परमाणु समझौते पर ईरान ने यूरेनियम उत्पादन की तय सीमा तोड़ने का ऐलान किया, फ्रांस ने चिंता जताई
ईरान ने यूरोपीय देशों को प्रतिबंधों में राहत और करार आगे बढ़ाने के लिए 60 दिन का वक्त दिया था, जो आज खत्म हो गया, ईरान ने कहा- हम अब भी चाहते हैं कि परमाणु समझौता बना रहे, लेकिन यूरोप के देश अपनी प्रतिबद्धता से पीछे हटे
तेहरान. ईरान ने रविवार को 2015 में परमाणु समझौते के तहत यूरेनियम उत्पादन की तय सीमा को तोड़ने का ऐलान किया है। उप विदेश मंत्री अब्बास अरागची ने कहा कि ईरान अब भी चाहता है कि परमाणु समझौता बना रहे, लेकिन यूरोप के देश अपनी प्रतिबद्धता से पीछे हट रहे हैं। अमेरिका 2018 में एकतरफा इस समझौते से अलग हो गया था। इसके बाद उसने ईरान पर कड़े प्रतिबंध लगा दिए।
ईरान की इस घोषणा से समझौते का उल्लंघन होगा। ईरान ने मई में यूरेनियम उत्पादन शुरू करने की ओर कदम बढ़ाया था, जिसका इस्तेमाल रिएक्टरों के लिए ईंधन और परमाणु हथियारों को बनाने के लिए किया जा सकता है। अरागची ने कहा कि देश ने पहले से ही अधिक मात्रा में यूरेनियम का भंडार कर लिया है। हालांकि, उन्होंने कहा कि ईरान किसी भी तरह के परमाणु हथियार के निर्माण से इनकार करता है।
अरागची ने कहा कि ईरान ने यूरोपीय देशों को प्रतिबंधों में राहत और करार आगे बढ़ाने के लिए 60 दिन का समय दिया था, जो 7 जुलाई को खत्म हो गया। अब हम तय सीमा 3.7% से ज्यादा यूरेनियम का संवर्धन करेंगे। समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, एटॉमिक एनर्जी ऑर्गेनाइजेशन ऑफ ईरान (एईओआई) के प्रवक्ता बहरोज कमालवंडी ने भी रविवार को कहा कि ईरान को अपने बशर न्यूक्लियर पावर प्लांट के लिए 5% यूरेनियम सवंर्धन की जरूरत है और तेहरान रिसर्च रिएक्टर के लिए 20% संवर्धन की आवश्यकता है।
फ्रांस के राष्ट्रपति एमैनुएल मैक्रों और ईरानी राष्ट्रपति हसन रुहानी के बीच इस मसले पर शनिवार को फोन पर बातचीत हुई है। मैक्रों ने 2015 के समझौते को समाप्त होने के परिणामों पर गंभीर चिंता जताई। उन्होंने कहा कि परमाणु समझौते पर 15 जुलाई तक नई बातचीत शुरू कर सकते हैं।
यूरोपीय देशों को समझौता बचाने के लिए आगे आना चाहिए
ईरान के राष्ट्रपति हसन रूहानी ने कहा था कि यूरोप के देशों को कुछ ऐसा करना चाहिए, जिससे परमाणु समझौते को बचाया जा सके। समझौते के तहत ईरान ने अपने यूरेनियम का भंडार 98 फीसदी तक घटाकर 300 किलोग्राम तक करने का वादा किया था। उसने अब इस तय सीमा को तोड़ने का फैसला किया है।