PM मोदी ने कहा- सभी सांसदों की संसद में उपस्थिति अनिवार्य; गैरमौजूद रहने का कोई बहाना नहीं चलेगा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बीजेपी सांसदों की क्लास लेते हुए उनसे कहा कि उन्हें अपने क्षेत्र के विकास में लिडिंग रोल निभाना चाहिए. पीएम ने कहा कि पहली बार जो प्रभाव पड़ता है, उसका असर आखिर तक बना रहता है.
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को बीजेपी सांसदों से कहा कि वे अपने संसदीय क्षेत्र के विकास में लीडिंग रोल निभायें, कुष्ठ और तपेदिक (टीबी) रोगों के उन्मूलन जैसे मानवीय संवेदनाओं से जुड़े मुद्दे उठायें. संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने यह जानकारी दी.
सूत्रों के अनुसार बीजेपी संसदीय दल की बैठक में मोदी ने सांसदों से कहा कि पहली बार जो प्रभाव पड़ता है, उसका असर आखिर तक बना रहता है. इस बार बीजेपी में अधिकतर सांसद पहली ही बार जीत कर आये हैं. उन्होंने कहा कि सांसदों को अपने क्षेत्रों के विकास के लिए दिल लगा कर काम करना चाहिए.
भाजपा संसदीय दल की बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सांसदों की अनुपस्थिति पर कड़ा रुख अपनाया है। उन्होंने कहा कि सत्र के दौरान संसद से गैरमौजूद रहने का कोई बहाना नहीं है। सभी के लिए जरूरी है कि वे संसद में उपस्थित रहें। प्रधानमंत्री ने संसदीय ड्यूटी से गायब रहने वाले मंत्रियों की लिस्ट भी शाम तक मांगी है। संसदीय कार्यमंत्री प्रह्लाद जोशी ने बैठक खत्म होने के बाद यह जानकारी दी। संसदीय दल की बैठक में गृहमंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और विदेश मंत्री एस जयशंकर भी मौजूद थे।
मोदी ने केंद्रीय मंत्रियों से उनकी “रोस्टर ड्यूटी” पूरा करने के लिए कहा. उन्होंने बीजेपी संसदीय दल की बैठक में कहा कि जो मंत्री रोस्टर ड्यूटी में उपस्थित नहीं रहते हैं, उनके बारे में उसी दिन शाम तक उन्हें बताया जाए.
पीएम ने पहले भी इस बात पर कई बार नाखुशी जतायी थी कि जब संसद का सत्र चल रहा होता है तो कई बार सांसद सदन में उपस्थित नहीं रहते. इस बार उन्होंने अपना ध्यान मंत्रियों की ओर केंद्रित करते हुए कहा कि संसद में भाग लेना केवल सांसदों का ही काम नहीं है.
जोशी ने बताया कि प्रधानमंत्री ने सांसदों से कहा कि उन्हें मानवीय संवेदनाओं से जुड़े मुद्दों या सामाजिक विषयों को एक “मिशन” के तौर पर लेना चाहिए तथा सांसद के रूप में अपना दायित्व निभाना चाहिए.
मोदी ने महात्मा गांधी का स्मरण करते हुए कुष्ठ रोग और तपेदिक (टीबी) जैसे रोगों का उल्लेख किया. जोशी ने बताया कि मोदी ने सांसदों से कहा कि वे अपने संसदीय क्षेत्र के विकास के लिए स्थानीय अधिकारियों के साथ काम करें. उन्होंने आकांक्षी जिलों का जिक्र करते हुए सांसदों से कहा कि वे उनकी प्रगति के लिए अधिकारियों के साथ समन्वय करें. अल्पविकसित जिलों को आधाकारिक रूप से आकांक्षी जिलों का नाम दिया गया है.
राजनीतिक के साथ सामाजिक कार्य से भी जुड़ें सांसद
रिपोर्टर्स से बातचीत के दौरान जोशी ने बताया कि प्रधानमंत्री ने सांसदों को राजनीति से हटकर सामाजिक कार्यों से जुड़ने के लिए भी कहा। उन्होंने कहा कि सांसदों को अधिकारियों के साथ जुड़कर सरकार की योजनाओं को जनता तक पहुंचाने के लिए काम करना चाहिए।
इससे पहले 14 जुलाई को भाजपा ने अपने लोकसभा और राज्यसभा सांसदों को बैठक की जानकारी देते हुए इसमें अनिवार्य रूप से मौजूद रहने की बात कही थी।