सिरसा डेरा प्रमुख गुरमीत राम रहीम ने खेती के लिए मांगी पैरोल, सुनारिया जेल में है बंद

जनवरी में सीबीआई की विशेष अदालत ने पत्रकार रामचंद्र छत्रपति हत्याकांड में राम रहीम को उम्रकैद की सजा सुनाई थी, जेल अधीक्षक ने प्रशासन को लिखे पत्र में कहा- राम रहीम का आचरण जेल में अच्छा रहा, राय दीजिए

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सिरसा. रोहतक जेल में सजा काट रहे डेरा सच्चा सौदा  प्रमुख गुरमीत राम रहीम ने खेती के लिए पैरोल की अपील की है। जेल अधीक्षक ने सिरसा जिला प्रशासन को पत्र लिखकर पूछा है कि क्या बंदी गुरमीत सिंह को पैरोल देना उचित होगा? पत्र में बताया गया है कि राम रहीम सीबीआई कोर्ट द्वारा यौन शोषण और पत्रकार हत्या मामले में सजायाफ्ता है।

पत्र में राम रहीम पर दो अन्य मामले लंबित होने का उल्लेख भी किया गया है। हालांकि, पत्र में बताया गया है कि बंदी गुरमीत राम रहीम का जेल में आचरण अच्छा है। अब जिला प्रशासन को यह आकलन करना होगा कि राम रहीम की पैरोल के लिए अनुशंसा की जाए या नहीं। वैसे यह संभावना कम है कि जिला प्रशासन पैरोल के लिए अनुशंसा करे।

उम्रकैद की सजा के साथ 50 हजार का जुर्माना भी लगाया

जनवरी में सीबीआई की विशेष अदालत ने पत्रकार रामचंद्र छत्रपति हत्याकांड में गुरमीत राम रहीम समेत चार लोगों को दोषी ठहराते हुए उम्रकैद की सजा सुनाई थी। जज जगदीप सिंह की अदालत ने फैसला सुनाया था कि राम रहीम की यह सजा साध्वी यौन शोषण मामले की 20 वर्ष की सजा पूरी होने के बाद शुरू होगी। सभी दोषियों पर 50 हजार जुर्माना भी लगाया गया था।

रामचंद्र ने अपने अखबार में खबरें लगाईं थीं

साध्वी यौन शोषण मामले में जो पत्र लिखे गए थे, उन्हीं के आधार पर रामचंद्र ने अपने अखबार में खबरें प्रकाशित की थीं। छत्रपति पर पहले दबाव बनाया गया। जब वे धमकियों के आगे नहीं झुके तो 24 अक्टूबर 2002 को उन पर हमला कर दिया गया। 21 नवंबर 2002 को दिल्ली के अपोलो अस्पताल में उनकी मौत हो गई थी। जिस रिवॉल्वर से रामचंद्र पर गोलियां चलाई गईं, उसका लाइसेंस डेरा सच्चा सौदा के मैनेजर किशन लाल के नाम पर था।

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