सुरक्षा / स्वदेशी होवित्जर तोप सेना में शामिल, अमेरिका से गाइडेड गोले खरीदे; 50 किमी दूर के लक्ष्य को भेदने में सक्षम
अत्याधुनिक तकनीक की मदद से बनी होवित्जर घनी आबादी में भी यह आसानी से दुश्मनों को निशाना बना सकती है आर्मी सूत्रों के मुताबिक, अमेरिका से गाइडेड गोला-बारूद फास्ट ट्रैक प्रक्रिया के तहत लिया गया
नई दिल्ली. भारत ने अपनी सैन्य शक्ति बढ़ाते हुए स्वदेशी धनुष होवित्जर तोपों को सेना में शामिल किया है। इसके लिए अमेरिका सेगाइडेड गोला-बारूद खरीदा गया है।शीर्ष अधिकारियों ने बुधवार कोहोवित्जरके सेना में शामिल किए जाने की जानकारी दी।इससे 50 किलोमीटर से ज्यादा दूरी तक के लक्ष्यों को निशाना बनाया जा सकता है। अत्याधुनिक तकनीक की मदद सेघनी आबादी में भी यह आसानी से दुश्मनों को निशाना बना सकती है।
आर्मी सूत्रों के मुताबिक, अमेरिका सेगाइडेडगोला-बारूद फास्ट ट्रैक प्रक्रिया के तहत लिया गया। चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ के नए पद को लेकर भी चर्चा की गई। सेना के कमांडरों ने ऐसा ढांचा बनाने की जरूरत महसूस की है, जो सेवाओं के साथ नए कार्यालय के प्रभावी एकीकरण में मदद कर सकें।सूत्रों ने कहा कि कमांडरों को सेना में धनुष तोप के शामिल होने के बारे में भी जानकारी दी गई। साथ ही यह भी बताया गया कि यह कैसे युद्ध के समय भारतीय सेना की मारक क्षमता को बढ़ाएगा।
1965-1971 के आपातकाल आयोग के अधिकारियों की पेंशन पर भी चर्चा हुई
शीर्ष अफसरों ने उन सैनिकों के लिए बढ़ाएगए अनुदान राशिके प्रस्तावों पर भी चर्चा की, जिन्हें 10 साल की सेवा से पहले चोटों और दिव्यांगता के कारण बाहर कर दिया गया था।1965 और 1971 के आपातकाल आयोग के अधिकारियों की पेंशन पर भी चर्चा की गई।
अधिकारियों के रिकॉर्ड को बेहतर तरीके से रखने के लिएऑफिसर्स ऑटोमेटेड इन्फॉर्मेशन सिस्टम (ओएएसआईएस) को भी शुरू किया गया है। ओएएसआईएस को आर्मी इंट्रानेट के जरिए चलाया जाएगा। इसमें प्री-कमीशनिंग से लेकर रिटायरमेंट तक हर अधिकारी के डेटा का विवरण होगा।