NIA ने तमिलनाडु में मारे छापे, भारत में हमले की फिराक में थे आतंकी
एनआईए ने इनके खिलाफ अंसारुल्ला नाम का आतंकी संगठन बनाकर भारत सरकार के खिलाफ युद्ध छेड़ने की साजिश रचने का केस दर्ज किया गया है.
नई दिल्ली। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने शनिवार को अंसारुल्ला मामले में सैयद मोहम्मद बुखारी के चेन्नई स्थित आवास और दफ्तर में छापेमारी की है. एनआईए ने इसके साथ ही हसन अली युनुसमरिकर और हरीश मोहम्मद के तमिलनाडु के नागापट्टिनम स्थित घर पर भी छापेमारी की है. एनआईए ने इनके खिलाफ अंसारुल्ला नाम का आतंकी संगठन बनाकर भारत सरकार के खिलाफ युद्ध छेड़ने की साजिश रचने का केस दर्ज किया गया है.
एनआईए की ओर से जारी किए गए एक बयान में कहा गया है कि इस मामले में आईपीसी की धारा 12बी, 121ए और 122 के साथ ही गैरकानूनी गतिविधियों की धारा 17,18,18-बी,38 और 39 के तहत 9 जुलाई को मामला दर्ज किया गया है. एनआईए ने बताया है कि खुफिया जानकारी मिलने के बाद इस मामले में छापेमारी की गई है.
छापेमारी में मिलीं ये चीजें
एनआईए को इस छापेमारी के दौरान 9 मोबाइल, 15 सिम कार्ड, 3 लैपटॉप, 5 हार्ड डिस्क 7 मेमोरी कार्ड, 6 पेनड्राइव, 2 टैबलेट और 3 सीडी/डीवीडी मिले हैं. इसके अलावा छापेमारी में मैगज़ीन, बैनर्स, नोटिस, पोस्टर्स और किताबों समेत कई दस्तावेज भी बरामद हुए हैं. एनआईए इस मामले में तीनों आरोपियों से पूछताछ की है.
इस छापेमारी में ये बात भी सामने आई है कि आरोपी और उनके साथी भारत में हमले की तैयारी कर रहे थे जिसके लिए वह फंड भी जुटा रहे थे. इतना ही नहीं वह ये हमले करके भारत में इस्लामिक शासन कायम करना चाहते थे.
पिछले साल यूपी और दिल्ली में भी हुई थी छापेमारी
बता दें पिछले साल एनआईए ने उत्तर प्रदेश और दिल्ली पुलिस के साथ अमरोहा, दिल्ली तथा देश के अन्य इलाकों में छापेमारी की थी. एनआईए के मुताबिक, जांच के दौरान यह पाया गया था कि मॉड्यूल में शामिल आरोपी दिल्ली और इसके आसपास भीड़-भाड़ वाले स्थानों पर फिदायीन हमला करने की साजिश रच रहे थे.
आतंकी संगठन बम बनाने के अंतिम चरण में था, क्योंकि छापेमारी के दौरान 25 किग्रा विस्फोटक, एक देशी रॉकेट लॉन्चर, 12 पिस्तौल और टाइमर के रूप में इस्तेमाल की जाने वाली 112 घड़ियां बरामद की गई थीं. एजेंसी के मुताबिक फैज को अप्रैल में गिरफ्तार किया गया था. वह आतंकवादियों से हथियार चलाने का प्रशिक्षण लेने के लिए पिछले साल जम्मू-कश्मीर के त्राल, राजौरी और बांदीपुरा भी गया था.