नई दिल्ली। महंगाई के मोर्चे पर मोदी सरकार को झटका लगा है. जून में देश में खुदरा महंगाई दर 8 महीने में सबसे ज्यादा हो गयी है. इस दौरान खुदरा महंगाई दर बढ़कर 3.18 फीसदी हो गई. इससे पहले मई में यह सिर्फ 3.05 फीसदी थी. ताजा आंकड़ा सेंट्रल स्टैट्स्टिक्स ऑफिस (CSO) ने जारी किया है. कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स (CPI) आधारित महंगाई दर बढ़ने के बावजूद भी RBI के अनुमान के दायरे में है. रिजर्व बैक ने 4 फीसदी महंगाई दर का अनुमान जताया था.
खाने पीने की चीजों के दाम में इजाफा
जून में खाने पीने की चीजों की कीमतें बढ़ी हैं. जून 2019 में खाने पीने की चीजों के दाम में 2.17 फीसदी इजाफा हुआ जो मई में 1.83 फीसदी था. अनाजों की महंगाई जून में 1.31 फीसदी बढ़ी है. मई में यह 1.24 फीसदी थी. सब्जियों की महंगाई की बात करें तो जून के दौरान इसमें नरमी रही. जून में सब्जियों के कीमतों की ग्रोथ 4.66 फीसदी रही जो मई में 5.46 फीसदी थी. वहीं हाउसिंग महंगाई जून में बढ़कर 4.84 फीसदी हो गई, जो मई में 4.82 फीसदी थी. हालांकि जून में कपड़े-जूतों की महंगाई मई में 1.80 फीसदी के मुकाबले घटकर 1.52 फीसदी रही.
भारतीय अर्थव्यवस्था की ग्रोथ मार्च तिमाही में घटकर 5.8 फीसदी रह गया था. यह पिछले 5 साल का सबसे निचला स्तर है. इसकी वजह से RBI को फिस्कल ईयर 2019-20 के ग्रोथ रेट 7.2 फीसदी से घटाकर 7 फीसदी करने को मजबूर होना पड़ा.
ग्रोथ के मोर्चे पर भी सरकार को झटका लगा है. मई में IIP ग्रोथ 3.4 फीसदी से घटकर 3.1 फीसदी रहा. मैन्युफैक्चरिंग ग्रोथ 2.8 फीसदी से घटकर 2.5 फीसदी, माइनिंग ग्रोथ 5.1 फीसदी से घटकर 3.2 फीसदी और इलेक्ट्रिसिटी ग्रोथ 6 फीसदी से बढ़कर 7.4 फीसदी हो गया. इस दौरान प्राइमरी गुड्स ग्रोथ 5.2 फीसदी से घटकर 2.5 फीसदी, कैपिटल गुड्स ग्रोथ 2.5 फीसदी से घटकर 0.8 फीसदी और इंटरमीडिएट गुड्स ग्रोथ 1 फीसदी से घटकर 0.6 फीसदी रहा.