शादियों का सीजन और सोना सस्ता, इससे अच्छी खबर और क्या हो सकती है
शादियों का सीजन और सोना सस्ता, इससे अच्छी खबर और क्या हो सकती है. दरअसल शादियों के दौरान मांग बढ़ने से हमेशा सोने की कीमत में चमक देखी गई है. लेकिन 2 मई को विदेशी बाजारों में कमजोरी का असर भारत में भी दिखा और सोना प्रति 10 ग्राम 283 रुपये सस्ता हो गया.
नई दिल्ली। दरअसल अंतरराष्ट्रीय बाजार में कमजोरी के साथ-साथ मौजूदा स्तर पर सटोरियों ने मुनाफावसूली की जिससे वायदा कारोबार में गुरुवार को सोना 283 रुपये तक घटकर 31,457 रुपये प्रति 10 ग्राम रह गया. वहीं चांदी के भाव में 575 रुपये प्रति किलोग्राम की गिरावट दर्ज की गई।
- व्यापार में सोना ऊंचे में 32,600, नीचे में 32,300 रुपये प्रति 10 ग्राम और चांदी ऊंचे में 37,450 एवं नीचे में 37,300 रुपये प्रति किलोग्राम बिकी. मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज के वायदा कारोबार में जून महीने में डिलिवरी वाला सोना 283 रुपये यानी 0.89 फीसदी की हानि दर्शाता 31,457 रुपये प्रति दस ग्राम रह गया. इसमें 12,113 लॉट का कारोबार हुआ। बता दें।
विदेशी बाजार से मिले कमजोर संकेतों और डॉलर के मुकाबले रुपये में आए सुधार से घरेलू बाजार में इससे पहले बुधवार को सोने और चांदी में नरमी देखी गई. जबकि औद्योगिक मांग कमजोर रहने से चांदी में ज्यादा गिरावट रही. बाजार की नजर बहरहाल अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व की बैठक पर है।
- बाजार के जानकारों का मानना है कि भारतीय बाजार में ज्यादा गिरावट की वजह इस हफ्ते डॉलर के मुकाबले रुपये में आई जबरदस्त रिकवरी है. हालांकि यह भी संकेत दे रहे हैं कि फेड के रुख से सोने में बदलाव देखने को मिल सकता है, क्योंकि अमेरिकी केंद्रीय बैंक इस साल ब्याज दरों में कटौती करने के बारे सोच सकता है, जिससे सोने को जबरदस्त सपोर्ट मिलेगा।
बुधवार को दिल्ली में 22 कैरट सोने का हाजिर भाव 32,695 रुपये और 24 कैरट सोने का भाव 32,845 रुपये प्रति दस ग्राम था. अंतरराष्ट्रीय बाजार कॉमेक्स पर सोने का जून अनुबंध 2.65 डॉलर की कमजोरी के साथ 1,283.05 डॉलर प्रति औंस पर बना हुआ था. वहीं, चांदी का जुलाई अनुबंध 1.21 फीसदी की गिरावट के साथ 14.08 डॉलर प्रति औंस पर बना हुआ था।
- गौरतलब है कि देश में सोने की मांग जनवरी-मार्च की पहली तिमाही में 5 फीसदी बढ़कर 159 टन पर पहुंच गई. विश्व स्वर्ण परिषद (WGC) की पहली तिमाही में सोने की मांग का रुख रपट में कहा गया है कि शादी ब्याह के मौसम में कीमतों में गिरावट की वजह से आभूषणों की मांग बढ़ने से सोने की मांग बढ़ी है. वर्ष, 2018 की पहली तिमाही में सोने की मांग 151.5 टन थी।