2 फुट जमीन के लिए अपनों पर बरसाईं अंधाधुंध गोलियां, 5 की मौत

मध्य प्रदेश के सागर जिले में पारिवारिक संपत्ति को लेकर हुई बहस ने घातक रूप ले लिया जब सिर्फ 2 फुट जमीन को लेकर एक व्यक्ति ने शुक्रवार को अपने ही परिवार के 5 लोगों को मौत के घाट उतार दिया गया.

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मध्य प्रदेश के सागर जिले में पारिवारिक संपत्ति को लेकर हुई बहस ने घातक रूप ले लिया जब सिर्फ 2 फुट जमीन को लेकर एक व्यक्ति ने शुक्रवार को अपने ही परिवार के 5 लोगों को मौत के घाट उतार दिया गया. मामला सागर जिले के बीना थाना क्षेत्र का है, जहां जमीन विवाद को लेकर आरोपी ने अपने दो भाईयों, एक भाई की पत्नी और उसके बेटे, एक बहन समेत कुल 5 लोगों को ताबड़तोड़ गोलियां बरसा कर मौत के घाट उतार दिया.

आरोपी हत्याकांड को अंजाम देने के बाद आरोपी मौके से फरार हो गया था, लेकिन पुलिस ने उसे घेराबंदी करके पकड़ लिया. इस पूरे हत्याकांड में मृतकों का आंकड़ा और भी बढ़ सकता था क्योंकि आरोपी जब अपनों पर अंधाधुंध गोलियां बरसा रहा था उस दौरान एक भाई की पत्नी ने खुद को अपने बच्चों समेत एक कमरे में बंद कर लिया था जिससे उनकी जान बच गई. इस हत्याकांड में संजीव अहिरवार, मनोज अहिरवार, ताराबाई राजकुमारी और यशवन्त की मौत हो गई है.

2 फुट जमीन बनी हत्याकांड की वजह

बताया जा रहा है कि परिवार में 2 फुट की जमीन को लेकर विवाद चल रहा था, जिस पर बात करने के लिए शुक्रवार सब इकट्ठा हुए थे. हालांकि इस दौरान बातचीत पहले बहस में बदली और उसके बाद भाईयों और बहन के बीच विवाद इस कदर बढ़ गया कि मनोहर अहिरवार ने अपनी लाइसेंसी बंदूक से पांचों पर अंधाधुंध गोलियां बरसा कर उनको मौत के घाट उतार दिया.

लाइसेंसी बंदूक से किए फायर

प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि सबसे पहले गोली संजीव अहिरवार को लगी। इसके बाद उसकी पत्नी राजकुमारी, फिर बड़े भाई मनोज एवं सबसे आखिर में संजीव के बेटे यशवंत को गोली लगी। इस कारण सभी की मौके पर ही मौत हो गई। ताराबाई को गोली कब और कहां लगी, इसकी जानकारी नहीं है। थाना प्रभारी ने बताया कि लाइसेंसी बंदूक मनोहर अहिरवार के नाम है, जो लोकसभा चुनाव के दौरान थाने में जमा थी। इस बंदूक को आरोपी दो दिन पहले बुधवार को थाने से लेकर गया था।

गुरुवार को ही परिवार ने मनाया था मनोज का जन्मदिन

मृतक मनोज का गुरुवार को जन्मदिन था। परिवार ने हंसी-खुशी के साथ मनाया। मनोज के भानेज सौरभ ने खून से सने हाथ दिखाते हुए कहा- मैं जी के क्या करूंगा। मनोहर को मार डालूंगा या खुद मर जाऊंगा।

कर्ज ने बनाया हत्यारा

बताया जा रहा है कि आरोपी मनोहर पर कर्ज था। वह जमीन हासिल कर उसे बेचना चाहता था, ताकि वह कर्ज चुका सके। लेकिन, परिवार के लोग जमीन देने को तैयार नहीं थे। शुक्रवार की रात बहन ताराबाई उसे समझाने गई थी, तभी विवाद हो गया और मनोहर ने अपनी बंदूक से फायरिंग कर दी।

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