मुफ्ती ने कहा, ‘आज का दिन भारतीय लोकतंत्र का स्याह दिन है. अनुच्छेद 370 निरस्त करने का भारत सरकार का एकतरफा फैसला गैर कानूनी, असंवैधानिक है. जम्मू-कश्मीर में भारत संचालन बल बन जाएगा. अनुच्छेद 370 पर उठाया गया कदम उपमहाद्वीप के लिए विनाशकारी परिणाम लेकर आएगा, वे जम्मू-कश्मीर के लोगों को आतंकित कर इस क्षेत्र पर अधिकार चाहते हैं. भारत कश्मीर के साथ किये गए वादों को पूरा करने में नाकाम रहा है.’

 

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