हबीबगंज .मध्य प्रदेश का हबीबगंज रेलवे स्टेशन इस साल दिसंबर अंत तक तैयार होने के बाद भारतीय रेलवे का पहला ऐसा स्टेशन होगा, जिसमें एयरपोर्ट जैसी सुविधाएं उपलब्ध होंगी. हबीबगंज रेलवे स्टेशन का री-डेवलपमेंट इंडियन रेलवे स्टेशन डेवलपमेंट कॉरपोरेशन लिमिटेड (आईआरएसडीसी) कर रहा है. स्टेशन में एक कॉनकोर्स एरिया होगा. कॉनकोर्स एरिया में 36 मीटर चौड़े फुटओवर ब्रिज (एफओबी) पर मल्टीनेशनल कंपनियों के 70 फूड स्टाल होंगे.
कॉनकोर्स का काम पूरा होने में लगा ज्यादा वक्त
आईआरएसडीसी के एमडी व सीईओ एसके लोहिया के मुताबिक, परियोजना के तहत निर्माण कार्य का बड़ा हिस्सा पूरा हो चुका है. उन्होंने भरोसा जताया कि हबीबगंज रेलवे स्टेशन दिसंबर के आखिर तक पूरी तरह से तैयार होगा. लोहिया ने फाइनेंशियल ऑनलाइन को बताया कि कई तरह की मंजूरियों में वक्त लगने के कारण नए कॉनकोर्स का काम पूरा होने में उम्मीद से ज्यादा समय लगा.
आईआरएसडीसी के पास है री-डेवलपमेंट का जिम्मा
आईआरएसडीसी पब्लिक-प्राइवेट-पार्टनरशिप (पीपीपी) के तहत बंसल ग्रुप के साथ मिलकर हबीबगंज रेलवे स्टेशन का री-डेवलपमेंट कर रहा है. स्टेशन के री-डेवलपमेंट में करीब 100 करोड़ रुपये खर्च होंगे. वहीं, स्टेशन के अंदर और आसपास कमर्शियल डेवलपमेंट में 350 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है. नरेंद्र मोदी सरकार के महत्वाकांक्षी रेलवे स्टेशन री-डेवलपमेंट प्रोग्राम की पूरी जिम्मेदारी आईआरएसडीसी पर है.
देश के कई और स्टेशनों पर जारी है री-डेवलपमेंट
मोदी सरकार देश के बड़े रेलवे स्टेशनों के री-डेवलपमेंट में निजी क्षेत्र की कंपनियों की हिस्सेदारी बढ़ाने और यात्रियों को विश्वस्तरीय सुविधाएं मुहैया कराने के लक्ष्य को ध्यान में रखकर काम रही है. हबीबगंज रेलवे स्टेशन देश का ऐसा पहला स्टेशन होगा जिसमें एयरपोर्ट जैसी तमाम सुविधाएं उपलब्ध होंगी. बताया जा रहा है कि री-डेवलपमेंट का काम खत्म होने के बाद हबीबगंज स्टेशन जर्मनी के हेडेलबर्ग रेलवे स्टेशन जैसा नजर आएगा. हबीबगंज के अलावा गांधीनगर, सूरत, चंडीगढ़, आनंद विहार, बैपनहल्ली रेलवे स्टेशनों को भी नए सिरे से तैयार किया जा रहा है.