पंजाब: 2 महिलाओं की पुरुषों ने की बेरहमी से पिटाई, वीडियो वायरल
पंजाब के फरीदकोट के कोटकपुरा इलाके में दो महिलाओं की पुरुषों द्वारा पिटाई की गई। घटना का वीडियो वायरल हुआ। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है।
चंडीगढ़: पंजाब के फरीदकोट जिले के कोटकपुरा में शनिवार 6 जुलाई को सार्वजनिक रूप से पुरुषों के एक समूह द्वारा दो दलित महिलाओं पर कथित रूप से हमला किया गया। जब महिलाओं के साथ मारपीट की जा रही थी, तो स्थानीय लोग मौके पर जमा हो गए और मूकदर्शक बने रहे। पुलिस ने शिकायत दर्ज कर ली है और मामले में एससी/एसटी अत्याचार अधिनियम भी लागू किया गया है। पंजाब महिला आयोग ने फरीदकोट जिले के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (SSP) से घटना की रिपोर्ट प्रस्तुत करने को कहा है।
वीडियो में आदमियों को सरेआम महिलाओं को निर्दयता से पीटते हुए देखा जा सकता है। दोनों महिलाओं बचने की कोशिश कर रही हैं। महिलाओं ने आरोप लगाया कि वे एक फोटोग्राफी कार्यशाला में जा रही थीं, तब उन्होंने देखा कि कुछ लोग उनकी दुकान से सामान निकालकर बाहर फेंक रहे थे। जब महिलाओं ने इस पर आपत्ति जताई, तो आरोपियों ने कथित तौर पर उन्हें पीटना शुरू कर दिया।
Punjab: Two women thrashed by two men in Kotkapura area in Faridkot. Gurmit Kaur SP Faridkot (pic 2), says, “On the basis of viral video, FIR lodged. Investigation is underway. It is related to a property dispute. Case registered against the culprits.” (05.07.2019) pic.twitter.com/vkKqcqDgjB
— ANI (@ANI) July 6, 2019
गुरमीत कौर एसपी फरीदकोट का कहना है, ‘वायरल वीडियो के आधार पर एफआईआर दर्ज की गई। जांच चल रही है। यह संपत्ति विवाद से संबंधित है। दोषियों के खिलाफ मामला दर्ज हो गया।’
महिलाओं ने आरोप लगाया कि आरोपी अकाली दल के समर्थक थे, और उनकी दुकानों में तोड़फोड़ करने आए थे। एक पीड़ित ने कहा कि उसका पति उसके ससुर की दूसरी पत्नी का बेटा है। चूंकि उसके ससुर का निधन हो गया, इसलिए संपत्ति का विवाद उसकी पहली पत्नी के बच्चों और उसके परिवार के बीच चल रहा है। कोर्ट में मामला चल रहा है। जब मैं वहां पहुंची, तो मैंने देखा कि सुखदेव सिंह (आरोपी) हमारी दुकान से सामान निकाल रहा था। जब मैंने उसे रोकने की कोशिश की तो उसने मेरे साथ मारपीट शुरू कर दी और मुझे और मेरे परिवार के सदस्य को दुकान से खींच लिया। उन्होंने और उनके समर्थकों ने हमारे बाल खींचे, गालियां दीं और हमें बुरी तरह मारा। जब हमारे द्वारा किए गए शोर को सुनकर भीड़ इकट्ठा हुई, तो वे मौके से भाग गए और हमारी दुकान से दो कैमरे ले गए।