बंगाल: BJP कार्यकर्ताओं के शवों को ले जा रहे वाहनों को पुलिस ने रोका, हिंसा पर केंद्र ने मांगी रिपोर्ट

गवर्नर और पीएम मोदी की मुलाकात उत्तरी 24 परगना के संदेशखली में भड़की हिंसा के बाद हो रही है. ऐसे में माना जा रहा है कि त्रिपाठी पीएम मोदी से इस घटना पर भी चर्चा कर सकते हैं.

कोलकाता: पश्चिम बंगाल में राजनैतिक हिंसा रुकने का नाम नहीं ले रही है और राजनीतिक पार्टी के कार्यकर्ताओं के बीच झड़प जारी है। शनिवार को उत्तरी 24 परगना जिले के बसीरहाट में चुनाव बाद हुए संघर्ष में चार लोग मारे गये जिसके बाद तनाव की स्थिति बनी हुई है। केंद्र सरकार ने पश्चिम बंगाल में जारी हिंसा पर गहरी चिंता जताते हुए कहा कि लोकसभा चुनावों के बाद भी हिंसा राज्य सरकार की नाकामी लगती है।

भाजपा नेता मुकुल रॉय ने टीएमसी पर आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा कार्यकर्ताओं की हत्या की गई है और हमारे चार लोगों को गोली मार दी जिसके लिए टीएमसी जिम्मेदार है। बशीरहाट में शनिवार शाम जब मृतक भाजपा कार्यकर्ताओं के शव गाड़ी से पार्टी दफ्तर ले जाए जा रहे थे तो उस दौरान भी बीजेपी वर्कस और पुलिस के बीच हल्की झड़प हुई।

भाजपा सांसद लॉकेट चटर्जी ने पुलिस की कार्रवाई का विरोध करते हुए कहा, ‘मृतकों के परिजन शवों को पार्टी कार्यालय ले जाना चाहते हैं लेकिन ममता की पुलिस हमें यह कहते हुए रोक रही है कि अंतिम संस्कार गांव में होगा। यदि पुलिस नहीं हटती है तो सड़क पर अंतिम संस्कार किया जाएगा।’

पश्चिम बंगाल में हिंसा थमने का नाम नहीं ले रही है. आए दिन बीजेपी और तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के कार्यकर्ताओं के बीच झड़प की खबरें आती रहती हैं. हिंसा की बढ़ती घटनाओं और कार्यकर्ताओं की मौत अब बड़ी समस्या बनती जा रही है. पश्चिम बंगाल के हालात को देखते हुए गवर्नर केसरी नाथ त्रिपाठी सोमवार दोपहर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बातचीत करेंगे.

गवर्नर और पीएम मोदी की मुलाकात उत्तरी 24 परगना के संदेशखली में भड़की हिंसा के बाद हो रही है. ऐसे में माना जा रहा है कि त्रिपाठी पीएम मोदी से इस घटना पर भी चर्चा कर सकते हैं. केसरी नाथ त्रिपाठी इससे पहले कई बार मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और पंचायत चुनाव में भड़की हिंसा को लेकर सार्वजिक तौर पर नाराजगी जता चुके हैं. अब तक वर्तमान हिंसा पर उन्होंने कोई बयान नहीं दिया है. हालांकि प्रधानमंत्री और केसरी नाथ त्रिपाठी की मुलाकात पहले से तय थी लेकिन हिंसा और बंगाल के हालातों को देखते हुए यह और भी अहम हो गई है.

झड़प में 8 लोगों की मौत

शनिवार को उत्तर 24 परगना में सत्ताधारी टीएमसी और भाजपा कार्यकर्ताओं के बीच झड़प में कथित रूप से कम से कम आठ लोग मारे गए और कई घायल हो गए. दोनों पार्टियों के सूत्रों ने रविवार को इसकी जानकारी दी. बीजेपी सूत्रों ने दावा किया कि टीएमसी का समर्थन पाए लोगों ने उनके 5 कार्यकर्ताओं को मौत के घाट उतार दिया और 18 लोग लापता हैं. वहीं टीएमसी के एक वरिष्ठ नेता का आरोप है कि संदेशखली के हत्गाछी इलाके में हुए खूनी संघर्ष में पार्टी के तीन कार्यकर्ता मारे गए.

बीजेपी ने ठहराया ममता को जिम्मेदार

सोशल मीडिया पर संदेशखली हिंसा में मारे गए लोगों की तस्वीरें भी वायरल हो रही हैं. भाजपा नेता मुकुल रॉय ने शनिवार रात इस बारे में ट्वीट भी किया था.इसमें उन्होंने लिखा कि सीएम ममता बनर्जी बीजेपी कार्यकर्ताओं के खिलाफ हिंसा के लिए जिम्मेदार हैं. उन्होंने कहा कि इस हिंसा के बारे में गृह मंत्री अमित शाह को जानकारी दी जाएगी. पुलिस ने अब तक बीजेपी के दो और टीएमसी के एक कार्यकर्ता की मौत की पुष्टि की है. बीजेपी का झंडा हटाने को लेकर दोनों गुटों में झड़प शुरू हो गई, जो खूनी हिंसा में तब्दील हो गई.

हिंसा को लेकर पश्चिम बंगाल सरकार को दिये परामर्श में गृह मंत्रालय ने उससे कानून व्यवस्था, शांति और सार्वजनिक अमन बनाये रखने को कहा। परामर्श में कहा गया है, ‘पिछले कुछ सप्ताहों में जारी हिंसा राज्य में कानून व्यवस्था बनाये रखने और जनता में विश्वास कायम करने में राज्य के कानून प्रवर्तन तंत्र की नाकामी लगती है। अपनी जिम्मेदारी निभाने में लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों के खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई का अनुरोध किया जाता है।’हिंसा को लेकर पश्चिम बंगाल सरकार को दिये परामर्श में गृह मंत्रालय ने उससे कानून व्यवस्था, शांति और सार्वजनिक अमन बनाये रखने को कहा। परामर्श में कहा गया है, ‘पिछले कुछ सप्ताहों में जारी हिंसा राज्य में कानून व्यवस्था बनाये रखने और जनता में विश्वास कायम करने में राज्य के कानून प्रवर्तन तंत्र की नाकामी लगती है। अपनी जिम्मेदारी निभाने में लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों के खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई का अनुरोध किया जाता है।’

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