अमित शाह-जगन मोहन की मुलाकात, मिला डिप्टी स्पीकर पद का सशर्त ऑफर
आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी ने आज केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की. दोनों नेताओं के बीच गृह मंत्रालय में मुलाकात हुई. सूत्रों का कहना है कि जगन की पार्टी वाईएसआर कांग्रेस पार्टी को लोकसभा में डिप्टी स्पीकर का पद दिया जा सकता है.
आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी ने आज केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की. दोनों नेताओं के बीच गृह मंत्रालय में मुलाकात हुई. सूत्रों का कहना है कि जगन की पार्टी वाईएसआर कांग्रेस पार्टी को लोकसभा में डिप्टी स्पीकर का पद दिया जा सकता है.
Andhra Pradesh Chief Minister YS Jaganmohan Reddy met Union Home Minister Amit Shah, today, in Delhi. pic.twitter.com/VeQG8FVsWO
— ANI (@ANI) June 14, 2019
YSRCP के सूत्रों ने बताया कि हमें डिप्टी स्पीकर का पद की पेशकश की गई है, लेकिन हमारे सामने अधिकारिक रूप से बीजेपी का हाथ थामने की शर्त रखी गई है. इसके बदले में हमने राज्य को विशेष दर्जा देने की भी मांग की है. YSRCP ने साफ कहा कि विशेष राज्य का दर्जा नहीं मिलने पर बीजेपी का हाथ नहीं थामा जाएगा. आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री जगनमोहन रेड्डी ने आज गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की. इस मीटिंग में कई अहम फैसले होने के कयास लगाए जा रहे थे. माना जा रहा था कि बीजेपी लोकसभा के डिप्टी स्पीकर का पद भी YSRCP को दे सकती है.
सूत्रों की मानें तो बीजेपी ने लोकसभा के डिप्टी स्पीकर पद के लिए नवीन पटनायक की बीजेडी और जगन मोहन रेड्डी की वाईएसआर कांग्रेस पार्टी दोनों को ऑफर दिया है. माना जा रहा है कि इन्हीं दोनों दलों में किसी एक को यह पद मिल सकता है.
वहीं बीजेपी जगन मोहन रेड्डी के जरिए कांग्रेस को संदेश देने की कोशिश कर रही है, क्योंकि वाईएसआर और कांग्रेस एक साथ नहीं चल सकते हैं. इसी तरह से कांग्रेस और बीजेडी कभी एक दूसरे के साथ नहीं रहे हैं. इस तरह से बीजेपी ने वाईएसआर और बीजेडी दोनों को डिप्टी स्पीकर का पद देकर अपने साथ जोड़कर रखना चाहती है.
बता दें कि 2014 में भी बीजेपी ने ऐसा ही दांव चला था जब AIADMK एनडीए का हिस्सा नहीं थी. इसके बावजूद लोकसभा के उपाध्यक्ष के पद पर AIADMK के थंबीदुरई को दिया था. इसका नतीजा था कि मोदी सरकार के कई अहम मौकों पर AIADMK साथ खड़ी नजर आई थी और 2019 के लोकसभा चुनाव में एनडीए का हिस्सा बनकर चुनाव लड़ी थी. इसी तरह से एक बार फिर बीजेपी 2014 वाला दांव चल रही है.