यूपी: आजम खान पर ED का शिकंजा, दर्ज हुए 28 मामलों की मांगी जानकारी
प्रवर्तन निदेशालय ने रामपुर पुलिस प्रशासन से समाजवादी पार्टी के सांसद आजम खान समेत अन्य के खिलाफ दर्ज 28 एफआईआर की जानकारी मांगी है. इसके चलते आजम खान की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं.
समाजवादी पार्टी के सांसद आजम खान पर पुलिस के बाद अब प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने शिकंजा कसने की तैयारी शुरू कर दी है. विवादित बयानों को लेकर सुर्खियों में रहने वाले आजम खान की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं. ईडी ने रामपुर पुलिस प्रशासन से आजम खान समेत अन्य के खिलाफ दर्ज 28 एफआईआर की जानकारी मांगी है.
उत्तर प्रदेश सरकार में पूर्व मंत्री आजम खान का विवादों से बहुत पुराना नाता है. पुलिस के मुताबिक साल 1982 से लेकर अब तक आजम खान के खिलाफ करीब 62 मामले दर्ज हो चुके हैं. ताजा मामला जमीन कब्जाने का है. बताया जा रहा है कि आजम खान ने किसानों और सरकारी जमीन पर कब्जा करके जौहर यूनिवर्सिटी को बनाया है. जौहर यूनिवर्सिटी करीब 78 हेक्टेयर जमीन पर बनी है.
आरोप है कि आजम खान ने करीब 15 हेक्टेयर जमीन किसानों की जबरदस्ती ले ली और उनको पैसा भी नहीं दिया. साथ ही करीब 5 हेक्टेयर सरकारी जमीन और 14 हेक्टेयर शत्रु जमीन पर भी कब्जा कर लिया. इसके अलावा बिना इजाजत के दलित समुदाय के लोगों की करीब 4 हेक्टेयर जमीन खरीद ली. आजम खान पर आरोप है कि उन्होंने जौहर यूनिवर्सिटी की ज्यादातर जमीन को तीन गुना कम सर्कल रेट पर खरीदा. उन पर जौहर यूनिवर्सिटी के इंफ्रास्ट्रक्चर को बनाने के लिए 88 करोड़ रुपये के सरकारी फंड का इस्तेमाल करने का भी आरोप है.
आजम खान पर 28 मामले दर्ज
पुलिस के मुताबिक फिलहाल आजम खान के खिलाफ 28 मामले दर्ज किए गए हैं, जिनमें से 26 मामले आलिया गंज के किसानों की शिकायत पर जमीन कब्जाने के दर्ज हैं. साथ ही दो मामले अभद्र टिप्पणी करने से संबंधित हैं. पुलिस के मुताबिक किसानों से मिली शिकायत पर रेवेन्यू इंस्पेक्टर से लेकर तमाम विभागों ने जांच की, जिसके बाद पुलिस ने मामला दर्ज किया.
किसानों की जमीन हड़पने का आरोप
उत्तर प्रदेश के राजस्व विभाग ने कहा कि आजम खान ने अपने पद का दुरुपयोग करके गरीब किसानों की जमीन हड़प ली. उन्होंने विशाल भूमि पर अवैध रूप से कब्जा कर लिया. राजस्व अधिकारी ने कहा, ‘यह भूमि नदी किनारे की है. इसका अधिग्रहण नहीं किया जा सकता है. राजस्व रिकॉर्ड जाली थे और बाद में कई सौ करोड़ रुपये की ये जमीन जौहर अली विश्वविद्यालय के लिए अवैध रूप से हथिया ली गई.’
अधिकारी के मुताबिक नदी के किनारों पर कब्जा करने और धोखाधड़ी करने के लिए बनाए गए जाली दस्तावेज आजम खान के खिलाफ मजबूत सबूत हैं. फिलहाल पुलिस ने नोटिस जारी कर किसानों से खरीदी गई जमीन के दस्तावेज मांगे हैं.
आजम खान पर किताबों की चोरी करने का भी इल्जाम है. रामपुर पुलिस ने उनकी जौहर यूनिवर्सिटी की लाइब्रेरी पर छापेमारी के दौरान चोरी की गई किताबों को बरामद किया है. इस पर पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है.
लोकसभा चुनाव के दौरान दर्ज हुए थे 15 मुकदमे
लोकसभा चुनाव के दौरान आजम खान के खिलाफ कुल 15 मुकदमे दर्ज हुए थे. ये मुकदमे आजम खान के खिलाफ आचार संहिता के उल्लंघन और आपत्तिजनक भाषण देने के मामले में दर्ज हुए थे. इन मुकदमों में से दो मुकदमे ऐसे हैं, जिनमें पुलिस ने पहले ही चार्जशीट तैयार कर ली थी. इसके बाद 13 मुकदमों में पुलिस ने विवेचना पूरी कर आजम खान के खिलाफ चार्जशीट दाखिल कर दी. पुलिस के मुताबिक अभी 7 ऐसे मामले हैं, जिसमें आजम खान के खिलाफ शिकायत मिली है. इनकी जांच की जा रही है.