पूर्व CM महबूबा मुफ्ती और उमर अब्दुल्ला को किया गया नजरबंद, इंटरनेट हुए डाउन जम्मू कश्मीर में लगाया गया कर्फ्यू
जम्मू कश्मीर (Jammu Kashmir) में जारी असमंजस की स्थिति के बीच पूर्व मुख्यमंत्री और महबूबा मुफ्ती और उमर अब्दुल्ला को नजरबंद कर दिया गया है.
- महबूबा मुफ्ती, उमर अब्दुल्ला को किया गया नज़रबंद
- कई इलाकों में इंटरनेट हुए डाउन
- जम्मू कश्मीर में लगाया गया कर्फ्यू
नई दिल्ली: जम्मू कश्मीर (Jammu Kashmir) में जारी असमंजस की स्थिति के बीच पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती और उमर अब्दुल्ला को नजरबंद (House Arrest) कर दिया गया है.
I believe I’m being placed under house arrest from midnight tonight & the process has already started for other mainstream leaders. No way of knowing if this is true but if it is then I’ll see all of you on the other side of whatever is in store. Allah save us 🙏🏼
— Omar Abdullah (@OmarAbdullah) August 4, 2019
नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला और पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती के अलावा सज्जाद लोन को भी नजरबंद (House Arrest) किया गया है. सूत्रों ने NDTV को यह जानकारी दी है. इसके अलावा श्रीनगर जिले में धारा 144 भी लगा दी गई है और स्कूल, कॉलेजों को बंद रखने के निर्देश दिए गए हैं. बता दें कि यह कदम ऐसे समय में आया है जब राज्य में सुरक्षाबलों की भारी तैनाती की जा रही है और तीर्थयात्रियों और पर्यटकों को तुरंत कश्मीर छोड़ने के लिए कहा गया है.
How ironic that elected representatives like us who fought for peace are under house arrest. The world watches as people & their voices are being muzzled in J&K. The same Kashmir that chose a secular democratic India is facing oppression of unimaginable magnitude. Wake up India
— Mehbooba Mufti (@MehboobaMufti) August 4, 2019
इन खबरों के बीच पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने ट्वीट कर बताया, ‘मुझे लगता है कि आज आधी रात से मुझे नजरबंद किया गया है और मुख्यधारा के अन्य नेताओं के लिए भी ये प्रक्रिया शुरू हो गई है.’
In such difficult times, I’d like to assure our people that come what may, we are in this together & will fight it out. Nothing should break our resolve to strive for what’s rightfully ours.
— Mehbooba Mufti (@MehboobaMufti) August 4, 2019
उधर पीडीपी नेता महबूबा मुफ्ती ने भी ट्वीट कर कहा, ‘कैसी विडंबना है कि हमारे जैसे चुने हुए प्रतिनिधि जो शांति के लिए लड़े थे, घर में नजरबंद हैं. दुनिया देख रही है कि जम्मू-कश्मीर में लोगों और उनकी आवाज को दबाया जा रहा है. वह कश्मीर जिसने एक धर्मनिरपेक्ष लोकतांत्रिक भारत को चुना था, अकल्पनीय उत्पीड़न का सामना कर रहा है. जागो भारत जागो.’
You are not alone @OmarAbdullah. Every Indian democrat will stand with the decent mainstream leaders in Kashmir as you face up to whatever the government has in store for our country. Parliament is still in session & our voices will not be stilled. @INCIndia https://t.co/QqGa4EgrP3
— Shashi Tharoor (@ShashiTharoor) August 4, 2019
इससे पहले एक और ट्वीट में महबूबा मुफ्ती ने कहा, ‘ऐसे मुश्किल समय में मैं लोगों को आश्वस्त करना चाहूंगी कि जो भी हो, हम साथ हैं और इससे लड़ेंगे.’
कांग्रेस नेता शशि थरूर (Shashi Tharoor) उमर अब्दुल्ला (Omar Abdullah) के समर्थन में आए और कहा कि आप अकेले नहीं हैं. कांग्रेस नेता शशि थरूर ने उमर अब्दुल्ला के ट्वीट को रीट्वीट करते हुए लिखा, ‘आप अकेले नहीं हैं उमर अब्दुल्ला. हर लोकतांत्रिक भारतीय कश्मीर के मुख्यधारा के नेताओं के साथ खड़ा है क्योंकि आप उसका सामना करेंगे जो भी देश के लिए सरकार के मन में है. संसद का सत्र अब भी चल रहा है और हमारी आवाज भी शांत नहीं होगी.
बता दें कि इससे पहले बीजेपी को छोड़कर बाकी सियासी पार्टियों के बीच सर्वदलीय बैठक हुई. सुरक्षा कारणों के चलते होटल में बैठक की इजाज़त नहीं दी गई थी. इसके बाद नेशनल कॉन्फ़्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला के घर सर्वदलीय बैठक हुई थी. बैठक में पीडीपी अध्यक्ष और पूर्व सीएम महबूबा मुफ़्ती, पूर्व सीएम उमर अब्दुल्ला और कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गुलाम अहमद मीर, पीपुल्स मूवमेंट के नेता शाह फैसल और सज्जाद लोन भी शामिल हुए थे. सर्वदलीय बैठक के बाद फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि पहचान, स्वायत्तता और जम्मू-कश्मीर के विशेष दर्जे को लेकर सभी पार्टियां एक साथ हैं. उन्होंने लोगों से अमन की अपील भी की.
नेशनल कांफ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने बैठक में स्वीकार किए गए प्रस्ताव के हवाले से कहा था कि पार्टियों ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राजनीतिक दलों के नेताओं से मिलने के लिए प्रतिनिधिमंडल भेजने तथा संविधान के अनुच्छेद 370 और 35-ए को रद्द करने की किसी कोशिश के परिणामों से उन्हें अवगत कराने का फैसला किया है. बैठक में यह भी कहा गया कि 35 ए और 370 से छेड़छाड़ को किसी भी हाल में मंजूर नहीं किया जाएगा.
प्रशासन का आदेश, जम्मू-कश्मीर में सोमवार को स्कूल और कॉलेज रहेंगे बंद
जम्मू जिला प्रशासन ने सभी स्कूलों और कॉलेजों को सोमवार को ऐहतियातन बंद रखने के लिए आदेश जारी किया है. इस बात की जानकारी अधिकारियों ने दी. जम्मू की उपायुक्त सुषमा चौहान ने रविवार रात कहा, ” सभी निजी तथा सरकारी स्कूलों और कॉलेजों को ऐतहियातन बंद रखने की सलाह दी गयी है.” अधिकारियों ने कहा कि जम्मू-कश्मीर की स्थिति को देखते हुए यह कदम उठाया गया है, जहां खतरे की आशंका के कारण सुरक्षा बलों की तैनाती कई गुणा बढ़ा दी गई है.
उन्होंने कहा कि इससे पहले जम्मू क्षेत्र, विशेषकर सीमावर्ती राजौरी और पुंछ जिलों में रैपिड एक्शन फोर्स (आरएएफ) समेत अतिरिक्त अर्धसैनिक बल तैनात कर सुरक्षा कड़ी कर दी गई है.
राज्य की स्थिति को देखते हुए प्रदेश के दो बड़े नेताओं को नजरबंद कर दिया गया है. पीडीपी की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती और नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला को नजरबंद कर दिया गया है. राज्य भर में धारा 144 लागू कर दिया गया है.