बेंगलुरु से मुंबई पहुंचे कांग्रेस-जेडीएस विधायक, कर्नाटक में गर्माई सियासत
कर्नाटक में राजनीतिक संकट गहरा गया है. कांग्रेस के 9 और जेडीएस के 3 विधायकों ने इस्तीफा दे दिया है. अगर इनका इस्तीफा मंजूर हो जाता है तो कुमारस्वामी सरकार अल्पमत में आ जाएगी. उपमुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता डीके शिवकुमार इन विधायकों को मनाने में जुटे हुए हैं. फिलहाल करीब 11 विधायक बेंगलुरु से मुंबई पहुंच गए हैं. वे यहां रेनेसां होटल में रुकेंगे. कर्नाटक के सियासी संकट को देखते हुए कांग्रेस के आला नेताओं ने दिल्ली में इमरजेंसी बैठक की. इस बैठक में ज्योतिरादित्य सिंधिया, गुलाम नबी आजाद, मोतीलाल वोहरा, दीपेंद्र हुड्डा समेत कई बड़े नेता शामिल हुए.
नई दिल्ली: कर्नाटक की राजनीति में खासी उथल पुथल देखने को मिल रही है। यहां कांग्रेस और जनता दल- सेक्युलर के 14 विधायकों ने बागी तेवर अपनाते हुए अपना इस्तीफा दे दिया है। वहीं बीजेपी इसे सरकार बनाने का मौका समझते हुए सत्ता में वापसी को तैयार दिख रही है। बीजेपी पार्टी नेताओं का कहना है कि अगर बीजेपी सत्ता में वापसी करती है तो बीएस येदियुरप्पा ही राज्य के मुख्यमंत्री होंगे।
जिन विधायकों ने इस्तीफा दिया है उनके नाम
कांग्रेस और जेडी-एस के विधायक शनिवार को विधानसभा स्पीकर को इस्तीफा देने के लिए स्पीकर कार्यालय पहुंचे। स्पीकर से मुलाकात नहीं हो पाने के चलते विधायकों ने अपना इस्तीफा स्पीकर के सचिव को सौंप दिया। जिन विधायकों ने इस्तीफा दिया है उनके नाम आप यहां देख सकते हैं- एच विश्वनाथ (जेडीएस), महेश कुमथल्ली (कांग्रेस), बीसी पाटिल (कांग्रेस), रमेश जारकीहोली (कांग्रेस), शिवराम हेब्बर (कांग्रेस), नारायण गौड़ा (जेडीएस), गोपालिया (जेडीएस), एसटी सोमशेखर (कांग्रेस), मुनिरत्न (कांग्रेस) ), प्रताप गौड़ा (कांग्रेस) और बैराठी बसवराज (कांग्रेस)।
- यदि इन विधायकों का इस्तीफा स्वीकार कर लिया जाता है तो सत्तारूढ़ गठबंधन (जिसके 118 विधायक हैं) 224 सदस्यीय विधानसभा में बहुमत खो देगा। वहीं, भाजपा के 105 विधायक हैं।
मुंबई पहुंचे इस्तीफा दे चुके 9 विधायक
- कर्नाटक के मौजूदा राजनीतिक संकट पर बयान देते हुए पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने कहा, ‘कई कांग्रेसी विधायक जो पार्टी से काफी लंबे समय से जुड़े हैं वो पार्टी छोड़ना चाहते हैं। मुझे उम्मीद है कि वो हमारे साथ बने रहेंगे और पार्टी का समर्थन करेंगे। मैं बेंगलुरु जा रहा हूं। वहां जाकर जमीनी हालत का आंकलन कर आगे की टिप्पणी करूंगा।’
- कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने कहा, ‘देश में हॉर्स ट्रेडिंग की राजनीति का एक नया प्रतीक उभरा है। लोकतंत्र को बाजार बनाकर खरीदफरोख्त, सत्ता और धनबल से चुनी हुई प्रजातांत्रिक सरकारों को गिराने का प्रयास बीजेपी कर रही है जिसका ताजा उदाहरण कर्नाटक है।’
Randeep Surjewala, Congress: A new symbol of horse trading politics has emerged in the country, MODI – Mischievously Orchestrated Defections in India. pic.twitter.com/JqzLi9tFf6
— ANI (@ANI) July 6, 2019
- कर्नाटक सरकार पर बढ़ते संकट के बीच कांग्रेस महासचिव और राज्य के प्रभारी के सी वेणुगोपाल बेंगलुरु पहुंच चुके हैं। वहीं कांग्रेस कार्यकर्ता पार्टी दफ्तर के बाहर उन विधायकों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं जिन्होंने अपना इस्तीफा स्पीकर को सौंपा है।
Bengaluru: Congress workers protest outside the Congress office against the MLAs who submitted their resignations to the Assembly Speaker, today. #Karnataka pic.twitter.com/EPkELe8DVb
— ANI (@ANI) July 6, 2019
कांग्रेस की आपात बैठक में पहुंचे ये नेता
DK Shivakumar Karnataka Minister on reports that he tore the resignation letters of some of the MLAs: Why should I not? Let them file a complaint, if they want to put me behind the bars, I'm ready. I have taken a very big risk. pic.twitter.com/8ZCBAuocoR
— ANI (@ANI) July 6, 2019
BS Yeddyurappa, BJP: Me & my party have nothing to do with developments in other rival parties. I heard through media that Congress-JDS legislators have resigned from their Karnataka Assembly seats. I'm categorically reiterating that BJP has absolutely no say on the issue. pic.twitter.com/5roZgOirEQ
— ANI (@ANI) July 6, 2019
कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने कांग्रेस-जेडीएस विधायकों के इस्तीफे पर बोलते हुए कहा, ‘मुझे और मेरी पार्टी (बीजेपी) को विरोधी दलों में चल रहे घटनाक्रम से कोई लेना देना नहीं है। मैंने मीडिया से सुना कि कांग्रेस और जेडीएस के विधायकों ने इस्तीफा दे दिया है। मैं स्पष्ट रूप से कहना चाहता हूं कि बीजेपी का इस मामले से कुछ लेना देना नहीं है।’
एचके कुमारस्वामी बोले- सरकार पूरी तरह सुरक्षित
Karnataka Minister & Congress leader Zameer Ahmad on resignations of Congress-JD(S) MLAs: They will come back. Where else will they go? The resignations have not been accepted yet. pic.twitter.com/spitHNEOyh
— ANI (@ANI) July 6, 2019
- कांग्रेस-जद (एस) के विधायकों के इस्तीफे पर कर्नाटक के मंत्री और कांग्रेस नेता ज़मीर अहमद ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा, ‘वो वापस आएंगे, और कहां जाएंगे? इस्तीफे अभी तक स्वीकार नहीं किए गए हैं।’
कर्नाटक विधानसभा की मौजूदा स्थिति
पार्टी | सीट |
भाजपा | 105 |
कांग्रेस | 78 |
जेडीएस | 37 |
बसपा | 1 |
केपीजेपी | 1 |
निर्दलीय | 1 |
*कांग्रेस के टिकट से जीते रमेश कुमार मौजूदा विधानसभा अध्यक्ष हैं।
12 विधायकों के इस्तीफे के बाद क्या होगी स्थिति?
अगर स्पीकर 12 विधायकों के इस्तीफे को स्वीकार कर लेते हैं तो विधानसभा में कुल 212 सदस्य रह जाएंगे। विधानसभा अध्यक्ष को छोड़कर ये संख्या 211 रह जाएगी। ऐसे में बहुमत के लिए 106 विधायकों की जरूरत होगी।
निर्दलियों के समर्थन से बन सकती है भाजपा सरकार
ऐसी अटकलें हैं कि दो निर्दलीय विधायक कुमारस्वामी सरकार की कैबिनेट से मंत्री का पद छोड़ सकते हैं। ये दोनों विधायक भाजपा को समर्थन दे सकते हैं। अगर ऐसा होता है तो भाजपा के पास 107 विधायकों का समर्थन होगा। जो सरकार बनाने के लिए काफी है।