राजस्थान कांग्रेस के हारे उम्मीदवार बोले- पार्टी नेताओं की गद्दारी से हारे लोकसभा चुनाव

लोकसभा चुनाव में हार के लिए राजस्थान के कांग्रेस प्रत्याशियों ने अपनी पार्टी के नेताओं को जिम्मेदार ठहराया है. उनका कहना है कि कांग्रेस पार्टी के नेताओं की गद्दारी की वजह से लोकसभा चुनाव में पार्टी को हार का सामना करना पड़ा.

0 832,415

जयपुर। लोकसभा चुनाव में करारी हार के बाद कांग्रेस में मंथन और समीक्षा का दौर जारी है. कांग्रेस के नेता हार के लिए एक-दूसरे को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं. राजस्थान कांग्रेस के हारे हुए उम्मीदावारों ने अपनी हार की सबसे बड़ी वजह पार्टी के नेताओं की गद्दारी बताया है. राजस्थान में कांग्रेस के सभी 25 लोकसभा प्रत्याशियों से दिल्ली में प्रदेश के प्रभारी महासचिव अविनाश पांडे ने मुलाकात की और हार के कारणों  का फीडबैक लिया. अविनाश पांडे के साथ सहप्रभारी भी मौजूद रहे.

प्रत्याशियों के साथ अकेले में चर्चा की गई और हार के कारणों की वजह पूछी

इस दौरान एक-एक करके सभी लोकसभा प्रत्याशियों के साथ अकेले में चर्चा की गई और हार के कारणों की वजह पूछी गई. जिसमें उन्होंने बताया कि कांग्रेस के प्रत्याशियों की हार के लिए कांग्रेस के नेता ही जिम्मेदार हैं. इन्होंने अपने फीडबैक में कहा कि टिकट मिलने के बाद कांग्रेस के ज्यादातर पदाधिकारी घोषित उम्मीदवार के खिलाफ काम करते रहे और उन्हें हरवाने का काम किया है.

पार्टी की तरफ से प्रत्याशियों को सहयोग नहीं मिला

उन्होंने आरोप लगाया कि पार्टी की तरफ से प्रत्याशियों को सहयोग नहीं मिला. इसके अलावा कांग्रेस के प्रत्याशियों ने यह कहा कि लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी का बूथ मैनेजमेंट जबरदस्त रहा. दिल्ली में कांग्रेस के वॉर रूम में प्रभारी महासचिव अविनाश पांडे और सह प्रभारी विवेक बंसल पिछले 3 दिनों से सभी उम्मीदवारों के साथ मिलकर उनके फीडबैक को लिखित में दर्ज कर रहे हैं.

गुटबाजी के अलावा कांग्रेस के चुनाव लड़ने की रणनीति फेल रही

कांग्रेस के प्रत्याशियों ने यह भी कहा कि गुटबाजी के अलावा कांग्रेस के चुनाव लड़ने की रणनीति फेल रही. राज्य सरकार ने चुनाव से पहले जो फैसले किए थे, उसे जनता के बीच सरकार के मंत्री, विधायक और कार्यकर्ता नहीं पहुंचा पाए. उम्मीदवारों ने बताया कि जिस तरह से राजस्थान सरकार ने किसानों की कर्ज माफी और बेरोजगारी भत्ता देने का फैसला किया, उसके बारे में जमीनी स्तर पर जनता को नहीं पता चला.

भारतीय जनता पार्टी एक-एक घर तक प्रचार के लिए पहुंची

उन्होंने कहा कि राजस्थान में कांग्रेस बड़ी-बड़ी रैलियां करके सीमित रह गई, जबकि भारतीय जनता पार्टी एक-एक घर तक प्रचार के लिए पहुंची. इस फीडबैक की पूरी रिपोर्ट कांग्रेस आलाकमान को दी जाएगी. इस पूरे फीडबैक में कहीं भी हार के लिए नेतृत्व को किसी ने भी जिम्मेदार नहीं ठहराया है. आपको बता दें कि राजस्थान में लोकसभा की 25 सीटे हैं, जिनमें से कांग्रेस को एक भी सीट पर जीत नहीं मिली.

Leave A Reply

Your email address will not be published.