कर्नाटक: कुमारस्वामी सरकार की विदाई तय! राज्यपाल बोले- आप खो चुके हैं बहुमत
मुख्यमंत्री को लिखी चिट्ठी में राज्यपाल ने कहा है कि आपकी सरकार बहुमत खो चुकी है. आप सिर्फ फ्लोर टेस्ट टालने के लिए बहस को अंजाम दे रहे हैं., विधानसभा उपाध्यक्ष कृष्णा रेड्डी ने कांग्रेस सदस्यों द्वारा भारतीय जनता के खिलाफ की जा रही नारेबाजी के बाद सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी.
कर्नाटक में एचडी कुमारस्वामी की सरकार की विदाई लगभग तय हो गई है. राज्यपाल वजुभाई वाला ने लगातार दूसरे दिन राज्य सरकार को विधानसभा में बहुमत साबित करने का निर्देश दिया है. इस बीच मुख्यमंत्री को लिखी चिट्ठी में राज्यपाल ने कहा है कि आपकी सरकार बहुमत खो चुकी है. आप सिर्फ फ्लोर टेस्ट टालने के लिए लंबी बहस को अंजाम दे रहे हैं. गौरतलब है कि राज्यपाल ने कुमारस्वामी सरकार को शुक्रवार शाम 6 बजे तक का अल्टीमेटम दिया है.
CM HD Kumaraswamy: I have respect for the Governor. But the second love letter from the Governor has hurt me. He only came to know about horse trading 10 days ago?(Shows photos of BS Yeddyurappa's PA Santosh, reportedly boarding a plane with independent MLA H Nagesh) pic.twitter.com/VIcA4TUmeI
— ANI (@ANI) July 19, 2019
मुख्यमंत्री कुमारस्वामी को लिखी गई चिट्ठी में राज्यपाल ने लिखा है कि मैं पहले ही कह चुका हूं कि आपके पास बहुमत नहीं है और आप फ्लोर टेस्ट टालने के लिए बहस को बढ़ा रहे हैं. मुझे लगातार इस तरह की रिपोर्ट्स आ रही हैं कि अभी विधायकों की खरीद-फरोक्त हो रही है. ऐसे में मेरी आपसे मांग है कि आप जल्द से जल्द विधानसभा में अपनी सरकार का बहुमत साबित करें.
Breaking – Karnataka Governor directs CM to prove majority in Assembly by 6 pm today.
— Prasar Bharati News Services (@PBNS_India) July 19, 2019
राज्यपाल ने गुरुवार को मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी को एक चिट्ठी लिखी थी, जिसमें उन्होंने शुक्रवार दोपहर 1.30 बजे तक विधानसभा में बहुमत साबित करने का आदेश दिया था. लेकिन, स्पीकर और सरकार ने शुक्रवार को ऐसा नहीं होने दिया. इसी के बाद स्पीकर ने शाम 6 बजे तक का समय दिया.
Karnataka Chief Minister, H D Kumaraswamy has also moved the Supreme Court and challenged the
Governor's letter which had asked him to complete the trust vote by 1.30 pm today pic.twitter.com/rvgOc3VQfM— ANI (@ANI) July 19, 2019
कर्नाटक की राजनीति में अभी तक कुछ भी स्पष्ट नहीं हो सका है. गुरुवार को कर्नाटक विधानसभा में मुख्यमंत्री एच डी कुमारस्वामी द्वारा पेश किए गए विश्वास मत के प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान हंगामें के बीच सदन की कार्यवाही को शुक्रवार तक के लिए स्थगित कर दिया गया था. हालांकि राज्यपाल ने कुमारस्वामी से कहा है कि वह आज दोपहर 1.30 तक बहुमत साबित करें.
Karnataka Chief Minister HD Kumaraswamy in state Assembly: I leave the decision on the floor test to you (the Speaker). It won't be directed by Delhi. I request you to protect me from the letter sent by the Governor. https://t.co/zUHJxNKpIZ
— ANI (@ANI) July 19, 2019
राज्यपाल की इस दूसरी चिट्ठी पर मुख्यमंत्री ने तंज कसा है. उन्होंने कहा कि मेरे पास राज्यपाल की तरफ से दूसरा लव लेटर आया है, जिसमें वह हमारी सरकार पर विधायकों की खरीद-फरोक्त का आरोप लगा रहे हैं. कुमारस्वामी ने बताया कि अब राज्यपाल कह रहे हैं कि होर्स ट्रेडिंग हो रही है जो विधानसभा के लिए ठीक नहीं है.
गौरतलब है कि अगर 16 बागी विधायक विधानसभा में होने वाले फ्लोर टेस्ट का हिस्सा नहीं होते हैं तो कुमारस्वामी की सरकार अल्पमत में आ जाएगी. ऐसी स्थिति में कांग्रेस-जेडीएस के पास 100 और भारतीय जनता पार्टी के पास 105 विधायकों की संख्या होगी. बीजेपी भी यही आरोप जेडीएस-कांग्रेस पर लगा रही है. बीजेपी का कहना है कि सरकार बहस को जानबूझ कर बढ़ा रही है.
वहीं दूसरी ओर सिद्धारमैया की ओर से भी कहा गया है कि अभी उनकी तरफ से 20 लोग विधानसभा में बोलने वाले वक्ता बचे हैं, इसलिए बहस पूरी होने के बाद ही फ्लोर टेस्ट होगा. यानी फ्लोर टेस्ट सोमवार के लिए टाला जा सकता है. राज्यपाल के आदेश के खिलाफ कांग्रेस और मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी एक बार फिर सुप्रीम कोर्ट पहुंच गए हैं.
#WATCH Bengaluru: K'taka BJP legislators go for a morning walk. They were on an over night 'dharna' at Vidhana Soudha over their demand of floor test. Karnataka Guv Vajubhai Vala has written to the CM,asking him to prove majority of the govt on floor of the House by 1:30 pm today pic.twitter.com/r8yygSyf4X
— ANI (@ANI) July 19, 2019
विधानसभा उपाध्यक्ष कृष्णा रेड्डी ने कांग्रेस सदस्यों द्वारा भारतीय जनता के खिलाफ की जा रही नारेबाजी के बाद सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी थी. हालांकि उस वक्त तक सदन में कुमारस्वामी की ओर से विश्वास मत पर उनका बात रखी जानी बाकी थी. सदन की कार्यवाही में गुरुवार को 20 विधायक नहीं पहुंचे. इनमें 17 सत्तारूढ़ गठबंधन के हैं. बागी विधायकों में से 12 फिलहाल मुंबई के एक होटल में ठहरे हुए हैं.
Bengaluru: K'taka BJP legislators go for morning walk. They were on an over night 'dharna' at Vidhana Soudha over their demand of floor test. K'taka Guv Vajubhai Vala has written to CM HD Kumaraswamy, asking him to prove majority of the govt on floor of the House by 1:30 pm today pic.twitter.com/t84qOtKjYM
— ANI (@ANI) July 19, 2019
कांग्रेस नेता सिद्धारमैया ने बेंगलुरु में विधान सौदा में कहा कि जब तक हमें सुप्रीम कोर्ट के पिछले आदेश पर स्पष्टीकरण नहीं मिल जाता, तब तक उस सत्र में फ्लोर टेस्ट लेना उचित नहीं है जो संविधान के खिलाफ है. बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष बीएस येदियुरप्पा ने दावा किया है कि हम 101 प्रतिशत आश्वस्त हैं. वे 100 से कम हैं, हम 105 हैं. इसमें कोई संदेह नहीं है कि उनकी हार होगी.
कर्नाटक के मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी ने गुरुवार को कहा था कि आज मैं इसलिए नहीं आया हूं कि ये सवाल उठ रहा है कि मैं गठबंधन सरकार चला सकता हूं या नहीं. बल्कि मैं इसलिए यहां पर हूं क्योंकि विधानसभा स्पीकर पर भी दबाव बनाया जा रहा है.
सुप्रीम कोर्ट जाएगी बीजेपी और कांग्रेस
बेडशीट के साथ पहुंचे बीजेपी विधायक
Karnataka: BJP MLA Prabhu Chavan arrives at Vidhana Soudha with bed sheet & pillow. BJP legislators are on an over night 'dharna' (at Assembly), demanding floor test. #KarnatakaFloorTest pic.twitter.com/GWz2ogxXFQ
— ANI (@ANI) July 18, 2019
सदन में कांग्रेस-जेडीएस के 98 विधायक थे:येदियुरप्पा
विधानसभा में ही डटे बीजेपी के विधायक
Karnataka: BJP legislators who are on an over night 'dharna' at the assembly demanding floor test, eat dinner at the Opposition Lounge of Vidhana Soudha pic.twitter.com/BurvIXAvO6
— ANI (@ANI) July 18, 2019
बीजेपी नेता पर श्रीमंत पाटिल के अपहरण का आरोप
कांग्रेस ने कर्नाटक विधानसभा में आरोप लगाया कि उसके विधायक श्रीमंत पाटिल को गठबंधन सरकार गिराने के प्रयासों के तहत अगवा कर लिया गया है।कांग्रेस ने कहा कि पार्टी विधायकों के साथ एक रिजॉर्ट में होने के बाद पाटिल अचानक गायब हो गए और उसके बाद से वह किसी से संपर्क में नहीं हैं। विधानसभा में जब मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी के विश्वास प्रस्ताव पर चर्चा शुरू हुई तब वरिष्ठ नेता डी के शिवकुमार ने आरोप लगाया कि पाटिल को अगवा करके मुंबई के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
Karnataka Congress writes to Bengaluru Police over 'abduction of Congress MLA, Shrimant Patil in order to defeat trust vote.'Letter states,'Prima facie, Laxman Savadhi, BJP MLA has either abducted/unlawfully restrained, by which illegally depriving his (S Patil) physical freedom' pic.twitter.com/D6JE20nX82
— ANI (@ANI) July 18, 2019
Bengaluru: Congress MLAs protest in Karnataka Assembly with pictures of its MLA Shrimant Patil, who had gone incommunicado & was later found to be admitted at a hospital in Mumbai. Congress has accused BJP of poaching its MLAs pic.twitter.com/sU9IVRmIBJ
— ANI (@ANI) July 18, 2019
पाटिल का एक फोटोग्राफ सामने आया है जिसमें वह एक अस्पताल में लेटे और ईसीजी से जुड़ी जांच कराते दिख रहे हैं। इस मुद्दे को उठाते हुए शिवकुमार ने कहा,‘‘मैं हाथ जोड़ कर अध्यक्ष से अपील करता हूं कि मेरे पार्टी के विधायकों को अगवा किया गया है। मुझे परिजन का कॉल आया था। महोदय मैं चाहता हूं कि आप उन्हें वापस लाएं। हम पुलिस संरक्षण चाहते हैं।’’
येदियुरप्पा का हेल्थ चेकअप करते डॉक्टर
कांग्रेस विधायकों ने एक स्वर में कहा कि विधायक डर के साए में रह रहे हैं। पाटिल को अगवा किया गया, एक कमरे में रखा गया,उन्हें विशेष विमान से ले जा कर एक अस्पताल में भर्ती कराया गया। शिवकुमार ने कहा कि वे ऐसे कागजात दिखा सकते हैं, जिनसे साबित हो सकता है कि पाटिल को विधानसभा में आने से रोकने के लिए उन्हें जबर्दस्ती अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
विधानसभा में खाना खाते बीजेपी विधायक
कांग्रेस के राज्य इकाई के अध्यक्ष दिनेश गुंडू राव ने आरोप लगाया कि पाटिल बुधवार तक उनके साथ थे और वह एक बैठक में भी शामिल हुए। तक तक उनका स्वास्थ्य ठीक था। अचानक वे उस रिजॉट से लापता हो गए जहां उनके पार्टी के अन्य विधायक रह रहे थे।
राव ने कहा,‘‘जब हमने उन्हें तलाशने की कोशिश की तो वह हमें नहीं मिले । उनका स्वास्थ्य अच्छा था लेकिन भाजपा का नाटक देखो।’’ उनकी इस टिप्पणी से भाजपा के विधायक शोरगुल मचाने लगे। इसके बाद सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच बहस हुई। अफरा तफरी के इस माहौल में कुमारस्वामी ने कहा,‘‘पाटिल के मामले में आपको बताना चाहिए कि उनकी फोटो व्हाट्सएप पर किसने भेजी।
उनके साथ कौन विमान में यात्रा कर रहा था। विधायकों की रक्षा करना अध्यक्ष की जिम्मेदारी है क्योंकि मतदान में संख्या का महत्व है।’’ इस पर भाजपा के सी टी रवि ने कहा कि पाटिल कांग्रेस सदस्यों की हिरासत में है और संख्या कम होने के कारण वह उनकी पार्टी पर आरोप लगा रहे हैं।
घटनाक्रम से परेशान अध्यक्ष ने कहा,‘‘क्या मैं आंख पर पट्टी बांध लूं और कहूं कि मेरा इससे कोई लेना देना नहीं है? हम किस ओर जा रहे हैं?’’ उन्होंने सदन को बताया कि उन्हें कथित तौर पर पाटिल का एक पत्र मिला है जिसमें कहा गया है कि उन्हें सीने में दर्द है और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। यह पत्र किसी लेटरहेड पर नहीं है।
अध्यक्ष ने कहा,‘‘मेरे सामने जो साक्ष्य हैं वह सामान्य नहीं हैं….मैं परेशान हूं।’’ उन्होंने राज्य के गृह मंत्री एम बी पाटिल से मंत्री के परिजन से संपर्क करने,उनकी हालत के बारे में जानने और वापस अध्यक्ष को जानकारी देने को कहा ।