साक्षी के पिता BJP विधायक की हत्या की साजिश, पढ़ें- वायरल ऑडियो की पूरी कहानी

पूरा ऑडियो 5 मिनट 19 सेकेंड का है. इसमें कभी विधायक के खास रहे गौरव सिंह अरमान का नाम लिया गया है. गौरव को पुलिस ने उमरिया-खजुरिया कांवड़ विवाद में बीते रविवार को ही जेल भेजा था.

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बरेली . उत्तर प्रदेश के बरेली के बिथरी से भाजपा विधायक राजेश मिश्रा पप्पू भरतौल की बेटी साक्षी के घर से भागकर प्रेम विवाह करने के बाद उनकी जिंदगी में शुरू हुई उथल – पुथल कम नहीं हो रही. अब उनकी हत्या की धमकी दिए जाने का एक ऑडियो वायरल हुआ है. इस ऑडियो में दो व्यक्ति की फोन पर बातचीत के दौरान गौरव सिंह अरमान की ओर से विधायक भरतौल का कत्ल करने का ऐलान करने की बात बता रहा है. वायरल ऑडियो पुलिस के भी पास पहुंचा है, जिसके बाद छानबीन शुरू कर दी गई है.

फोन पर बातचीत में कुछ लोगों के एक बार की बिल्डिंग खुलवाकर शराब पीने का जिक्र किया जा रहा है. इसी बातचीत के बीच बताया जा रहा है कि गौरव ने ऐलान किया है कि वह विधायक पप्पू भरतौल का कत्ल कर देगा क्योंकि उसे आगे चलकर बिथरी से चुनाव लड़कर विधायक बनना है. बातचीत में दूसरी ओर से प्रतिवाद किया गया कि सत्ता पक्ष के इतने ताकतवर विधायक का कत्ल करना क्या इतना आसान है.

वायरल ऑडियो की बातचीत
पहला व्यक्ति- हां भाई, राम-राम.

दूसरा व्यक्ति- जी,

व्यक्ति- हां, भाई एक चीज आई है निकल के. कल दरअसल.. तोमर का फोन आया था. ये आया था कि अपनी बिल्डिंग खुलवा देना, एक काम करना है.
दूसरा व्यक्ति- क्या खुलवा देना.

पहला व्यक्ति- बिल्डिंग- बिल्डिंग, जहां ये बैठता है. मैं चूंकि कचहरी में ही था. इसलिए हमने बिल्डिंग खुलवा दी.
दूसरा व्यक्ति- अच्छा.

पहला व्यक्ति- बिल्डिंग में ऊपर लोगों ने बैठकर शराब पी. उसमें अद्धे पव्वे पकड़े गए. आज मैं उसके पास गया तो मैंने कहा कि तोमर यार, तुम्हारे कहने पर मैंने बिल्डिंग खुलवा दी. उस पर ये बदतमीजी. उसने कहा कि गौरव अरमान का मैं वकील हूं.. तो उसके साथ असल में 100-200 आदमी आ गए थे भाई साहब.
दूसरा व्यक्ति- हां, उसके साथ एक हजार आदमी आ गए थे… के. सात-आठ आदमी थे कुल. और कौन से 100-200 आदमी आए थे.

पहला व्यक्ति-  मेरी पूरी बात सुन लो.
दूसरा व्यक्ति- हां,

पहला व्यक्ति- तो मैंने कहा या कि चैंबर अगर खुला तो आपके कहने पर खुला. इसका मतलब यह तो नहीं कि आप, ऊपर दरअसल लेडीज बैठी हुई हैं. वह मुसलमान आदमी है. उसकी टेबल पर सामने शराब लुढ़क रही है. वह बोला मैं तो ऊपर गया नहीं. मैं तो यहीं नीचे बैठा रहा. बोला कि उसे रिमांड पर बुलाकर बहुत समझाने की जरूरत पड़ी. वह तो पप्पू का कत्ल करने वाला था.
दूसरा व्यक्ति- ऐं.. अच्छा।

पहला व्यक्ति- वह तो पप्पू का कत्ल करने वाला था. उसने ऐलान कर दिया है कि पप्पू का कत्ल करूंगा. विधायक जी का.
दूसरा व्यक्ति- अच्छा.

पहला व्यक्ति- मैंने उससे कहा कि पप्पू का कत्ल चाहे वह करे या तुम करो. लेकिन यार हमारी तो नौकरी बचाओ.
दूसरा व्यक्ति- उससे पूछो.. आज तक उसने किसी का कत्ल किया.

पहला व्यक्ति- हां, बोला. आने वाले टाइम में वह विधायक है तोमर साहब. मैंने तो उससे बात ही नहीं की. मैं तो चला आया. मैंने कहा कि आज जो मुझसे बदतमीजी हुई, वह ठीक नहीं. मैंने तुम्हारे कहने पर बिल्डिंग अपने रिस्क पर खुलवा दी. आज के बाद बिल्डिंग खुलेगी नहीं. उसे समझाने में देर लगी. मैंने कहा कि छुट्टी पर मुझे फोन न करे.
दूसरा व्यक्ति- कब हुई बदतमीजी आज?

पहला व्यक्ति- मैंने कहा कि आज के बाद सेक्रेटरी साहब को फोन करना. आज के बाद यह बिल्डिंग खुलेगी नहीं, जब तक मेरा फोन नहीं जाएगा. वह बोला- समझा लो उसे. कह रहा है कि मर्डर करूंगा. मर्डर करूंगा. मैंने कहा कि उसकी …. टूट गई …. की. मर्डर करेगा वो, चल तो पा नहीं रहा.
पहला व्यक्ति- आगे मैंने कहा कि वह सत्ता पक्ष का विधायक है. इतना ताकतवर आदमी है. वह अपने आप में सक्षम व्यक्ति है. अक्षम व्यक्ति नहीं है.
दूसरा व्यक्ति- मतलब, यह पंडित जी का मर्डर करवाएगा.

पहला व्यक्ति- हां. ना, ना. गौरव कह रहा था चिल्ला-चिल्लाकर. मैं मारूंगा. चूंकि उसको तकलीफ हो रही होगी. उसकी पिटाई हुई है.
दूसरा व्यक्ति- वह किसी का सगा हो जाएगा.

पहला व्यक्ति- मैं कहां मानने वाला आदमी. मैंने उसे जवाब दिया. मैंने कहा कि आज के बाद मुझे फोन मत करना.
दूसरा व्यक्ति- गाली के बाद… यह सब ऐसे ही हैं … के. तुम चैंबर मत खोलना. यह दारू पीकर सब काम कर लेते हैं.

पहला व्यक्ति- आज ….. तोमर ने मुझे बुलाया. मैंने तुम्हे नहीं बताया. तुम बार-बार पूछ रहे थे कि किसका फोन है.
दूसरा व्यक्ति- यह गौरव अरमान.

पहला व्यक्ति- आज मैंने उसे अपने हिसाब से जलील कर दिया. मैंने कहा कि आप … तोमर को बुलाइए.
दूसरा व्यक्ति- यह पंडित जी के खिलाफ विधायक बनेगा. यह बात पंडित के संज्ञान में पहुंच जाएगी.

पहला व्यक्ति- घर के दोनों भाई पंडित जी से चलकर मिलते हैं.
दूसरा व्यक्ति- ठीक-ठीक.

पूरा ऑडियो 5 मिनट 19 सेकेंड का है. इसमें कभी विधायक के खास रहे गौरव सिंह अरमान का नाम लिया गया है. गौरव को पुलिस ने उमरिया-खजुरिया कांवड़ विवाद में बीते रविवार को ही जेल भेजा था. यह ऑडियो भी उसी दिन की बातचीत का है.

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