चक्रवात वायु आज गुजरात के तट से टकरा सकता है; 500 गांव खाली, तीन लाख लोग सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाए गए

अरब सागर में उठा तूफान ‘वायु’ ताकतवर चक्रवात में तब्दील हुआ, 180 किमी की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं कच्छ, जामनगर, जूनागढ़, द्वारका, पोरबंदर, राजकोट, अमरेली, भावनगर और सोमनाथ जिले में हाई अलर्ट पोरबंदर, दीव, भावनगर, केशोद और कांडला एयरपोर्ट पर गुरुवार देर रात तक उड़ानों का परिचालन बंद रहेगा

  • 13 Kmph की रफ्तार से गुजरात तट की ओर बढ़ रहा है वायु
  • गुरुवार दोपहर तक गुजरात के तटों से टकरा सकता है ‘वायु’
  • पश्चिम रेलवे ने एहतियातन रद्द कीं 70 ट्रेनें
  • 150 Kmph से लेकर 180 Kmph की रफ्तार से चल सकती हैं हवाएं
  • PM मोदी ने ट्वीट कर दिया हर संभव मदद का भरोसा
  • गुजरात में दो दिन के लिए बंद हैं स्कूल
Cyclone Vayu : चक्रवात वायु से 70 ट्रेनें रद्द, करीब 3 लाख लोगों को सुरक्षित जगहों पर भेजा

अहमदाबाद. अरब सागर में उठा ‘वायु’ तूफान ताकतवर चक्रवात में तब्दील हो गया है। यह गुरुवार को गुजरात में द्वारका और वेरावल के बीच के तटीय इलाकों में टकरा सकता है।चक्रवात वायु 13 Kmph की रफ्तार से गुजरात तट की ओर बढ़ रहा है. पोरबंदर में समुद्र के जल स्तर में इजाफा हुआ है. माधोपुर के समुद्र तट पर बसे मछुआरों के कई गांवों में समुद्र का पानी प्रवेश कर गया है. एनडीआरएफ और पुलिस के साथ सेना ने राहत के लिए संयुक्त ऑपरेशन शुरू कर दिया है. NDRF की 52 टीमें, एसडीआरएफ की 9, एसआरपी की 14 कंपनियां, 300 मरीन कमांडो और 9 हेलिकॉप्टर तैनात किए गए हैं. वायु ने फिर से दिशा बदल ली है और अब इसके गुरुवार की दोपहर तक पोरबंदर और द्वारिका के बीच गुजरात तट से टकराने की संभावना जताई जा रही है. मौसम विभाग के अनुसार इस दौरान हवा की रफ्तार 150 किलोमीटर से लेकर 180 किलोमीटर प्रति घंटा रहने  का अनुमान है.

इस दौरान कम से कम 150 किमी और अधिकतम 180 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं। मौसम विभाग ने 9 जिलों कच्छ, जामनगर, जूनागढ़, द्वारका, पोरबंदर, राजकोट, अमरेली, भावनगर और सोमनाथ के लिए हाई अलर्ट जारी किया है।

वायु के लिए तैयार है NDRF टीमें- अमित शाह

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने ने कहा है कि चक्रवात वायु गुजरात और दीव तक पहुंचने वाला है. मैं लोगों की सुरक्षा के लिए प्रार्थना करता हूं. गृह मंत्रालय राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के संपर्क में हैं. एनडीआरएफ ने 52 टीमों को तैनात किया है.

अभी भी अच्छी तादाद में मछुआरे गांव में ही है. प्रशासनिक इन्हें को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने के प्रयास जारी है. गुजरात के कई इलाकों में होटल खाली करा लिए गए हैं. कुछ क्षेत्रों में मछुआरे सुरक्षित स्थान पर जाने को तैयार नहीं हो रहे.

यहां के 500 से ज्यादा गांव खाली करा लिए गए हैं। बुधवार रात तक तीन लाख लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया।

एनडीआरएफ की 52 टीमें तैनात

  • केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने ट्वीट किया, ‘‘गुजरात से अब तक तीन लाख लोग सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाए गए हैं। अकेले दीव से 10 हजार से ज्यादा लोगों को निचले इलाकों से सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया है।’’
  • गुजरात में राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन (एनडीआरएफ) की 52 टीमें तैनात की गई हैं। राज्य आपदा प्रबंधन की 9 टीमें और 300 मरीन कमांडो की भी तैनाती की गई है। चुनिंदा जगहों पर तट रक्षक बल के 9 हेलिकॉप्टर रखे गए हैं।
  • मौसम विभाग की चेतावनी के बाद एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने पोरबंदर, दीव, भावनगर, केशोद और कांडला एयरपोर्ट पर गुरुवार देर रात तक उड़ानों का परिचालन बंद रखने का फैसला किया है।
  • पश्चिम रेलवे ने 40 ट्रेनें रद्द कर दी हैं। 28 ट्रेनों के सफर की दूरी कम कर दी गई है।
  • रक्षा विभाग ने बुधवार को बताया कि सेना के 10 कॉलम गुजरात में तैनात किए गए हैं। ये कॉलम जामनगर, गिर, द्वारका, पोरबंदर, जामनगर, सोमनाथ, मोरबी, भावनगर, राजकोट और अमरेली में तैनात हैं। एक कॉलम में 70 सैनिक होते हैं। 24 अन्य कॉलम को स्टैंड बाय पर रखा गया है।
  • वायुसेना ने गुजरात के कुछ इलाकों में मीडियम लिफ्ट और लाइट यूटिलिटी हेलिकॉप्टर तैनात किए हैं।
  • नौसेना ने P8i एयरक्राफ्ट और IL-76 ट्रांसपोर्टर एयरक्राफ्ट तैयार रखा है।
  • गुजरात के अतिरिक्त मुख्य सचिव पंकज कुमार ने बताया कि बुधवार शाम तक चक्रवात वेरावल से 280 किमी और पोरबंर से 360 किमी की दूरी पर था।

तटीय इलाकों में स्कूल-कॉलेज बंद 

वायु से निपटने के लिए गुजरात प्रशासन हाई अलर्ट पर है। मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने कहा कि प्रशासन ओडिशा सरकार के साथ संपर्क में है, ताकि तूफान फैनी के जैसे नुकसान को कम करने के तरीकों की जानकारी मिल सके। सभी कर्मचारियों को छुट्टी रद्द कर ड्यूटी पर लौटने को कहा है। तटीय इलाकों में सभी स्कूल, कॉलेज और आंगनवाड़ी केंद्रों को 13 और 14 जून को बंद रखा जाएगा।

अरब सागर में पैदा हुआ चक्रवात है ‘वायु’
‘वायु’ अरब सागर में आने वाला चक्रवात है. भारत में जितने चक्रवात आते हैं, उनमें से बहुत कम ही अरब सागर में पैदा होते हैं. भारत में आने वाले ज्यादातर चक्रवात बंगाल की खाड़ी में पैदा होते हैं. पिछले 120 सालों के उपलब्ध रिकार्ड्स के मुताबिक कुल चक्रवातों के मात्र 14% ही अरब सागर में पैदा हुए हैं. इसके अलावा बंगाल की खाड़ी के चक्रवातों के मुकाबले अरब सागर के चक्रवात कमजोर होते हैं. हिंद महासागर क्षेत्र में आने वाले 8 देश मिलकर इस इलाके में आने चक्रवातों के नाम रखते हैं. ऐसे में ‘वायु’ चक्रवात का नाम भारत का ही रखा हुआ है.

मानसून पर बुरा असर डाल सकता है चक्रवात ‘वायु’
वायु को लेकर मौसम विभाग ने यह चिंता भी जताई है कि ‘वायु’ के चलते मानसून पर भी असर पड़ सकता है. दरअसल करीब-करीब मध्य भारत तक पहुंच चुके मानसून का अगर 80 से 90 किमी/घंटे की गति से चल रही हवाओं से संपर्क हुआ तो यह चक्रवात, मानसूनी हवाओं को उड़ाकर ले जा सकता है. इससे मानसून उत्तर भारत में नहीं पहुंच पाएगा. अगर ऐसा होगा तो न सिर्फ इस इलाके के किसानों को बहुत नुकसान उठाना पड़ेगा बल्कि उत्तर भारत में सूखे की स्थिति पैदा हो जाएगी.

वायु को लेकर इस तरह के सुरक्षा प्रबंध किए गए हैं
वायु के खतरे को देखते हुए गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने राज्य के अधिकारियों के साथ बैठक की है. इसके अलावा पूरे प्रशासन को अलर्ट रहने के लिए कहा गया है. इससे पहले गृहमंत्री अमित शाह ने खुद सुरक्षा प्रबंधों की जानकारी ली थी. गुजरात के अलावा दमन-दीव और महाराष्ट्र के भी कुछ हिस्सों के ‘वायु’ चक्रवात से प्रभावित होने की संभावना है.

जहां स्थानीयों को समुद्र की ओर न जाने की सलाह दी गई है, वहीं तटीय क्षेत्रों में रहने वाले मछुआरों को समुद्र में न जाने को कहा गया है. इसके अलावा गुजरात के सौराष्ट्र और कच्छ के तटीय इलाकों से 1.60 लाख लोगों को एहतियातन हटा लिया गया है. इन इलाकों में NDRF की टीमें तैनात कर दी गई हैं.

कई जिलों में स्कूलों को भी बंद कर दिया गया है. इसके अलावा द्वारका, सोमनाथ, सासन और कच्छ आये पर्यटकों को भी सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिया गया है. इन इलाकों में फ्लाइट्स का आवागमन भी बंद कर दिया गया है.

गुजरात के इन इलाकों को करेगा प्रभावित
IMD के मुताबिक ‘वायु’ तूफान के चलते अहमदाबाद, गांधीनगर और राजकोट समेत तटवर्ती इलाके वेरावल, भुज और सूरत में हल्की बारिश होने की संभावना है. फिलहाल चक्रवता ‘वेरावल’ से 280किमी दक्षिण में है. इसके अलावा सौराष्ट्र के भावनगर, अमरेली, सोमनाथ, वेरावल, जामनगर, पोरबंदर और कच्छ के इलाकों में तेज हवाओं के साथ बारिश हो सकती है.

Leave A Reply

Your email address will not be published.