सोनभद्र हत्याकांड / गेस्ट हाउस में प्रियंका धरने पर, पीड़ित परिवार के 2 लोगों से मिलीं; कहा- 15 लोगों को प्रशासन ने आने नहीं दिया
प्रियंका को शुक्रवार को सोनभद्र जाते वक्त हिरासत में लेकर चुनार गेस्ट हाउस ले जाया गया था सोनभद्र में हत्याकांड के पीड़ितों से मिलने पहुंची हैं प्रियंका उन्होंने कहा- मुझे लोगों से मिलने नहीं दिया जा रहा, भगवान जाने उनकी (सरकार) की मानसिकता क्या है सोनभद्र पीड़ितों से मिलने पहुंचे तृणमूल प्रतिनिधिमंडल को वाराणसी एयरपोर्ट पर रोका गया
क्या इन आँसुओं को पोंछना अपराध है? pic.twitter.com/HdPAEkGJGj
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) July 20, 2019
लखनऊ. सोनभद्र हत्याकांड को लेकर जबर्दस्त राजनीति हो रही है। शनिवार को पीड़ित परिवार प्रियंका गांधी वाड्रा से मिलनेगेस्ट हाउस पहुंचा। कांग्रेस महासचिव ने कहा कि प्रशासन लोगों को मिलने से रोक रहा है। वहीं, प्रशासन की तरफ से कहा गया कि पीड़ित परिवार को उनकी तरफ से ही लाया गया। इससे पहले प्रियंका ने कहा था कि जब तक पीड़ितों से मिलने नहीं दिया जाएगा, मैं वापस नहीं जाऊंगी। प्रियंकासोनभद्रहत्याकांड के पीड़ितों से मिलने जाना चाहतीथीं,मगर पुलिस और प्रशासन ने उन्हें शुक्रवार को मिर्जापुर के नारायणपुर गांव में ही रोक लिया था। बाद में प्रियंका को चुनार गेस्ट हाउस ले जाया गया।
उप्र सरकार ने ADG वाराणसी श्री बृज भूषण, वाराणसी कमिश्नर श्री दीपक अग्रवाल, कमिश्नर मीरजापुर, DIG मीरजापुर को मुझे ये कहने के लिए भेजा कि मैं यहाँ से पीड़ित परिवारों से मिले बग़ैर चली जाऊँ। सब एक घंटे से मेरे साथ बैठे हैं। न मुझे हिरासत में रखने का कोई आधार दिया है न कागज़ात दिए
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) July 19, 2019
उन्होंने कहा-गेस्ट हाउस में मुझे 24 घंटे हो गए हैं। क्या उनका (सरकार) का एक भी आदमी सोनभद्र आया। मैं प्रशासन से यही कहना चाहती हूं वे जहां चाहें (सोनभद्र या वाराणसी) पीड़ितों के परिजन से मुलाकात करवाएं। पीड़ितों से मिले बिना मैं नहीं जाऊंगी। प्रियंका ने पुलिस से पूछा- आखिर रोक क्यों रहे है। कोई तो वजह होनी चाहिए। कोई दस्तावेज दिखाइए। पुलिस ने कहा- पता करते हैं।
ADG Varanasi, Commissnor Varanasi division and other senior Police & Govt officials leaving Chunar Qila at 1.15 am pic.twitter.com/ceyk4Rg2k0
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) July 19, 2019
बुधवार को सोनभद्र में गांव के मुखिया और उसके समर्थकों ने आदिवासियों की जमीन पर कब्जा करने का प्रयास किया था।विरोध करने पर 10 आदिवासियों को मार दिया गया। यह मामला घोरवाल जिले में यह 90 बीघा विवादित जमीन का था।
तृणमूल प्रतिनिधिमंडलबनारस में हिरासत में
उधर, तृणमूल कांग्रेस का एक प्रतिनिधिमंडल शनिवार को बनारस पहुंचा, जिसे एयरपोर्ट पर ही हिरासत में ले लिया गया। ये लोग भी सोनभद्र जाना चाहते थे। प्रतिनिधिमंडल में तीन सांसद और 2 विधायक हैं। एयरपोर्ट छावनी में तब्दील हो गया है। एयरपोर्ट पर उच्चाधिकारी भी मौजूद हैं। सोनभद्र के कमिश्नर ने जिले में बाहरी नेताओं के प्रवेश पर रोक लगा दी है और पूरी घटना की जांच रिपोर्ट मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को सौंप दी है।
#WATCH Priyanka Gandhi Vadra: Prasashan ko inki (family of victims of Sonbhadra firing case) rakhwali karni chaiye. Jab inke sath hadsa ho raha tha, madad karni chaiye thi. Prasashan ki mansikta meri samaj se bahar hai. Aap unn par thoda dabaw banaiye, aap mere piche pade hain. pic.twitter.com/BIW8ZYnzRF
— ANI UP (@ANINewsUP) July 20, 2019
‘मुश्किलें नहीं सहेंगी तो संघर्ष कैसे करेंगी’
डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने कहा- यह (सोनभद्र हत्याकांड) कांग्रेस के समय का ही पाप है जो उजागर हो रहा है। हमने तो अभी ही कांग्रेस को हराकर भेजा है। हमें डर क्यों लगेगा? बताया गया कि गेस्ट हाउस में बिजली-पानी कट गया था। हालांकि प्रशासन की तरफ से ऐसा कुछ भी नहीं हुआ। अगर ऐसा हुआ भी तो इतनी सी मुश्किलें नहीं सह पाएंगी तो संघर्ष कैसे करेंगी।
‘जेल जाने के तैयार हूं’
मैं नरसंहार का दंश झेल रहे गरीब आदिवासियों से मिलने, उनकी व्यथा-कथा जानने आयी हूँ। जनता का सेवक होने के नाते यह मेरा धर्म है और नैतिक अधिकार भी। उनसे मिलने का मेरा निर्णय अडिग है।
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) July 19, 2019
गेस्ट हाउस की बिजली गुल
कांग्रेस महासचिव बनारस से हत्याकांड के घायलों से मिलकर सोनभद्र आ रही थीं। इसी दौराननारायणपुर में उनका काफिला रोक लिया गया।प्रियंका वहां धरने पर बैठ गईं। इसके बाद गेस्ट हाउस में भी उन्होंने धरना दिया। तभी वहांकी बिजली गुल हो गई। कांग्रेस नेताओं ने कहा कि सरकार ने बिजली काटी, पानी भी नहीं दिया। प्रियंका को रोके जाने पर राहुल गांधी ने कहा- प्रियंका को रोकने के लिए सत्ता का मनमाने ढंग से इस्तेमाल किया गया। इससे भाजपा सरकार की असुरक्षा साफ दिखती है।