जब IAF के लड़ाकू विमान को अंबाला के रिहायशी इलाके में फेंकने पड़े बम
पायलट विमान को अम्बाला एयरफोर्स बेस पर सुरक्षित उतारने में कामयाब रहा. किसी तरह के जानी नुकसान की ख़बर नहीं है.
अंबाला: भारतीय वायुसेना (IAF) के एक जेट विमान को अम्बाला के रिहायशी इलाके के ऊपर गुरुवार को उस समय अपना ईंधन बहा देना पड़ा, और अभ्यास के लिए रखे गए छोटे आकार के बमों को फेंक देना पड़ा, जब उड़ान के दौरान उसके इंजनों में से एक से एक पक्षी टकरा गया. समाचार एजेंसी ANI ने IAF के सूत्रों के हवाले से बताया कि सिर्फ एक ही इंजन से पक्षी टकराया था, और पायलट विमान को अम्बाला एयरफोर्स बेस पर सुरक्षित उतारने में कामयाब रहा. किसी तरह के जानी नुकसान की ख़बर नहीं है.
IAF Sources: An IAF Jaguar pilot jettisoned fuel tanks of his aircraft after one of the engines failed after being hit by a bird, pilot managed to land back safely at the Ambala air base. Small practice bombs jettisoned by his aircraft have also been recovered. pic.twitter.com/tXG3x1MDqR
— ANI (@ANI) June 27, 2019
उड़ान के दौरान होने वाली इस तरह की आपात स्थितियों में पायलटों को अक्सर विमान के पंखों के नीचे रखे सामान को गिरा देना पड़ता है, जिनमे आमतौर पर इसी तरह के बम और ईंधन टैंक शामिल होते हैं.यह घटना उस वक्त हुई, जब विमान – जगुआर – उस बाउंड्री वॉल तक पहुंचने वाला था, जो एयरफोर्स बेस को अम्बाला के बलदेव नगर इलाके से अलग करती है. गिराए गए सामान का कुछ हिस्सा एक मकान की छत पर गिरा, और कुछ सामान सड़क पर गिरा.
एम्बुलेंस तथा फायर ब्रिगेड कर्मियों को तुरंत घटनास्थल पर रवाना किया गया. भारतीय वायुसेना के वरिष्ठ अधिकारी भी सफाई अभियान की समीक्षा करने तथा इलाके में तलाशी अभियान चलाने के लिए भेजे गए. इसी साल जनवरी में उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में एक जगुआर विमान क्रैश हुआ था, जब गोरखपुर से रूटीन मिशन पर उड़ान भरने के बाद उसमें तकनीकी खामी पैदा हो गई थी. उस विमान के पायलट विंग कमांडर रोहित कटोच विमान से सुरक्षित इजेक्ट करने में कामयाब रहे थे. भारतीय वायुसेना के पास लगभग 100 जगुआर विमान हैं, जिन्हें ’70 के दशक के उत्तरार्द्ध में यूरोप से आयात किया गया था.
मौके से मलबा हटाया गया
- प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया, ” फ्यूल टैंक के मलबे गिरने से जोरदार धमाका हुआ। हम लोग सो रहे थे। धमाके से नींद खुल गई। आसपास के घरों में फ्यूल टैंक का कुछ मलबा गिरा, जिससे दीवारों में दरारें आ गईं।”
- डीएसपी रजनीश शर्मा समेत कई पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे। डीएसपी ने कहा कि दोनों पायलटों ने एयरक्राफ्ट की इमरजेंसी लैंडिंग कराई। जगुआर के फिलिंग टैंक और उसके मलबे को हटा लिया गया है।
2015-16 के बाद से दुर्घटनाओं में अब तक 33 विमान गंवाए
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कुछ दिन पहले बताया था कि भारतीय वायु सेना ने 2015-16 के बाद से दुर्घटनाओं में अब तक 33 वायुयान खो दिए। इसमें 19 लड़ाकू जेट शामिल हैं। तीन जून को अरुणाचल प्रदेश में भारतीय वायुसेना का एक एएन-32 हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। इसमें वायुसेना के सभी 13 जवान मारे गए थे। इससे पहले गोवा एयरपोर्ट पर जून में वायुसेना के लड़ाकू विमान मिग-29K के फ्यूल टैंक के गिरने से आग लग गई थी।