नई दिल्ली: भारत सरकार द्वारा कश्मीर की घाटी में 10000 अतिरिक्त सैनिकों की तैनाती करने के बाद मुद्दा गर्माता जा रहा है.जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने घाटी में अतिरिक्त 10 हजार सैनिकों की तैनाती के केंद्र सरकार के फैसले पर सवाल उठाए हैं. उन्होंने कहा है इस फैसले से सरकार ने राज्य के लोगों में भय जैसा माहौल पैदा कर दिया है.
Centre’s decision to deploy additional 10,000 troops to the valley has created fear psychosis amongst people. There is no dearth of security forces in Kashmir. J&K is a political problem which won’t be solved by military means. GOI needs to rethink & overhaul its policy.
— Mehbooba Mufti (@MehboobaMufti) July 27, 2019
महबूबा मुफ्ती ने यह भी लिखा कि उन्होंने कहा कि कश्मीर में सुरक्षा बलों की कोई कमी नहीं है. जम्मू-कश्मीर एक राजनीतिक समस्या है जो सैन्य साधनों से हल नहीं होगी. भारत सरकार को अपनी नीति पर पुनर्विचार और सुधार करने की आवश्यकता है.
बता दें कि राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजित डोभाल कश्मीर से वापस आने के बाद ही केंद्र सरकार ने 10,000 अतिरिक्त सैनिकों को घाटी में भेजने के फैसला किया. केंद्रीय गृह मंत्रालय की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि अतिरिक्त केंद्रीय बलों की तैनाती से कश्मीर में आतंकी नेटवर्क को ध्वस्त करने का अभियान मजबूत होगा.