इराक में सरकार विरोधी प्रदर्शन में 300 से ज्यादा लोगों की मौत, 1200 घायल
कई इराकियों ने मौजूदा राजनीतिक दलों को उनकी आर्थिक तंगी और विरोध के पैमाने के लिए दोषी ठहराया। 2003 में पूर्व इराकी राष्ट्रपति सद्दाम हुसैन के पतन के बाद से यह विरोध प्रदर्शन सबसे बड़ा माना जा रहा है। जिसने सरकार को आश्चर्यचकित कर दिया है। इराकी सुरक्षा बलों की प्रतिक्रिया के बाद प्रदर्शनकारी देश में जल्दी चुनाव और सरकार के इस्तीफे की मांग कर रहे हैं।
इराक की संसदीय मानवाधिकार समिति की रिपोर्ट में कहा गया है कि पिछले महीने हुए सरकार विरोधी प्रदर्शन में कम से कम 319 लोगों की मौत हो गई है। इराकी सुरक्षा बलों ने शनिवार को बगदाद में चार प्रदर्शनकारियों को मार डाला और सैकड़ों प्रदर्शनकारियों को वापस खदेड़ दिया।
इसके अलावा कई टेंटों को जला दिया गया जिनका इस्तेमाल रात गुजारने के लिए किया जा रहा था। यह जानकारी कुछ कार्यकर्ताओं ने अल जजीरा को दी है। ताहिर चौक से लगभग एक किलोमीटर दूर अल खलानी वाणिज्यिक क्षेत्र में इराकी सुरक्षा बलों द्वारा आंसू गैस और जिंदा गोला बारूद का इस्तेमाल किया था।
इराक के स्वतंत्र मानवाधिकार उच्चायोग (आईएचसीआर) के अनुसार लगभग 1200 लोग घायल हुए हैं। हिंसक प्रदर्शन के दौरान शुक्रवार को दक्षिणी शहर बसरा में दो लोगों की हत्या कर दी गई। बसरा एक तेल से भरपूर शहर है जो इराक की राजधानी बगदाद के लगभग 450 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।
इराकी सुरक्षाबलों द्वारा छोड़े गए आंसू गैस के गोलों के कारण लगभग 23 छात्र घायल हो गए। यह हादसा गलती से हुआ। छात्रों की स्थिति के बारे में फिलहाल कोई जानकारी नहीं हैं। हालांकि अधिकारियों ने इसपर कोई टिप्पणी नहीं की है। बगदाद और देश के कई शिया प्रांतों में बेरोजगारी, सरकारी भ्रष्टाचार और बुनियादी सेवाओं की कमी- जैसे बिजली और स्वच्छ पानी के लिए विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए हैं।
कई इराकियों ने मौजूदा राजनीतिक दलों को उनकी आर्थिक तंगी और विरोध के पैमाने के लिए दोषी ठहराया। 2003 में पूर्व इराकी राष्ट्रपति सद्दाम हुसैन के पतन के बाद से यह विरोध प्रदर्शन सबसे बड़ा माना जा रहा है। जिसने सरकार को आश्चर्यचकित कर दिया है। इराकी सुरक्षा बलों की प्रतिक्रिया के बाद प्रदर्शनकारी देश में जल्दी चुनाव और सरकार के इस्तीफे की मांग कर रहे हैं।
शनिवार को हुए हिंसक प्रदर्शन के बीच इराक के प्रधानमंत्री अदील अब्दुल महदी ने कहा कि सरकार महत्वपूर्ण मंत्री सुधार करेगी। इराकियों की युवा पीढ़ी एक ऐसे आंदोलन का नेतृत्व कर रही है जिसने पूरे देश को हिला दिया। हफ्तों तक चले सरकार-विरोधी प्रदर्शन के बाद प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देने के लिए तैयार हैं।