प्रियंका गांधी ने निजी मुचलका जमा करने से मना किया, कहा-बिना पीड़ितों से मिले वापस नहीं जाऊंगी
कांग्रेस महासचिव और पूर्वी यूपी की प्रभारी प्रियंका गांधी सोनभद्र में पीड़ित परिवारों से मिलने जा रही थीं और इस दौरान उन्हें रोका गया है. कांग्रेस के अजय राय ने बताया कि उन्हें गिरफ्तार किया गया है. पुलिस के मुताबिक धारा 144 लागू होने के चलते प्रियंका गांधी को हिरासत में लिया गया.
सोनभद्र. सोनभद्र हत्याकांड के पीड़ितों से मिलने जा रहीं कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी के काफीले को रोक दिया गया है. प्रियंका के इस काफिले को नारायणपुर पुलिस स्टेशन के पास रोका गया. बता दें कि सोनभद्र में 10 लोगों की हत्या के बाद प्रियंका गांधी पीड़ित परिवारों से मिलने के लिए वहां जा रही थीं.
सोनभद्र के दौरे पर जा रहीं प्रियंका गांधी के काफिले को रोक दिया गया है. प्रियंका के काफिले को नारायणपुर में रोका गया है. इससे पहले वह वाराणसी के ट्रामा सेंटर में सोनभद्र की घटना में घायलों से मुलाकात की.
सोनभद्र हत्याकांड को लेकर राजनीति गर्म हो चली है और अब इस मामले में कांग्रेस के दावे के मुताबिक प्रियंका गांधी को हिरासत में लेने की खबर आ रही है. दरअसल कांग्रेस महासचिव और पूर्वी यूपी की प्रभारी प्रियंका गांधी सोनभद्र में पीड़ित परिवारों से मिलने जा रही थीं और इस दौरान उन्हें रोका गया है. रोके जाने के बाद वो कार्यकर्ताओं के साथ धरने पर बैठ गई हैं.
Mirzapur: Priyanka Gandhi Vadra,Congress Gen Secy for UP(East)&party workers continue to sit on dharna at Chunar Guest House.She was detained in Narayanpur by police earlier today while she was on her way to meet victims of Sonbhadra's firing case. pic.twitter.com/VBFjJ29upL
— ANI UP (@ANINewsUP) July 19, 2019
कांग्रेस ने कहा है कि उत्तर प्रदेश के सोनभद्र में सामूहिक हत्याकांड के पीड़ितों से मिलने जा रहीं पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा की ‘गिरफ्तारी’ और बीजेपी सरकार में आम लोगों के विरूद्ध ‘अत्याचारों’ के खिलाफ जल्द ही पूरे देश में धरना-प्रदर्शन आयोजित किया जाएगा. पार्टी के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने सभी कांग्रेस प्रभारियों, प्रदेश अध्यक्षों और विभागों को लिखे पत्र में कहा, ‘पार्टी ने यह फैसला भी किया है कि इस गिरफ्तारी और बीजेपी सरकार में आम लोगों के खिलाफ हुए अत्याचारों के खिलाफ पूरे देश में धरना-प्रदर्शन किया जाए. आप से आग्रह किया जाता है कि आप इन धरना-प्रदर्शन में अधिकतम भागीदारी सुनिश्चित करें.’
Chennai: Congress workers protest after Priyanka Gandhi Vadra was stopped, today, from going to Sonbhadra in Uttar Pradesh where 10 people died in firing on July 17. pic.twitter.com/fZyvvWpv0N
— ANI (@ANI) July 19, 2019
क्या है मामला?
सोनभद्र में घोरावल थाना क्षेत्र के उधा गांव में ग्राम प्रधान यज्ञदत्त ने एक आईएएस अधिकारी से खरीदी गई 90 बीघा जमीन पर कब्जे के लिए बड़ी संख्या में अपने साथियों के साथ पहुंचकर जमीन जोतने की कोशिश की. विरोध करने पर उसकी तरफ के लोगों ने स्थानीय ग्रामीणों पर ताबड़तोड़ गोलियां चला दीं. इस वारदात में नौ लोगों की मौके पर ही मौत हो गयी. एक घायल ने बाद में दम तोड़ दिया. 18 अन्य जख्मी हो गए.
प्रशासनिक अधिकारी गुरुवार शाम लगभग पांच बजे मृतकों के शव लेकर उभ्भा गांव पहुंचे. शवों को देखते ही पूरे गांव में कोहराम मच गया. शवों को दफ़नाने के स्थान को लेकर प्रशासन एवं ग्रामीणों में विवाद की स्थिति पैदा हो गई. गांव वालों की मांग थी कि जहां गोली चली है, शवों को उसी ज़मीन में दफ़नाया जाए जबकि प्रशासन का कहना था कि परम्परागत स्थान पर ही दफ़नाया जाएगा. अंतत: देर रात मामले में गतिरोध समाप्त हो गया और अधिकारियों ने ग्रामीणों को उनकी जिद छोड़ने के लिए मना लिया.
Priyanka Gandhi Vadra in Narayanpur: Just want to go and meet families of victims(Sonbhadra firing case),I even said will take only 4 ppl with me.Yet administration is not letting us go there.They should tell us why we are being stopped.We will continue to sit here peacefully pic.twitter.com/ICkI2AZAEH
— ANI UP (@ANINewsUP) July 19, 2019
Varanasi: Priyanka Gandhi Vadra, Congress General Secretary for Uttar Pradesh East met the people who were injured in firing over a land dispute in Sonbhadra on July 17. pic.twitter.com/zsQLm6BXYQ
— ANI UP (@ANINewsUP) July 19, 2019
- कांग्रेस नेता अजय राय का दावा है कि धरने पर बैठीं प्रियंका गांधी को हिरासत में लिया गया. उन्हें प्रशासन की गाड़ी में बिठाकर ले जाया गया. प्रियंका गांधी आज सोनभद्र पीड़ितों से मिलने जा रही थीं. उन्हें रास्ते में रोका गया तो वो विरोध में धरने पर बैठी थीं.
- इसके अलावा खबर आई है कि राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग (एनसीएसटी) की एक जांच टीम सोनभद्र में हुए खूनी संघर्ष की जांच के लिए सोमवार को वहां जाएगी.प्रियंका गांधी की गिरफ्तारी के खिलाफ महाराष्ट्र प्रदेशाध्यक्ष बालासाहेब थोराट, नाना पटोले, यशोमती इंहोणे ने दादर तिलक भवन के नजदीक रास्ता रोको आंदोलन किया है और इस दौरान योगी सरकार का पुतला जलाया है.
- मिर्जापुर के पुलिस अधीक्षक अवधेश पाण्डेय (एसपी) का कहना है कि सोनभद्र में जो घटना हई है उसका लेकर हर जगह तनाव की स्थिति है इसलिए प्रियंका गांधी को यहां रोका गया है. उन्होंने कहा कि उन्हें हिरासत में ले लिया गया है. प्रियंका द्वारा सोनभद्र जाने की जिद पर उन्होंने कहा कि उन्हें सोनभद्र नहीं जाने दिया जाएगा और जो भी होगा विधि अनुसार कार्यवाही की जाएगी.
- प्रियंका गांधी को 3 लोगों के साथ पीड़ित परिवारों से मिलने जाना था और पुलिस ने धारा 144 के तहत उन्हें हिरासत में ले लिया है. उधर गोरखपुर में भी कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने प्रियंका गांधी को हिरासत में लिए जाने के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया और योगी सरकार के खिलाफ नारेबाजी की. वहीं केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर का कहना है कि कानून अपना काम कर रहा है.
- प्रियंका गांधी के ट्विटर हैंडल से एक ट्वीट किया गया है जिसमें उनकी तरफ से कहा गया है कि उत्तर प्रदेश सरकार की ड्यूटी है अपराधियों को पकड़ना और मेरा कर्तव्य है अपराध से पीड़ित लोगों के पक्ष में खड़े होना. बीजेपी अपराध रोकने में तो नाकामयाब है मगर मुझे मेरा कर्तव्य करने से रोक रही है. मुझे पीड़ितों के समर्थन में खड़े होने से कोई रोक नहीं सकता. कृपया अपराध रोकिए!
- लखनऊ में पुलिस ने ज़बरन धरना ख़त्म करा दिया है और कोंग्रेस नेता शैलेंद्र तिवारी समेत तमाम कार्यकर्ता हिरासत में लिए गए हैं. सभी को पुलिस वैन में बिठाकर ले जाया गया है. विधायक मोना मिश्रा को गिरफ़्तार करने को लेकर पुलिस से धक्का मुक्की की गई है. धरना ज़बरन ख़त्म कराने के विरोध में कांग्रेसी सड़क पर बैठे हैं और हज़रतगंज चौराहे पर जाम लग गया है. यहां से बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह को निकलना है.
- यूपी के बाराबंकी जिले में भी प्रदेश सरकार के खिलाफ कांग्रेसियों ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का पुतला फूंक विरोध प्रदर्शन किया है. कांग्रेस पार्टी की राष्ट्रीय महासचिव श्रीमती प्रियंका गांधी वाड्रा को सोनभद्र जाते समय प्रदेश सरकार द्वारा गिरफ्तारी के विरोध में कांग्रेसियों ने पुतला जलाकर विरोध प्रदर्शन किया है. ये प्रदर्शन कांग्रेस पार्टी के दिग्गज नेता पीएल पुनिया के बेटे तनुज पुनिया की अगुवाई में किया गया जिसके बाद पुलिस प्रदर्शन कर रहे लोगों को गिरफ्तार कर पुलिस लाइन ले गई.
- कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता आरपीएन सिंह ने प्रियंका गांधी की गिरफ्तारी पर विरोध जताते हुए कहा कि प्रियंका गाधी पीड़ितों से मिलने जा रही थी तब उन्हें योगी सरकार ने रोका क्या यही प्रजातंत्र है ? योगी सरकार क़ानून व्यवस्था को ठीक करने के बजाए लोकतंत्र का गला घोटना चाहती है. पीड़ितों से मिलने जाना क्या कोई सियासत है ? अगर धारा 144 थी वो प्रियंका गांधी ने कहा कि वो चार लोगों के साथ ही चली जांएगी लेकिन उन्हें जाने नही दिया गया, ये गलत है.
- टीएमसी का चार सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल कल सोनभद्र का दौरा करेगा. 20 जुलाई को सुबह सवा नौ बजे तृणमूल का संसदीय प्रतिनिधिमंडल वाराणसी एयरपोर्ट पहुंचेगा और इसके बाद सड़क मार्ग के जरिए उम्भा गांव जाएगा. यहां वो दोपहर साढ़े बारह बजे के आसपास पहुंच सकते हैं. वहीं शाम को उनके लौटने की खबर है. इस प्रतिनिधिमंडल में सांसद डेरेक ओब्रायन प्रतिनिधिमंडल के प्रमुख हैं. उनके साथ सांसद सुनील मोंडाल, सासंद अबीर रंजन बिस्वास और पूर्व सांसद उमा सरेन सोनभद्र जाएंगे.
- अब से कुछ देर पहले एसडीएम प्रियंका गांधी से मिलने पहुंचे थे. प्रियंका गांधी के खिलाफ धारा 107/16 (शांति भंग की आशंका) के तहत मामला दर्ज किया गया है. प्रियंका गांधी ने कहा कि मैं बिना पीड़ित परिवारों से मिले वापस नहीं जाऊंगी.उन्होंने निजी मुचलका जमा करने से मना कर दिया है.
सीएम योगी बोले- सोनभद्र के विवाद के लिए 1955 और 1989 की कांग्रेस सरकार दोषी
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उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोनभद्र हत्याकांड पर दुख जताया है. उन्होंने शुक्रवार को लखनऊ में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि यह घटना दुर्भाग्यपूर्ण है, दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. इस हत्याकांड में 10 लोगों को मौत के घाट उतार दिया गया था.
Uttar Pradesh CM Yogi Adityanath on Sonbhadra land dispute incident in which 10 people were killed: The foundation of this incident was laid in 1955 when the then Tehsildar did the unlawful act of registering the land of Gram Samaj in the name of Adarsh Cooperative society. pic.twitter.com/VyrA1jODww
— ANI UP (@ANINewsUP) July 19, 2019
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सीधे-सीधे इस घटना के लिए कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराया और कहा कि इस घटना की नींव 1955 में ही पड़ गई थी, जब कांग्रेस की सरकार थी. सोनभद्र के विवाद के लिए 1955 और 1989 की कांग्रेस सरकार दोषी है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि सोनभद्र में जो घटना घटी है, उसकी नींव 1955 में रखी गई थी. इस पूरे प्रकरण में ग्राम पंचायत की जमीन को 1955 में आदर्श सोसाइटी के नाम पर दर्ज कर किया गया था. इस जमीन पर वनवासी समुदाय के लोग खेती बाड़ी करते थे. बाद में इस जमीन को किसी व्यक्ति के नाम 1989 में कर दिया गया था. 1955 में कांग्रेस की सरकार थी.
सोनभद्र के मामले में योगी आदित्यानाथ ने कहा कि मैंने खुद डीजीपी को निर्देश दिया कि वो व्यक्तिगत रूप से मामले की निगरानी करें. मुख्यमंत्री ने कहा कि इस जमीन पर काफी समय से विवाद था.
सीएम योगी ने कहा कि पीड़ित पक्ष इस जमीन पर खेती कर रहा था और आरोपी प्रधान को कुछ पैसा भी दे रहा था, लेकिन इस मामले में प्रधान द्वारा वाद दायर करने के बाद पीड़ित परिवार ने पैसा देना बंद कर दिया था. उन्होंने बताया कि इस मामले मे कुल 29 लोग गिरफ्तार हो चुके हैं जिसमें एक आरोपी ग्राम प्रधान भी है.
हालांकि मुख्यमंत्री ने यह स्वीकार किया कि अधिकारियों ने इस मामले में लापरवाही बरती. उन्होंने बताया कि वाराणसी जोन एडीजी पूरे प्रकरण की जांच कर 10 दिन में रिपोर्ट सौपेंगे. इस मामले में लापरवाही के चलते सीओ, एसडीएम, इंस्पेक्टर को सस्पेंड किया गया है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि जमीन पर विवाद था और शांति भंग की आशंका थी. फिर अधिकरियों ने लापरवाही की. जिलाधिकारी, क्षेत्रधिकारी समेत तीन लोगों पर जांच कमेटी ने कार्रवाई की संस्तुति की है.