2023 तक रेलवे बदल देगा कश्मीर की नुहार, सिर्फ 14 घंटे में सीधे पहुंचेंगे दिल्ली से श्रीनगर

40 हजार करोड़ रु. की लागत का यह प्रोजेक्ट, सभी मौसमों में देश की घाटी से कनेक्टिविटी हो जाएगी 111 किमी लंबे इस रेल रूट पर 37 टनल और 27 ब्रिज हैं, इसमें विश्व का सबसे लंबा रेल ब्रिज भी शामिल

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श्रीनगर. भारत सरकार का कहना है कि रेलवे के जरिए कश्मीर घाटी को देश के बाकी हिस्सों से जोड़ने का काम 2023 तक पूरा हो जाएगा। यह प्रोजेक्ट कश्मीर घाटी के विकास की आधारशिला है। सरकार के मुताबिक, 10 हजार करोड़ रु. की लागत के इस प्रोजेक्ट से सभी मौसमों में रेलवे की कनेक्टिविटी हो जाएगी।

6 किमी लंबी कटरा-बनिहाल टनल तैयार

रेलवे के एक वरिष्ठ अफसर ने बताया कि प्रोजेक्ट पूरा होने के बाद कश्मीर घाटी के बाकी हिस्सों से जुड़ जाएगा। इसके जरिए नई दिल्ली से श्रीनगर 14 घंटे में पहुंच सकेंगे।

अफसर ने रविवार को बताया, प्रोजेक्ट के तहत अहम और दूसरी सबसे बड़ी 6 किमी लंबी कटरा-बनिहाल टनल तैयार हो चुकी है। इसका निर्माण चार साल में हुआ है और इसकी लागत 550 करोड़ रुपए हैं। प्रोजेक्ट में 27 ब्रिज हैं, जिसमें विश्व का सबसे लंबा रेल ब्रिज शामिल है।

इसके अलावा 37 टनल हैं, जिनमें एशिया की सबसे लंबी 12 किमी की टनल भी शामिल है। 111 किमी लंबे कटरा-बनिहाल रेल रूट पर 95 किमी में टनल और ब्रिज हैं। उन्होंने कहा कि यह अगले चार साल में शुरू हो जाएगी।

केंद्र सरकार कश्मीर घाटी से देश को रेलवे से जोड़ने के लिए तेजी से योजनाओं को आगे बढ़ा रही

केंद्र सरकार कश्मीर घाटी से देश को रेलवे से जोड़ने के लिए तेजी से योजनाओं को आगे बढ़ा रही है। इन योजनाओं के चलते जम्मू-कश्मीर की राजधानी श्रीनगर से दिल्ली की दूरी महज 14 घंटे की होगी। इसे कश्मीर को लेकर मोदी सरकार का सबसे बड़ा फैसला माना जा रहा है। इस योजना पर 10,000 करोड़ रुपये की बड़ी रकम खर्च होगी और हर मौसम में घाटी तक पहुंच आसान होगी।

जम्मू-उधमपुर-श्रीनगर-बारामूला रेल लिंक का 326 किलोमीटर का दो-तिहाई हिस्सा  तैयार

जम्मू-उधमपुर-श्रीनगर-बारामूला रेल लिंक का 326 किलोमीटर का दो-तिहाई हिस्सा लगभग तैयार हो चुका है। अब जम्मू क्षेत्र के कटरा से कश्मीर घाटी के बनिहाल के बीच 111 किलोमीटर के रूट के निर्माण की जरूरत है। इसके लिए रेल मंत्रालय ने फंड आवंटित किया है और स्पेशल मॉनिटरिंग टीम बनाई है। श्रीनगर के रास्ते बनिहाल बारामूला से जुड़ता है, जबकि कटरा के रास्ते जम्मू को उधमपुर से जोड़ा जाएगा। कटरा-बनिहाल प्रॉजेक्ट को देश के रेल के इतिहास में सबसे अहम और जटिल योजना माना जा रहा है। इस लाइन पर कुल 27 पुल, 37 सुरंगें होंगी। इस लाइन पर दुनिया का सबसे ऊंचा रेलवे पुल बनेगा।

12 किलोमीटर लंबी एशिया की सबसे लंबी रेल सुरंग का निर्माण भी इस रूट पर

इसके अलावा 12 किलोमीटर लंबी एशिया की सबसे लंबी रेल सुरंग का निर्माण भी इस रूट पर होना है। एक सीनियर सरकारी अफसर ने कहा, ‘इससे सिर्फ यात्रियों के लिए ही आसानी नहीं होगी बल्कि घाटी में टूरिज्म को भी बढ़ावा मिलेगा। इसके अलावा घाटी तक माल की आवाजाही भी आसान हो सकेगी। इससे जम्मू-कश्मीर में रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे।’ अधिकारी ने कहा कि यह रेल प्रॉजेक्ट जम्मू-कश्मीर को हर मौसम में पूरे देश से जोड़ेगा। यह योजना केंद्र सरकार की शीर्ष प्राथमिकताओं में से एक है।

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