नई दिल्ली. कांग्रेस-जेडीएस के 13 विधायकों के इस्तीफे के बाद कर्नाटक में जारी राजनीतिक संकट को लेकर सोमवार को लोकसभा में चर्चा हुई। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि कर्नाटक के मौजूदा राजनीतिक हालात के पीछे भाजपा और केंद्र सरकार की कोई भूमिका नहीं है। भाजपा ने किसी भी विधायक और सांसद पर पार्टी बदलने को लेकर कोई दबाव नहीं डाला।
इससे पहले अधीर रंजन ने कहा, ‘‘आप (भाजपा) 300 सीट जीते हैं, लेकिन आपका पेट नहीं भरा। यदि मेरा घर असुरक्षित है और वहां दस सोने और दस चांदी के सिक्के हैं, तो इसका मतलब यह नहीं होता कि आप उसे चुराने के इरादे से आएं और लूटकर भाग जाएं।’’ कांग्रेस सांसद डीके सुरेश ने कहा कि भाजपा नहीं चाहती है कि कोई विपक्षी पार्टी किसी राज्य या केंद्र की सत्ता में रहे हैं। वह लोकतंत्र को खत्म कर रही।
‘यह कांग्रेस का अंदरूनी मामला’
राजनाथ ने जवाब में कहा, ‘‘यह कांग्रेस का अंदरूनी मामला है। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से ही इस्तीफा देने का चलन शुरू हुआ। एक से एक दिग्गज कांग्रेस नेता इस्तीफा दे रहे हैं। सरकार संसद की पवित्रता बचाने के लिए प्रतिबद्ध है। कर्नाटक में जो कुछ हो रहा है, उसमें हमारा कोई हाथ नहीं है।”
कर्नाटक में कैबिनेट का पुनर्गठन होगा
कर्नाटक में राजनीतिक उठापटक के बीच सोमवार को कांग्रेस और जेडीएस के सभी मंत्रियों ने सोमवार को कैबिनेट से इस्तीफा दे दिया। जल्द ही कैबिनेट का पुनर्गठन किया जाएगा। मुख्यमंत्री कुमारस्वामी ने कहा कि यह मामला सुलझ गया है। यह सरकार को कोई खतरा नहीं है। सरकार आसानी से चलेगी।