नई दिल्ली: संसद के वर्तमान सत्र की अवधि 3 दिनों तक बढ़ाई जा सकती है . संसद में लंबित पड़े कामकाज के चलते सरकार ये फैसला कर सकती है. आज लोकसभा की बिजनेस एडवाइजरी कमिटी की बैठक में सरकार ने यह प्रस्ताव रखा. संसद सत्र बढ़ाए जाने के सबंध में लोकसभा स्पीकर मंगलवार या बुधवार को फैसला ले सकते हैं.
विपक्षी दलों को थी आपत्ति
बिजनेस एडवाइजरी कमेटी की बैठक में सरकार ने संसद सत्र की अवधि 5 दिनों के लिए बढ़ाने की पेशकश की थी लेकिन सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस और बाकी विपक्षी पार्टियों के सदस्य सरकार के प्रस्ताव से सहमत नहीं थे. बैठक में मौजूद एक विपक्षी सांसद ने कहा कि इस तरह से सदन का सत्र बढ़ाकर सरकार गलत परंपरा की शुरुआत कर रही है. सरकार ने विपक्ष की आपत्ति के बाद सदन 3 दिन बढ़ाने का प्रस्ताव रखा जिसे मान लिया गया है. अब सरकार को इस पर आधिकारिक फैसला लेना है.
अब तक 27 बिल हुए हैं पेश
15 जून से शुरू हुआ संसद का वर्तमान सत्र पहले से तय समय के मुताबिक 26 जुलाई को समाप्त होने वाला है. यह सत्र पिछले 20 सालों में सबसे ज्यादा कामकाज करने वाला सत्र बन गया है. अभी तक संसद में 126 फ़ीसदी तक काम हुआ है. इतना ही नहीं अब तक संसद के दोनों सदनों में सरकार 27 नए बिल को पेश कर चुकी है.
सरकार की मंशा है कि ज्यादा से ज्यादा विधेयकों को इसी सत्र में पारित करवा लिया जाए. जिन महत्वपूर्ण बिलों को पारित करवाया जाना है उनमें तीन तलाक बिल, राष्ट्रीय मेडिकल आयोग बिल, सेरोगेसी बिल और ट्रांसजेंडर अधिकार बिल शामिल है.