एक और हादसा: मुंबई के डोंगरी में चार मंजिला इमारत गिरी, 12 लोगों की मौत 5 बचाए गए, अभी भी दबे हुए हैं कई लोग
मुंबई के डोगरी इलाके में चार मंजिला इमारत का स्लैब गिर गया जिसमें चालीस से पचास लोगों के फंसे होने की आशंका है। मौके पर एनडीआरएफ की टीम राहत बचाव काम में जुट गई है।
#WATCH Mumbai: A woman being rescued by NDRF personnel from the debris of the building that collapsed in Dongri, today. 2 people have died & 7 people have been injured in the incident. #Maharashtra pic.twitter.com/tmzV3Dmm7C
— ANI (@ANI) July 16, 2019
मुंबई । के डोंगरी इलाके में केसरबाई नाम की चार मंजिला इमारत गिर गई। बीएमसी डिजास्टर सेल के मुताबिक 12 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि पांच लोगों को बचाया गया है। इमारत में करीब 50 लोगों के फंसे होने की आशंका है। एनडीआरएफ टीम मौके पर राहत बचाव में जुटी हुई है। ताजा जानकारी के मुताबिक मलबे से एक बच्चे को बचाया गया है। एस ए मार्ग पर हादसे की शिकार केसरबाई बिल्डिंग बीएमसी की जर्जर इमारतों की लिस्ट में नहीं शामिल थी।
बीएमसी अधिकारियों का कहना है कि अभी पुख्ता तौर पर मलबे में फंसे लोगों की संख्या के बारे में बता पाना मुश्किल है। लेकिन चालीस से पचास लोगों के फंसे होने की आशंका है। अभी मलबे में फंसे लोगों को सुरक्षित निकालने की प्राथमिकता है। बिल्डिंग किस वजह से गिरी है इसके बारे में तत्काल कुछ कह पाना मुश्किल है। इस बीच हादसे के लिए आरोप -प्रत्यारोप का दौर शुरू हो चुका है। बीएमसी ने इस हादसे के लिए प्राइवेट बिल्डर को जिम्मेदार ठहराया है।
MUMBAI के डोंगरी इलाके में इमारत का आधा हिस्सा गिरा LIVE | #MTLivehttps://t.co/cwjfRhbaN8
— Mumbai Tak (@mumbaitak) July 16, 2019
केसरबाई बिल्डिंग हादसे में महाराष्ट्र सीएम देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि इमारत में 15 परिवार फंसे हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि पहली प्राथमिकता प्रभावित लोगों को मदद पहुंचाने की है। उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर राजनीति करने से बेहतर है कि लोग पीड़ित परिवार के साथ आएं।
Mumbai: Kesarbai building has collapsed at Tandel street, in Dongri. More than 40 people are feared trapped. pic.twitter.com/H2eVbtgaH6
— ANI (@ANI) July 16, 2019
अधिकारियों का कहना है कि जो बिल्डिंग गिरी है वो जीर्णशीर्ण हालत में थी। एक तरीके से कह सकते हैं कि इमारत की बुनियाद कमजोर थी। अधिकारियों का ये भी कहना है कि जिस इलाके में यह हादसा हुआ है वहां पहुंचने में दिक्कत हो रही है। अब इस मुद्दे पर राजनीति भी शुरू हो चुकी है। कांग्रेस के नेता अमीन पटेल ने कहा कि इस तरह के हादसे के लिए म्हाडा जिम्मेदार है। हालांकि अभी इस विषय पर सरकार की तरफ से प्रतिक्रिया नहीं मिल पाई है।
Maharashtra: Mumbai Police Commissioner Sanjay Barve and DCP, Zone 1, Abhishek Trimukhe arrive at the site where a building collapsed in Dongri, today. 2 people have died & 6 people have been injured in the incident ,so far. pic.twitter.com/bOKpzC5wwE
— ANI (@ANI) July 16, 2019
मौके पर मौजूद लोगों का कहना है कि इस तरह के हादसे के लिए बीएमसी ही पूरी तरह जिम्मेदार है। बीएमसी के अधिकारी हर वर्ष कमजोर इमारतों का लेखाजोखा तैयार करते हैं। लेकिन नतीजा ढाक के तीन पात रहता है। एक हादसे के बाद दूसरे हादसे के लिए बीएमसी और राज्य सरकार को इंतजार रहता है। हर एक हादसे के बाद मंत्री,विधायक और अधिकारी इस तरह की समस्या से निपटने का दावा करते हैं। लेकिन आप खुद देख सकते हैं कि डोंगरी में क्या हुआ है।
Maharashtra CM Devendra Fadnavis on Dongri building collapse: As per the initial information I have received, around 15 families are feared trapped in the collapse. The building is around 100 yrs old. The entire focus is on rescuing the people trapped. Investigation will be done. pic.twitter.com/ApIVqmNLMb
— ANI (@ANI) July 16, 2019
एआईएमआईएम के विधायक वारिस पठान ने कहा कि यह राष्ट्रीय आपदा नहीं है। बल्कि मैन मेड हादसा है। इसके लिए महाराष्ट्र सरकार को जिम्मेदारी लेनी चाहिए। देवेंद्र फणनवीस सरकार सिर्फ म्हाडा या बीएमसी पर दोष नहीं मढ़ सकती है। मौजूदा सरकार की यह प्रवृत्ति बन चुकी है कि वो हर हादसे की जांच की बात करती है। लेकिन नतीजा सिफर ही रहता है।
एआईएआईए के आरोपों पर बीजेपी नेता शायना एनसी ने कहा कि वो इस मुद्दे पर किसी तरह की राजनीति की बात नहीं करेंगी। हादसा क्यों और कैसे हुआ इसके लिए जांच जरूरी है। आप बिना तथ्यों को जाने फणनवीस सरकार पर निशाना नहीं साध सकते हैं। इस हादसे की गहराई से जांच की जरूरत है, निश्चित तौर पर इस संबंध में पुख्ता कार्रवाई होनी चाहिए।